संजय निरुपम कांग्रेस से निष्काषित, पार्टी विरोधी बयानों के बाद मल्लिकार्जुन खरगे ने की कार्रवाई
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी बयानों की शिकायतों के बाद संजय निरुपम को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित करने की मंजूरी दे दी। मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष संजय निरुपम को बुधवार (3 अप्रैल) को ही स्टार प्रचारकों की लिस्ट से भी हटाया गया था।
इधर पार्टी के फैसलों से नाराज निरुपम ने कहा है कि पार्टी अपनी ऊर्जा और स्टेशनरी मुझ पर खर्च न करे। कल मैं बड़ा फैसला कर लूंगा।
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने बताया कि उनका नाम (संजय निरुपम) स्टार प्रचारकों की लिस्ट में शामिल था। हमने उसे हटा दिया है। जिस तरह से उनके बयान आ रहे हैं, वे पार्टी विरोधी हैं।
दरअसल, 31 मार्च को पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए महाराष्ट्र में 40 स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की थी। इसमें संजय निरुपम का भी नाम था। कहा जा रहा है कि संजय गुरुवार को कांग्रेस छोड़ने का ऐलान कर सकते हैं।
संजय बोले- कल खुद फैसला लूंगा
संजय ने पोस्ट में लिखा- पार्टी अपनी बची-खुची ऊर्जा और स्टेशनरी का इस्तेमाल पार्टी को बचाने के लिए करे। वैसे भी पार्टी भीषण आर्थिक संकट के दौर से गुजर रही है। मैंने जो एक हफ्ते की अवधि दी थी, वह आज (बुधवार) पूरी हो गई है। कल (गुरुवार को) मैं खुद फैसला ले लूंगा।
मुंबई नॉर्थ-वेस्ट से टिकट नहीं मिलने से नाराज हैं संजय
महाराष्ट्र में कांग्रेस, शिवसेना उद्धव और एनसीपी शरद पवार MVA गठबंधन में है। 27 मार्च को शिवसेना उद्धव गुट ने बुधवार को 17 कैंडिडेट्स का ऐलान किया था। मुंबई नॉर्थ-वेस्ट सीट से अमोल कीर्तिकर को टिकट दिया है। यहां से संजय निरुपम चुनाव लड़ने की तैयारी में थे। कांग्रेस की ओर से टिकट नहीं मिलने से वे नाराज हो गए। उन्हें खुद राहुल गांधी ने यहां से टिकट का भरोसा दिया था।
संजय ने अमोल पर आरोप लगाते हुए कहा था- 'कांग्रेस को नीचा दिखाने के लिए जानबूझकर ऐसी हरकत की जा रही है। उद्धव ठाकरे ने जिस उम्मीदवार को टिकट दिया है वह खिचड़ी स्कैम का घोटालेबाज है। कोविड के समय BMC ने प्रवासी मजदूरों को मुफ्त में यह खिचड़ी उपलब्ध कराई थी।'
वर्तमान में उत्तर-पश्चिम सीट से अमोल के पिता गजानन कीर्तिकर सांसद हैं। वे CM एकनाथ शिंदे के गुट में हैं। 2019 में उन्होंने संजय निरुपम को 2.60 लाख से अधिक वोटों से हराया था।
मुंबई की इन सीटों पर उद्धव गुट के प्रत्याशी, कांग्रेस नेता नाराज
मुंबई साउथ-सेंट्रल से टिकट चाहती थीं कांग्रेस की वर्षा गायकवाड उद्धव ठाकरे के करीबी राज्यसभा सदस्य अनिल देसाई को मुंबई साउथ-सेंट्रल से टिकट दिया गया है। यहां से मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष वर्षा गायकवाड चुनाव लड़ना चाहती थीं। ये सीट तब चर्चा में आई थी, जब वर्षा के पिता स्वर्गीय एकनाथ गायकवाड ने तत्कालीन लोकसभा स्पीकर मनोहर जोशी को हराया था।
सांगली से कांग्रेस विश्वजीत कदम को उतारना चाहती थी सांगली से कांग्रेस विश्वजीत कदम को खड़ा करना चाहती थी। उद्धव गुट ने यहां चंद्रहार पाटिल को टिकट दे दिया है। इसके बाद कांग्रेस के नाराज नेता सोनिया गांधी से मिलने दिल्ली पहुंच गए हैं। अंबेडकर की वंचित बहुजन अघाड़ी सांगली सीट से OBC बहुजन पार्टी के प्रकाश अन्ना शेंडगे को मैदान में उतारेगी, जिससे कांग्रेस और शिवसेना (UBT) दोनों के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
संभाजी नगर सीट पर उद्धव गुट के भीतर ही नाराजगी संभाजी नगर से विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे चुनाव लड़ना चाहते थे। यहां चंद्रकांत खैरे को टिकट मिलने से दानवे भी नाराज हैं। हालांकि, उन्होंने कहा है कि वे पार्टी के लिए काम करते रहेंगे। उन्होंने शिवसेना (उद्धव गुट) छोड़ने की बात को खारिज कर दिया।
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