जूते में भरकर पिलाई पेशाब, मामले की जांच में जुटी पुलिस, खेत में दवा छिड़कने नहीं गया तो मिली तालिबानी सजा
मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में एक दलित मजदूर को दिहाड़ी मांगने पर एक दंबग द्वारा जूते में शराब भरकर पिलाने का मामला सामने आया है. इंसानियत को शर्मसार कर देने वाले मामले में पीड़ित दलित मजदूर ने आरोप लगाया है कि दबंग ने पहले आधी दिहाड़ी ऑफर की थी, जब उसने आधी दिहाड़ी लेने से मना कर दिया तो आरोपी ने जूते में भरकर जबरन उसे पेशाब पिलाई.
बगेदरी गांव निवासी पीड़ित मजदूर ने बताया कि मजदूरी के बाद जब उसने आरोपी दंबग से दिहाड़ी के 500 रुपए मांगे, तो उसने 300 रुपए से ज्यादा दिहाड़ी देने से मना कर दिया और फिर हैवानियत की हद पार करते हुए जूते में पेशाब भरकर उसे पीने के लिए मजबूर किया.
भीम आर्मी के हंगामे बाद दंबग के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा
रिपोर्ट के मुताबिक दलित के साथ बदसलूकी के खिलाफ जब भीम आर्मी ने आंदोलन किया तब जाकर पुलिस ने आरोपी दंबग के खिलाफ मामला दर्ज किया. भीम आर्मी का आरोप है कि पुलिस ने सामान्य मारपीट की धाराओं में मामला दर्ज कर केस को निपटाने की कोशिश की. हालांकि पुलिस ने मजदूर के आरोप को बेबुनियाद करार दिया है.
दलित के साथ हुए अमानवीय अत्याचार की निष्पक्ष जांच की मांग
जिले के करेरा अनुभाग के बगेदरी गांव में दलित मजूदर के साथ हुए अमानवीय घटना के बाद आंदोलन में उतरी भीम आर्मी ने पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है. घटना 14 जुलाई की बताई जा रही है. दलित मजदूर के साथ मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आने के बाद करेरा थाने पहुंचकर भीम आर्मी ने आंदोलन शुरू किया.
दलित के साथ हैवानियत के खिलाफ करेरा थाने में दर्ज हुआ एफआईआर
दलित मजूदर को दबंग द्वारा जूते में पेशाब भरकर पिलाने की घटना सामने आने के बाद भीम आर्मी ने करेरा धाने में जमकर हंगामा किया और पुलिस पर दबाव बनाया, तब जाकर पुलिस ने मामले की शिकायत दर्ज की. भीम आर्मी के दवाब में पुलिस ने एससी एसटी एक्ट के तहत मामला तो जरूर दर्ज किया, लेकिन भीम आर्मी कार्रवाई इससे संतुष्ट नहीं है.
दिहाड़ी के पैसे कम नहीं लेने से दबंग ने दलित को पीटा और पिलाई पेशाब
33 वर्षीय दिहाड़ी मजदूर ने बताया कि मजदूरी के 500 रुपए से कम लेने से इनकार करने पर दबंग आरोपी राम सिंह ठाकुर ने 14 जुलाई की दोपहर उसके घर आकर उसके साथ मारपीट की और फिर जूते में पेशाब भरकर उसे पीने के लिए मजबूर किया. मामले की शिकायत करने जब पीड़ित थाने पहुंचा तो FIR दर्ज कर ली गई, लेकिन कार्रवाई भी नहीं की गई.
हंगामे के बाद पुलिस ने एससी-एसटी एक्ट में दर्ज किया मामला
दलित के साथ हुए अमानवीय व्यवहार के खिलाफ भीम आर्मी के सदस्यों द्वारा थाने पर हंगामा करने के बाद पुलिस ने दबंग आरोपी के खिलाफ SC-ST एक्ट के तहत मामला दर्ज किया. आर्मी से जुड़े पदाधिकारियों ने पुलिस व प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर आरोपी के खिलाफ जल्द कड़ी कार्रवाई नहीं हुई तो वह बड़ा आंदोलन करने करने से पीछे नहीं हटेगी.
यह मामला सिर्फ मारपीट का है
प्रारंभिक जांच में तो यह सामने आया है कि गांव में एक महिला से छेड़छाड़ किए जाने के बाद परिहार समाज के लोगों ने मारपीट की थी और परिहार समाज के लोग रामसिंह ठाकुर के यहां पर काम करते हैं। आगे विवेचना में जो भी तथ्य सामने आएंगे उनके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।