अध्यक्ष पति की ताना शाही से नगर पालिका बनी घर पालिका कर्मचारी हो रहे अध्यक्ष पति की गुंडा गर्दी शिकार
अजय राज केवट माही
प्रखर न्यूज़ व्यूज एक्सप्रेस भोपाल मध्यप्रदेश
शुजालपुर नगर पालिका का अब एक घर पालिका का बन चुकी हैं ऐसा इस लिऐ कहने में आ रहा है की आपने हमारे अंगने में तुम्हारा क्या काम है इस गाने को सही सिद्ध कर रहे नगर पालिका अध्यक्ष पति बेनी प्रसाद परमार ना किसी पद पर पदस्थ होते हुए भी जब से नगर पालिका अध्यक्ष इनकी पत्नी बनी तब से ही मानो इन महाशय ने नगर पालिका को एक घर पालिका बना दिया है ये आम जन के मुंह पर चर्चा हो रही है और सही भी बेटे से लेकर बाप तक सुबह से शाम तक नगर पालिका अध्यक्ष के ऑफिस में ही सर्प की तरह कुंडली मारकर बैठे रहते हैं आय दिन कर्मचारी इनकी गुण्डा गर्दी का शिकार हो रहे हर नगर का विकाश का काम बेनी प्रसाद ही तय करते हैं की किस गली में किस प्रकार का काम होना है
शहर में लोकसभा चुनाव की नहीं बल्कि नगर पालिका की चर्चा हर जगह है।
नगर पालिका विकास पालिका नहीं बल्कि युद्ध का मैदान बन चुकी है। शहर भर में इन दोनों लोकसभा चुनाव की नहीं बल्कि हर जगह नगर पालिका के विवाद की चर्चा चल रही है नगर पालिका अध्यक्ष पति का लगातार हस्तक्षेप तथा रंगदारी नगर पालिका को विकास की और नहीं बल्कि अविश्वास की ले जाता दिख रहा है। यह पहली घटना नहीं बल्कि अध्यक्ष पति की मनमानी के कई किस्से है। चर्चाओं के बाजार में सुना गया की भाजपा नगर पालिका अध्यक्ष जिन पार्षदों के माध्यम से चुनकर अध्यक्ष पद पर बैठी है उन्ही भाजपा पार्षदों पर उनके पति सीएमओ से एफआईआर दर्ज करवाकर अपनी ही पार्टी के विशाल वृक्ष की शाखों को कमजोर कर रही है। आए दिन हो रहे ऐसे वाद विवाद में नगर की जनता में गलत संदेश जा रहा है ।तथा भाजपा को वोट देकर अपना सिर पिट रहे है। शहर जन समस्या को दर किनारकर नगर पालिका को मनमानी तथा रंगदारी का कार्यालय बना रखा है । इस पूरी घटना की निंदा शहर भर में की जा रही है। भारतीय जनता पार्टी की छवि भी धूमिल हो रही है।
घटना को विस्तार तथा तर्क से देखा जाए तो
नगर पालिका शुजालपुर के सीएमओ पवन अवस्थी द्वारा वार्ड 10 पार्षद गिरधारी परमार तथा लेखा शाखा में पदस्थ उनके भाई पर गाली देने तथा झूमा झटकी करने के विषय में एफआईआर दर्ज करवाई गई। जो की शहर भर में किसी के गले नहीं उतर रही। इस एफआईआर को गलत सिद्ध करने के लिए प्राप्त सीसीटीवी वीडियो फुटेज ही काफी है। सीएमओ द्वारा एफआईआर में लिखवाया गया है कि जलप्रदाय समस्या पर चर्चा चल रही थी उसी समय पार्षद गिरधारी परमार वार्ड नंबर 10 ओर उनके भाई चलती मीटिंग के दौरान आए और गाली गलौज करने लगे वीडियो में साफ तौर पर दिख रहा है कि गिरधारी परमार उक्त मीटिंग में पहले से ही मौजूद है। वीडियो में यह भी देख सकते हैं कि नगर पालिका अध्यक्ष पति बेनी परमार पार्षद गिरधारी परमार को मारने के लिए के लिए खड़े हो गए तभी उक्त मीटिंग में मौजूद सभी लोगों द्वारा बेनी प्रसाद को पकड़ा नही तो हो सकता पार्षद पर हाथ उठा देते। जब कार्यालय में चिल्ला चोट होने लगी सीएमओ कक्ष के नजदीक लेखा शाखा में पदस्थ मोहन परमार चिल्ला चोट को सुनकर कार्यालय में आते दिख रहे हैं तथा बीच बचाव करते रहे। देखा जाए तो यह एफआईआर पूरी तरह निराधार तथा झूठी दिख रही है। शहर के चौराहों पर चर्चा हो रही है कि अब नगर पालिका में तानाशाही साफ तौर पर झलकती दिखी । लोगो ने इस घटना तथा ऑफआईआर की निंदा की।
इस घटना पर पार्षद गिरधारी परमार का मत जानने पर बताया।
जब इस बारे में वार्ड नंबर 10 के पार्षद गिरधारी परमार से बात की गई तो उनका कहना है कि सीएमओ से किसी भी प्रकार का वाद विवाद है हुआ ही नहीं जब जल प्रदाय पर जन समस्या के बारे में चर्चा शुरू हुई तो यह सुनकर अध्यक्ष पति उग्र हो कर गाली गलौज करने लगे ओर मुझे मारने के लिए खड़े हो गए अगर वहां मौजूद लोग उन्हें नहीं पकड़ते हो सकता था वह मुझपर हाथ उठा देते। मेरे द्वारा सिटी थाने पर इनके विरुद्ध आवेदन दिया गया है उसे पर थाना प्रभारी ने कार्यवाही ना करते हुए झूठा प्रकरण हमारे ऊपर ही दर्ज करवा दिया।
सोशल मीडिया पर की गई टिप्पणीया
शुजालपुर की जनता अध्यक्ष पति बेनी प्रसाद की तानाशाही से भली भांति बाकी है जिसका प्रमाणीकरण लोग सोशल मीडिया के माध्यम से तरह-तरह की टिप्पणियां करके देते दिखे । इस एफआईआर को झूठा बताकर सीएमओ पवन अवस्थी को अध्यक्ष पति बेनी प्रसाद का चापलूस बताया।
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