BJP से इस्तीफा, विधानसभा में मिली हार, अब BSP के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे नारायण त्रिपाठी !
मैहर के पूर्व विधायक नारायण त्रिपाठी बहुजन समाज पार्टी में शामिल हो गए। वे बसपा के टिकट पर सतना लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। नारायण त्रिपाठी जब तक भाजपा में रहे, तब तक पार्टी नेतृत्व पर खूब निशाने साधे। इस कारण पार्टी ने उनका टिकट काट दिया था। हालांकि, उन्होंने विधानसभा चुनाव से पहले विंध्य जनता पार्टी का गठन किया था। लेकिन, चुनाव में कोई सफलता नहीं मिली। आज गुरुवार को नारायण त्रिपाठी ने बसपा की सदस्यता ले ली।
नारायण त्रिपाठी ने अपनी सियासत की शुरूआत साल 2003 में समाजवादी पार्टी से शुरू की थी. पहली बार विधानसभा सपा के टिकट पर चुनाव जीतकर पहुंचे थे. करीब 10 साल बाद उन्होंने कांग्रेस का हाथ थाम लिया और दूसरी बार विधायकी बरकरार रखी थी. लेकिन कांग्रेस के साथ उनका सफर महज 3 साल का ही रह सका था. इसके बाद उन्होंने साल 2016 के उपचुनाव में भाजपा का झंडा थाम लिया और उपचुनाव जीत गए. 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की थी. लेकिन तब की कांग्रेस सरकार से उनकी करीबी जग जाहिर थी. ऐसा माना जा रहा था कि वे किसी भी वक्त कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने मैहर सीट से श्रीकांत चतुर्वेदी को टिकट दे दिया था. फिर नारायण त्रिपाठी बागी बन गए थे. उन्होंने खुद की पार्टी बना डाली और 25 सीटों पर ताल ठोंक दी. हालांकि उन्हें खुद चुनाव में हार का सामना करना पड़ा. लगभग सभी दलों में रहने के बाद अब त्रिपाठी बहुजन समाज पार्टी का दामन थाम रहे हैं.
क्या है सतना लोकसभा सीट का गणित
विधानसभा चुनाव में हार के बाद भी सतना लोकसभा सीट से सांसद गणेश सिंह को बीजेपी ने मौका दिया है, गणेश सिंह चार बार के सांसद हैं. वहीं, विधानसभा चुनाव में उन्हें हराने वाले सिद्धार्थ कुशवाहा को कांग्रेस ने उम्मीदवार बनाया है. ऐसे में नारायण त्रिपाठी की एंट्री के बाद सतना लोकसभा सीट पर मुकाबला दिलचस्प हो गया है.
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