राज्यसभा में शिवराज सिंह ने राहुल गांधी पर कसा तंज बोले- इनके एक नेता रियल दिखने के लिए रील बनाते हैं
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को राज्यसभा में कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के कामकाज पर हुई चर्चा का जवाब जारी रखा. शुक्रवार को शिवराज का जवाब प्राइवेट मेंबर्स बिजनेस की वजह से बीच में ही रोकना पड़ा था. शिवराज ने अपने संबोधन की शुरुआत से ही कांग्रेस और उसके नेताओं को निशाने पर रखा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने किसानों के लिए प्रत्यक्ष सहायता की बात तो की, लेकिन ऐसी योजना नहीं बनाई. पीएम मोदी ने समझा. ये राशि भले ही छह हजार रुपये हो, सीमांत और छोटे किसानों के लिए बड़े काम की है. इस छोटी राशि के कारण किसान का सम्मान बढ़ा है, वो स्वावलंबी हुआ है, विकास को गति मिली है. ये किसान का सम्मान देख नहीं सकते.
उन्होंने एक रिपोर्ट का हवाला देकर कहा कि सम्मान निधि ने किसान की जोखिम लेने की क्षमता को भी बढ़ाया है. शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस की सरकार में ये सामने दिग्विजय सिंह जी बैठे हैं, इनके हाथ 24 किसानों के खून से सने हैं. उन्होंने 1986 के बिहार, 1988 के दिल्ली और मेरठ, मुल्ताई, नंदीग्राम में किसानों पर गोली चलाए जाने की घटनाओं और इन गोलीकांड में मारे गए किसानों के आंकड़े भी गिनाए. कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान जब ये आंकड़े गिना रहे थे, विपक्षी कांग्रेस के सदस्यों ने राज्यसभा से वॉकआउट कर दिया.
कृषि मंत्री शिवराज ने पंडित नेहरू से लेकर कांग्रेस की अगुवाई वाली सरकारों के प्रधानमंत्रियों के 15 अगस्त के भाषण में किसानों के जिक्र का डेटा पेश किया और ये भी बताया कि नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से अपने किस संबोधन में कितनी बार किसान कहा. उन्होंने राहुल गांधी का नाम लिए बगैर कहा कि इनके एक नेता एक यात्रा पर निकले थे. वे सोनीपत गए, खेत में कैमरे लगे थे. कहां फोकस करना है, ये पहले से तय था. जब खेत में गए तब कैमरामैनों से पूछ रहे हैं कि कहां खड़ा होना है, कैसे क्या करना है. शिवराज ने कहा कि किसान कल्याण ड्रामे से नहीं होगा. हमारे पास वीडियो है. ये किसान की बात करते हैं. मैं किसान का बेटा हूं और खुद खेती करता हूं.
इस पर सभापति धनखड़ ने उनसे इसे ऑथेंटिकेट करने के लिए कहा. शिवराज ने ऑथेंटिकेट करने के लिए एक पेन ड्राइव सदन पटल पर रखी. उन्होंने आगे कहा कि इनके एक नेता थे, जब सुना कि लाल मिर्च की कीमत हरी मिर्च से ज्यादा है तो वे कहने लगे कि लाल मिर्च की खेती क्यों नहीं करते. शिवराज ने कहा कि मुझसे किसानों ने शिकायत की थी कि जिसने गन्ना बोया था, उसको गेहूं का मुआवजा दे दिया. इस व्यवस्था को ठीक करने की जरूरत है. इसके लिए सरकार डिजिटल कृषि मिशन शुरू करने जा रही है. इसमें नेविगेशन का उपयोग किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि हम ये प्रयत्न कर रहे हैं कि छोटा किसान छोटे जोत आकार में कैसे लाभ कमाए. एक मॉडल फॉर्म बना रहे हैं कि एक हेक्टेयर में भी कैसे फायदे की खेती हो. शिवराज ने कहा कि फर्टिलाइजर का उपयोग हमारे अन्न के भंडार भरने के लिए वरदान साबित हुआ. इसका उपयोग अंधाधुंध हुआ जिसका नकारात्मक प्रभाव पड़ा. उन्होंने कहा कि फर्टिलाइजर का उपयोग जरूरी है लेकिन एक सीमा से अधिक उपयोग फसल और भूमि का स्वास्थ्य भी खराब कर रहा है. जमीन की उर्वरा शक्ति कम हो रही है, मित्र कीट मारे जा रहे हैं.
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