भाजपा की उपजाऊ जमीं गुजरात में बगावत के बीज, प्रत्याशी बदलने के बाद भी विरोध जारी
भाजपा और हिंदुत्व की प्रयोगशाला माने जाने वाले गुजरात में पार्टी के लिए चुनावी मैदान इस बार कुछ अलग दिख रहा है। पिछले दो लोकसभा चुनाव की तरह 2024 में भी सभी 26 सीटें जीतने का लक्ष्य लेकर चल रही भाजपा में अब तक थोड़ा-बहुत कार्यकर्ताओं की नाराजगी या विरोध होता भी था तो उसे अंदर ही अंदर नियंत्रित कर लिया जाता था। मगर इस बार सभी 26 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद कुछ सीटों पर उम्मीदवारों के खिलाफ विरोध के उद्घोष ने पार्टी को चिंता में डाल दिया है। पार्टी के प्रदेश मुख्यालय 'कमलम' से लेकर दिल्ली तक डैमेज कंट्रोल के प्रयास तेज हैं। पार्टी को वडोदरा व साबरकांठा की 2 सीटों पर अपने उम्मीदवार तक बदलने पड़े लेकिन कुछ अन्य सीटों पर घोषित प्रत्याशियों के विरोध के स्वर थमे नहीं हैं।
साबरकांठा: उत्तर गुजरात में इस सीट पर भाजपा ने पहले भीखाजी ठाकोर का नाम घोषित किया, उनकी जाति को लेकर विवाद खड़ा हो गया। फिर पूर्व कांग्रेस विधायक महेन्द्र सिंह बारैया की पत्नी शोभना बारैया को टिकट दे दिया। अब भीखाजी के पक्ष में भाजपा कार्यकर्ता लगातार बदले प्रत्याशी का विरोध कर रहे हैं। कार्यकर्ता अरवल्ली जिले के भाजपा कार्यालय पर बैनर लेकर भी पहुंचे।
सुरेन्द्रनगर: सौराष्ट्र क्षेत्र की इस सीट से पार्टी प्रत्याशी चंदू शिहोरा के खिलाफ कार्यकर्ताओं में नाराजगी है। शिहोरा के विरोधियों का कहना है कि इस सीट से चुंवाणा कोली समाज के नेता को उम्मीदवार बनाया जाए। शिहोरा तळपदा कोली समाज से ताल्लुक रखते हैं। वहीं स्थानीय कार्यकर्ताओं का एक वर्ग उन्हें बाहरी बता रहे हैं।
अमरेली: अमरेली सीट पर प्रत्याशी भरत सुतरिया को बदलने की मांग उग्र हो उठी है। प्रत्याशी विरोध को लेकर भाजपा के ही दो गुट बीते सप्ताह आमने-सामने आ गए। पार्टी आलाकमान ने इसे गंभीर मानते हुुए पूर्व मंत्री हकूभा जाड़ेजा को अमरेली भेजा। आमने-सामने आने वाले कार्यकर्ता मौजूदा सांसद नारण काछड़िया और विधायक कौशिक वेकरिया के समर्थक बताए जाते हैं। कलस्टर प्रभारी पूर्व शिक्षा मंत्री भूपेंद्रसिंह चु़ड़ास्मा शनिवार को अमरेली जिले के दौरे पर पहुंचे थे। उनसे पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रत्याशी बदलने की मांग की। इसका वीडियो वायरल है।
पोरबंदर: पोरबंदर में केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडिवया भाजपा के प्रत्याशी है, जिन्हें क्षेत्र में बाहरी बताया जा रहा है। हांलाकि उनके खिलाफ विरोध के सुर मुखर नहीं है। मांडविया भावनगर से आते हैं।
वलसाड: दक्षिण गुजरात की वलसाड सुरक्षित सीट पर सूरत के धवल पटेल को मैदान में उतारा गया है। उनके खिलाफ भी स्थानीय नेताओं ने सोशल मीडिया पर अभियान चला रखा है।
राजकोट में रूपाला की अलग मुसीबत
सौराष्ट्र अंंचल की राजकोट सीट से भाजपा प्रत्याशी व केन्द्रीय मंत्री परषोत्तम रूपाला की ओर से चुनाव प्रचार के दौरान किए गए कथित बयान को लेकर आहत क्षत्रिय समाज उनकी उम्मीदवारी रद्द करने की मांग कर रहा है। रूपाला ने माफी मांग ली है लेकिन कुछ अन्य समाजों के क्षत्रिय समाज के साथ आने से उनकी मुसीबत अभी कम नहीं हुई है।
विधानसभा उपचुनाव में दलबदलू विधायकों का विरोध
लोकसभा चुनाव के साथ गुजरात विधानसभा की पांच सीटों के उपचुनाव भी हैं। जहां से कांग्रेस के चार और एक निर्दलीय विधायक इस्तीफा देकर अब भाजपा टिकट पर मैदान में उतरे हैं। भाजपा के कुछ कार्यकर्ता आयातित उम्मीदवारों को टिकट का विरोध कर
उम्मीदवारों की बयानबाजी पर लगाई रोक'
वहीं, चुनावी माहौल के बीच गुजरात भाजपा ने अपने सभी उम्मीदवारों की बयानबाजी पर रोक लगाई है. साथ ही सभी उम्मीदवारों को मीडिया के साथ इंटरव्यू पर रोक लगाई है. यह रोक केंद्रीय मंत्री परसोत्तम रुपाला के सामने क्षत्रिय समाज के विरोध और तीन सीटों पर उम्मीदवारों के आंतरिक विरोध के चलते लगाई गई है. इसकी सूचना सभी उम्मीदवारों को फोन करके दी गई है.
लोकसभा चुनाव 2024 से ठीक पहले कांग्रेस के कई नेताओं ने पार्टी का साथ छोड़ दिया है। इसी बीच कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की प्रतिक्रिया सामने आई है। पार्टी अध्यक्ष खड़गे ने शुक्रवार को अपने एक बयान में कहा कि अपने गलत कर्मों के डर से नेता पार्टी छोड़ रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी के घोषणापत्र को लॉन्च करने के लिए आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस नेताओं को शामिल करने के लिए '400 पार' का नारा लगा रहे हैं।