BJP को बड़ा झटका! दो सीनियर नेताओं ने दिया इस्तीफा, ऐसे बढ़ा सकते हैं पार्टी की मुश्किलें
Jammu Kashmir Vidhan Sabha Chunav 2024: जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा की तो पार्टी के में आंतरिक विरोध शुरू हो गया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और वकील चंद्र मोहन शर्मा ने बीजेपी के सभी पदों से इस्तीफा देने के बाद कहा है कि जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में पूर्वी जम्मू सीट से चुनाव लड़ेंगे क्योंकि पार्टी ने टिकट बंटवारे में उन्हें तवज्जों नहीं दी है।
बता दें कि इस सीट पर 1 अक्टूबर को आखिरी फेज में वोटिंग होनी है। चंद्र मोहन शर्मा ने कहा है कि टिकट बंटवारे को लेकर बीजेपी कार्यकर्ताओं में निराशा है। वे काफी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और निराश हो चुके हैं। उनका कहना है कि मैं भी उन नाराज वरिष्ठ नेताओं में शामिल हूं जो कि पार्टी छोड़ दी है।
निर्दलीय चुनाव लड़ने की कही बात
चंद्र मोहन शर्मा ने कहा है कि यहां डेरा डाले पार्टी नेताओं के लिए इस मामले में फैसला लेने का समय आ गया है… अगर वे जम्मू पूर्व निर्वाचन क्षेत्र में जनादेश परिवर्तन पर अपने फैसले पर पुनर्विचार करते हैं तो ठीक है, अन्यथा मैं उन कार्यकर्ताओं के आह्वान को स्वीकार करूंगा जो चाहते हैं कि मैं निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ूं। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सीट के लोग उनका समर्थन करेंगे।
महिला नेता ने भी छोड़ दी पार्टी
दूसरी ओर बीजेपी की अन्य नेता कश्मीरा सिंह ने सांबा विधानसभा सीट से सुरजीत सिंह सलाथिया को पार्टी का टिकट मिलने पर नाराजगी जाहिर करते हुए पार्टी छोड़ दी है। कश्मीरा सिंह ने कहा है कि बीजेपी को समर्पित 40 वर्षों की सेवा के बाद, सांबा जिला अध्यक्ष के लिए दो बार पोलिंग बूथ एजेंट के रूप में शुरुआत करने और पंचायती राज सेल के राज्य अध्यक्ष और राष्ट्रीय परिषद के सदस्य के रूप में सेवा करने के बाद, पार्टी ने अब उस व्यक्ति को टिकट दिया है, जिसके खिलाफ वह पहले राजनीतिक रूप से लड़ती रही है। बता दें कि सलाथिया पहले एनसी में थे और एक पूर्व मंत्री थे। वे साल 2019 में बीजेपी में शामिल हुए थे।
कौन हैं चंद्र मोहन शर्मा?
चंद्र मोहन शर्मा ने कहा है कि 1970 के दशक की शुरुआत से बीजेपी से जुड़े हैं, तवी नदी के संरक्षण के लिए चलाए जा रहे आंदोलन से तवी आंदोलन के संयोजक भी हैं। हालांकि, उन्होंने सिर्फ़ दो चुनाव लड़े हैं, 1987 का विधानसभा चुनाव और एक राज्यसभा चुनाव। 1987 में पार्टी द्वारा जम्मू पश्चिम से मैदान में उतारे जाने पर वे तत्कालीन कांग्रेस विधायक मंगत राम शर्मा से 6,074 वोटों से हार गए थे। 2015 में, वे जम्मू-कश्मीर की दो राज्यसभा सीटों में से एक से एक वोट से राज्यसभा चुनाव हार गए थे।
45 प्रत्याशियों के घोषित हो चुके हैं नाम
पिछले तीन दिनों में जम्मू उत्तर और छंब निर्वाचन क्षेत्रों के कुछ स्थानीय बीजेपी नेताओं के नाराज समर्थकों ने टिकट वितरण को लेकर जम्मू में पार्टी मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। माता वैष्णो देवी सीट पर एक अन्य संभावित दावेदार के समर्थकों ने कटरा में पार्टी कार्यालय पर इसी तरह का विरोध प्रदर्शन किया।
बता दें कि बीजेपी ने अब तक जम्मू-कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों के लिए अब तक 45 उम्मीदवारों की घोषणा की है। कथित तौर पर “पुराने नेताओं को दरकिनार किए जाने” पर आंतरिक विरोध के बाद, इसने अपनी पहली सूची जारी होने के कुछ ही घंटों के भीतर वापस ले ली थी, लेकिन बाद में लगभग बिना किसी बदलाव के वही नाम जारी कर दिए थे।