उमा भारती पर भी चलवाई थी गोलियां, 11 गए थे जेल ,छतरपुर कांड में बड़ा अपडेट
छतरपुर : छतरपुर में पुलिस पर पथराव करने की घटना के मुख्य आरोपित हाजी शहजाद अली का भाई फैयाज उमा भारती पर हुए हमले की घटना में चर्चित रह चुका है। 1998 में तत्कालीन सांसद उमा भारती पर चुनावी दौर में गई थी, तब छतरपुर जिले के राजनगर क्षेत्र में पहुंची तभी कुछ लोगों ने उनकी कार को रोक लिया था और गोलियां चलाई थीं। जहां सुरक्षाकर्मियों ने उमा भारती को सुरक्षित किया। इन हमलावरों में हाजी शहजाद का भाई भी शामिल था।
पूर्व मुख्यमंत्री पर चलाईं थी गोलियां
अब आप लोगों के मन में सवाल होगा कि एक पुराने कपड़े बेचने वाला कैसे करोड़पति बन गया? यानी की 10 करोड़ की हवेली का मालिक बना तो उसके लिए शहजाद अली एवं उनके भाइयों के बैकग्राउंड पर नजर डाले. जिसमें फैयाज अली ने
"एमपी में दिग्विजय सिंह कि सरकार के समय साल 1998 में भाजपा की खजुराहो से सांसद उमा भारती के ऊपर बमीठा क्षेत्र में लोकसभा चुनाव के दौरान अपने साथियों के साथ मिलकर गोली चलाई थी. जिस मामले को लेकर पुलिस ने फैयाज एवं उनके साथियों पर मामला भी दर्ज किया था. इस मामले में फैयाज अली को जेल भी जाना पड़ा था."
लोकसभा चुनाव के दौरान हमला
लोकसभा चुनाव के दौरान उमा भारती खजुराहो संसदीय क्षेत्र से भाजपा की प्रत्याशी थीं। 8 फरवरी की शाम चंद्रनगर में उमा भारती पर हमला हुआ था। उमा भारती जैसे ही चंद्रनगर चौकी के पास पहुंची, आरोपियों ने उनके वाहन के सामने जीप अड़ा दी थी और पथराव कर गोली चलाई। इन हमलावरों में करीब 11 लोग आरोपित बनाए गए। जो बाद में बरी हो गए थे।
मच गया था अफरा तफरी का माहौल
तत्कालीन सांसद उमा भारती के सांसद प्रतिनिधि रहे नारायण काले ने बताया कि जब यह घटना हुई, तब बहुत ही अफरा तफरी का माहौल बन गया था। उमा भारती की गाड़ी रोक दी गई और गाेलियां चलने लगी, पत्थरबाजी होने लगी। जैसे तैसे उमाजी को सुरक्षित निकाला गया। गोलीकांड के मामले में शामिल आरोपितों में फैयाज भी शामिल था।
घटना को लेकर भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष मलखान सिंह ने बताया कि यह घटना जब राजनगर क्षेत्र में हुई थी, तब हम छतरपुर में थे। घटन के बाद माहौल गर्म हो गया था क्योंकि चुनाव का समय था।
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