MP के IAS अफसरों को निशाना बना रहे साइबर ठग :2 दिन में 6 कलेक्टर हुए साइबर फ्राड का शिकार, जबलपुर कलेक्टर के नाम से मांग लिए 25000 रुपए
मध्य प्रदेश के कलेक्टर (आईएएस अफसर) साइबर ठगों के निशाने पर हैं। बीते दो दिन में साइबर ठगों ने प्रदेश के छह कलेक्टरों के नाम पर ठगी करने की कोशिश की है। ये कलेक्टर जबलपुर, धार, सिवनी, उमरिया, शहडोल और शिवपुरी के हैं। जबलपुर कलेक्टर के नाम पर तो 25 हजार रुपए की ठगी हो भी गई।
साइबर ठगों से आम नागरिक ही नहीं, बड़े-बड़े अफसर भी परेशान हैं. साइबर ठगों ने अब जबलपुर कलेक्टर को भी नहीं छोड़ा. दरअसल, कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना की प्रोफाइल पिक का इस्तेमाल कर अज्ञात नंबर से साइबर ठग कलेक्टर बनकर आम लोगों से बात कर रहे हैं और हाल-चाल जानकर अपने झांसे में ले रहे हैं. इसकी जानकारी होने पर कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना ने स्क्रीनशॉट जारी कर दी है.
कलेक्टर ने बताया कि अज्ञात नंबर से उनकी प्रोफाइल पिक लगाकर लोगों से संपर्क किया जा रहा है, जिससे लोगों को धोखा हो रहा है. उन्होंने स्पष्ट किया कि इन नंबरों का कलेक्टर जबलपुर से कोई संबंध नहीं है और ये पूरी तरह से फर्जी हैं. उन्होंने लोगों से अपील की कि वे इन फर्जी संदेशों को नजरअंदाज करें और ऐसे नंबरों को तत्काल ब्लॉक कर दें. गौरतलब है जबलपुर कलेक्टर दीपक कुमार सक्सेना की प्रोफाइल पिक लगाकर फर्जी नंबर +9989542 229570 से लोगों से बात की जा रही है.
बता दें ठगों ने धार कलेक्टर प्रियंक मिश्रा का फर्जी वॉट्सएप अकाउंट बना लिया और लोगों को ठगने की कोशिश की। धार कलेक्टर ने भी लोगों को जागरूक रहने को कहा है।
शिवपुरी कलेक्टर के नाम से बना फर्जी व्हाट्सएप अकाउंट, पूर्व एडीएम को भेजे मैसेज से चला पता
बताया गया है कि शिवपुरी कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी के नाम से बने फेक व्हाट्सएप अकाउंट से भोपाल में पदस्थ और तत्कालीन शिवपुरी एडीएम विवेक रघुवंशी के पास मैसेज पहुंचा। हाय, हलो का मैसेज दूसरे व्हाट्सएप नंबर से मिला तो एडीएम रघुवंशी ने तुरंत ही कलेक्टर चौधरी से उनके व्यक्ति नंबर पर संपर्क किया। इस दौरान कलेक्टर शिवपुरी को इसकी जानकारी लगी।
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