जीतू पटवारी पर भाजपा के साथ सेटलमेंट का लगाया आरोप,एमपी कांग्रेस में बगावत
MP Congress : एमपी कांग्रेस में फिर बगावत के सुर फूटे हैं। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी और एमपी के प्रभारी भंवर जितेंद्रसिंह के खिलाफ वरिष्ठ कांग्रेसी नेता आगे आए हैं। प्रदेश के कांग्रेस नेतृत्व पर बीजेपी सरकार से मिले होने के गंभीर आरोप लगाते हुए दोनों को पद से हटाने की भी मांग की गई है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के खिलाफ उनके गृह क्षेत्र इंदौर में ही असंतोष पनप रहा है जोकि सोमवार को सामने आ गया।
मध्यप्रदेश कांग्रेस के उद्योग व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अजय चौरड़िया ने प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी और प्रदेश प्रभारी महासचिव भंवर जितेंद्रसिंह के खिलाफ मोर्चा खोला। उन्होंने बाकायदा पत्रकार वार्ता कर कहा कि जीतू पटवारी को प्रदेशाध्यक्ष का पद छोड़ देना चाहिए। अजय चौरडि़या को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का करीबी माना जाता है।
कांग्रेस उद्योग व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अजय चौरड़िया ने जीतू पटवारी पर संगठन को कमजोर करने का आरोप लगाया। सबसे गंभीर बात यह है कि उन्होंने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पर प्रदेश की बीजेपी सरकार से सेटलमेंट करने का आरोप लगाया।
अजय चौरड़िया ने साफ शब्दों में कहा कि जीतू पटवारी बीजेपी नेताओं से मिले हुए हैं। उनके बीजेपी नेताओं से व्यापारिक संबंध हैं और वे इसे बखूबी निभा रहे हैं। अजय चौरड़िया ने कांग्रेस हाईकमान से प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी और प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्रसिंह को हटाने की मांग की।
जीतू पटवारी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए अजय चौरड़िया ने कहा कि इंदौर लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी के हटने के लिए भी प्रदेशाध्यक्ष ही जिम्मेदार हैं। चौरड़िया के मुताबिक इंदौर के कांग्रेस प्रत्याशी के पाला बदल लेने की जीतू पटवारी को पहले से जानकारी थी। उन्होंने साजिशन कांग्रेस के डमी प्रत्याशी को सही फार्म नहीं भरने दिया। डमी प्रत्याशी मोतीसिंह पटेल को फार्म भरने से रोकने के संबंध में कांग्रेसियोें के पास वीडियो भी है पर वे डर की वजह से इसे सार्वजनिक नहीं कर रहे हैं।
अजय चौरड़िया ने जीतू पटवारी पर अपने भाई नाना पटवारी को जिलाबदर की कार्रवाई से बचाने के लिए बीजेपी के साथ समझौते का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बैतूल और धार लोकसभा में विधायकों की अनदेखी कर दिकट दिए। प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ताओं में निराशा है, इसलिए मुझे सामने आना पड़ा।