वार्ड से सफाई कर्मी हटाये तो पार्षद ने वार्ड वासियों के साथ की सफाई नगर परिषद में आपसी खींचतान थमने का नाम नहीं ले रही
अरुण कुमार शेंडे
प्रखर न्यूज़ व्यूज एक्सप्रेस
रायसेन ऐतिहासिक नगरी सांची इस विश्व विख्यात पर्यटक स्थल की नगरी की निर्वाचित 15 सदस्यीय परिषद में 11 भाजपा के तथा 3 भाजपा समर्थित निर्दलीय पार्षद हैं जबकि कांग्रेस का मात्र एक ही पार्षद है बावजूद इसके नगर परिषद में आपसी खींचतान एवं आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है ऐसा ही मामला वार्ड नं 15 में सफाई कर्मी हटाने पर वार्ड पार्षद ने वार्ड वासियों के साथ सफाई का बीड़ा उठा रखा है यह स्थल एक विश्व विख्यात पर्यटक स्थल के रूप में जाना जाता है इस स्थल की जिम्मेदारी नगर परिषद उठा रही है इस स्थल की नगर परिषद 15 सदस्यीय परिषद में लगभग तीन भाजपा समर्थित सहित 14 सदस्य भाजपा के पार्षद हैं जबकि कांग्रेस का मात्र एक ही पार्षद है इसके बाद भी एक ही पार्टी की परिषद में निर्वाचित होने के बाद से ही खींच तान शुरू हो चुकी थी जो लगातार जारी है परिषद में आपसी खींचतान थमने का नाम नहीं ले रही है कभी कर्मचारियों को हटाने रखने का मामला हो या विकास का हो कहीं न कहीं विवाद की भेंट चढ़ते रहे हैं एक ही पार्टी की परिषद दो धड़ों में बंटी दिखाई दे रही है जिसका सीधा असर नगर के कायाकल्प पर पड़ता दिखाई दे रहा है वर्षों से इस नगर परिषद को अपनी सेवाएं देने वाले दैनिक वेतनभोगी दस कर्मचारियों को लगभग छः महीने पहले तब सेवा से पृथक कर दिया गया था जब वह अपनी मांगों विनियमितिकरण एवं अपने वेतन से कटौती की गई पीएफ राशि की मांग कर रहे थे तब से अब तक उक्त कर्मचारियों को दर दर भटकने पर मजबूर होना पड़ रहा है तथा उनके सामने अपने परिवार पालन की समस्या खड़ी हो गई है हालांकि कर्मचारियों ने बताया कि इस मामले में श्रम न्यायालय में प्रकरण विचाराधीन है साथ ही इन कर्मचारियों ने उच्च न्यायालय की शरण भी ली थी वहां भी मामला विचाराधीन बताया जाता है इसके बाद अन्य कर्मचारी भी बाहर कर दिए गए तथा अपने अपने संबंधियों को नगर परिषद में सेवा में रखा गया है वैसे भी इस स्थल की नगर परिषद में कर्मचारियों की भर्ती के फर्जी वाडे की चर्चा समय-समय पर सामने आती रही है परन्तु कभी कोई न तो जांच ही हो सकी न ही पड़ताल ही की जा सकी इसके साथ ही विकास के नाम पर लाखों करोड़ों रुपए का फर्जीवाड़ा भी देखने सुनने को मिलता रहा है तथा इस नगर परिषद में खरीद-फरोख्त भी समय-समय पर चर्चा में रही है अब जब एक पार्षद छोड़ सभी भाजपा के चुने गए थे तब अध्यक्ष पद चुनाव से ही नगर परिषद दो धड़ों में बंटी दिखाई देने लगी थी तब से अब तक परिषद के आपसी मतभेद सामने आते रहे अब एक बार फिर वार्ड नं 15 के पार्षद विवेक तिवारी के वार्ड से सफाई कर्मी को हटाने को पार्षद ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि वार्ड में सफाई कर्मी को भेदभाव पूर्ण तरीके से हटा दिया गया है जिससे वार्ड में सफाई व्यवस्था चरमरा गई है नालियां चोक हो गई तथा सड़कों पर कचरा जमा हो गया पार्षद श्री तिवारी ने बताया कि जब इस मामले में सफाई दरोगा से बात की गई तो सफाई दरोगा ने सीएमओ के समक्ष बताया कि अध्यक्ष महोदय के निर्देश पर कर्मचारी को हटा दिया गया है अब वह दूसरे वार्ड में सफाई करेगा श्री तिवारी ने आरोप लगाया कि यह भेदभाव पूर्ण रवैया उचित नहीं है अब हम स्वयं अपने वार्ड वासियों के साथ अपने वार्ड की नालियां एवं सड़कों पर क्षाडू लगाकर सफाई व्यवस्था सुचारू बनायेंगे इस मामले में जब सीएमओ अशोक वर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हम पूरे नगर में सफाई व्यवस्था बनाए रखेंगे सफाई व्यवस्था बनाए रखने का काम हमारा है हम सभी वार्डों में सफाई व्यवस्था सुचारू बनाए रखेंगे इस मामले में जब नप अध्यक्ष पप्पू रेवाराम से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह कहना ग़लत है कि कर्मचारी हटाये गये है दूसरे वार्ड के पार्षद भी अपने वार्ड में सफाई व्यवस्था बनाने के लिए मांग कर रहे थे इस कारण सभी सफाई कर्मचारीयों से क्रमानुसार सभी वार्डों की सफाई व्यवस्था सुचारू बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं नगर को पूरी तरह साफ सुथरा बनाने के लिए हम कृतसंकल्प है किसी भी वार्ड में भेदभाव नहीं किया जा रहा है यदि ऐसा कोई संदेह था तो माननीय पार्षद द्वारा हमसे चर्चा की जा सकती थी हम उन्हें स्थिति से अवगत करा देते तथा सभी वार्डों में बिना किसी भेदभाव के सफाई व्यवस्था एवं विकास किये जायेंगे बहरहाल जो भी हो परिषद के आपसी मतभेद थमने का नाम नहीं ले रहे हैं