तीसरी बार भागलपुर-सुल्तानगंज अगुवानी पुल गंगा नदी में ध्वस्त, 1710 करोड़ की है योजना , बिहार की सियासत गरमाई
बिहार के खगड़िया में अगवानी घाट और भागलपुर के सुल्तानगंज को जोड़ने वाले निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा शनिवार को ढह गया, जिससे बिहार के राजनीतिक हलकों में फिर से विवाद शुरू हो गया.
एनडीए और महागठबंधन ने लगातार पुल ढहने की घटनाओं पर एक-दूसरे पर हमला किया. वहीं बिहार राज्य पुल निर्माण निगम की ओर से जारी विज्ञप्ति में इस घटना को खारिज करते हुए कहा गया है कि पटना हाईकोर्ट के आदेश के तहत ठेकेदार द्वारा पुल को तोड़ा जा रहा है. विज्ञप्ति में कहा गया कि यह घटना गंगा के बढ़ते जलस्तर के कारण हुई. हालांकि इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.
बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने ऐसी घटनाओं को राज्य सरकार की छवि खराब करने वाली घटना बताते हुए दावा किया कि इसमें शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने संबंधित ठेकेदार पर लापरवाही और ढिलाई का आरोप लगाया. तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए सिन्हा ने दावा किया कि अगर उन्होंने समय पर कार्रवाई की होती तो चीजें अलग होतीं
वहीं, तेजस्वी यादव ने कहा कि हमने पुल की समीक्षा के लिए एक समिति गठित की थी, जिसे संबंधित ठेकेदार को हाल ही में एक जनहित याचिका पर अदालत के फैसले के अनुसार अपने खर्च पर फिर से बनाना था. तेजस्वी ने कहा कि "मेरे द्वारा गठित समिति की रिपोर्ट महत्वपूर्ण होगी. रिपोर्ट के अवलोकन से पहले टिप्पणी करना उचित नहीं होगा, लेकिन ये सच है कि नीतीश के नेतृत्व में पुल, पुलिया, स्कूल ढह रहे हैं.
बता दें कि बिहार के भागलपुर में सुल्तानगंज-अगुवानी गंगा नदी पर निर्माणाधीन चार लेन पुल का एक हिस्सा तीसरी बार गंगा नदी में गिर गया. इस पुल का निर्माण एसपी सिंगला कंपनी कर रही है. पुल हादसे में किसी के हताहत की खबर नहीं है. क्योंकि इस वक्त बाढ़ के चलते पुल निर्माण का कार्य रोका गया था. बताया जाता है कि सुल्तानगंज से अगुवानी घाट तक पिलर 9 और 10 के बीच का हिस्सा गंगा नदी में डूब गया है. इसके चलते पिलर कमजोर हो गया था और एक हिस्सा पुल में गिर गया.