मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने जीतू पटवारी पर कसा तंज : बोले-पटवारी के लिए संकट खड़ा कर गए कमलनाथ ,कांग्रेसी पहचान बताने तक में शर्माते हैं
भोपाल। मध्यप्रदेश के मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी (State Congress Executive) को लेकर बड़ा बयान दिया है। कहा कि- प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष (पीसीसी चीफ) जीतू पटवारी (jitu patwari) को कार्यकारणी बनाने में कमलनाथ ने ही बड़ा संकट (Big problem) खड़ा किया है। भारी भरकम (जंबो) कार्यकारिणी में जीतू पटवारी को समझ में नहीं आ रहा है कि किसी काटे और किसी छांटे
भोपाल में मंत्री राजपूत ने कहा- जीतू पटवारी कार्यकारिणी इस कारण नहीं बन पा रहे हैं क्योंकि उनके लिए बहुत बड़ा संकट पुराने अध्यक्ष खड़ा कर गए हैं। जीतू पटवारी स्वयं कार्यकारिणी में रहे हैं, उस समय 15-20 महामंत्री होते थे। अब वर्तमान में कांग्रेस पार्टी में हजारों महामंत्री हैं।
कार्यकारिणी में 4 हजार उपाध्यक्ष, 5 हजार सेक्रेटरी
मंत्री राजपूत ने कहा- एमपी कांग्रेस की कार्यकारिणी में 4000 उपाध्यक्ष और 5000 सेक्रेटरी हैं। ऐसी स्थिति में हजारों तो पदाधिकारी हैं। जीतू पटवारी अगर एक को नहीं बनाएंगे तो सौ लोग नाराज हो जाएंगे। यह संकट शायद उनके दिमाग में चल रहा है, इसलिए कार्यकारिणी नहीं बन पा रही है।
राजपूत ने कहा- गली-गली, चौराहे-चौराहे पर कांग्रेस के महामंत्री हैं। अब अधिकारियों को कार्ड देने में कांग्रेस के महामंत्री, उपाध्यक्षों को शर्म आती है। हमारे सागर में ही 100 उपाध्यक्ष हैं। हम पूछते हैं आप क्या हो? तो वे बताते हैं कि हम महामंत्री हैं, हम कहते हैं कि आपने बताया क्यों नहीं? वे कहते हैं हमें शर्म आती है। अब जीतू पटवारी के सामने यह संकट है कि किसका नाम काटें और किसका जोडे़ं, यह संकट उनको हो रहा है।
दिसंबर में पटवारी को मिली थी एमपी कांग्रेस की कमान
पिछले साल विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद एमपी कांग्रेस की कमान कमलनाथ से लेकर जीतू पटवारी को दी गई थी। विधानसभा चुनाव में एमपी की 230 सीटों में से बीजेपी ने 163 सीटें जीती थीं। कांग्रेस को मात्र 66 सीटें और एक सीट भारत आदिवासी पार्टी ने जीती थी।
पटवारी को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाने के साथ ही उमंग सिंघार को नेता प्रतिपक्ष और हेमंत कटारे को उपनेता प्रतिपक्ष बनाया था। सात महीने बीतने के बाद भी पटवारी की टीम नहीं बन पाई है।
लोकसभा चुनाव भी बिना टीम के लड़ा
जीतू पटवारी ने लोकसभा चुनाव भी बिना टीम के ही लड़ा था। पटवारी लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी नहीं बना पाए। अध्यक्ष बनने के बाद से वे करीब आठ-दस बार यह कह चुके हैं कि कांग्रेस की कार्यकारिणी जल्द सामने आएगी।
Comments