गर्ल्स स्कूल में बदसलूकी, छात्राओं ने तोड़फोड़ की:प्रदर्शन में 15 छात्राएं बेहोश, कांग्रेस हुई हमलावर।
15 छात्राएं बेहोश हो गईं, जिन्हें जेपी अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया गया।
भोपाल के सरोजिनी नायडू शासकीय कन्या विद्यालय की छात्राओं ने प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। छात्राओं ने आरोप लगाया कि उनसे स्कूल में साफ-सफाई करवाई जाती है 5 मिनट लेट होने पर धूप में खड़ा रखा जाता है। इस पर कांग्रेस नेता ने सरकार को घेरा है।
राजधानी भोपाल के सरोजिनी नायडू शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में बुधवार सुबह छात्राओं ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया। बड़ी संख्या में छात्राओं ने मिलकर स्कूल के गेट पर नारेबाजी की। छात्राओं ने आरोप लगाया कि उनसे स्कूल में साफ-सफाई करवाई जाती है, स्कूल में 5 मिनट लेट होने पर बाहर धूप में खड़ा रखा जाता है। इधर छात्राओं के प्रदर्शन को लेकर कांग्रेस नेता पूर्व मंत्री अरुण यादव नें सरकार पर बड़ा आरोप लगया है।जानकारी के अनुसार स्कूल में रिटायर्ड कैप्टन वर्षा झा नामक अधिकारी को एचआर व एस्टेट मैनेजर के पद पर नियुक्त किया गया है। उनके मनमाने रवैये से छात्राएं परेशान हैं।
छात्राओं के साथ कुछ अभिभावक भी पहुंचे स्कूल
स्कूल छात्राओं को परेशान करने के मामले में कुछ छात्राओं के माता-पिता भी स्कूल पहुंचे थे। अभिभावकों का भी कहना है कि आर्मी से कथित तौर पर रिटायर्ड उक्त महिला अधिकारी की नियुक्ति कैसे हुई और उनका इस तरह से स्कूल की गतिविधियों में दखल देने का क्या अधिकार है। टीचिंग स्टाफ के कुछ लोगों ने भी महिला अधिकारी पर अभद्र व्यवहार करने और साथ ही बेवजह की जानकारी देने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया। बताया जा रहा है कि एक एनजीओ के माध्यम से इस महिला अधिकारी की नियुक्ति की गई। हंगामा बढ़ता देख राज्य शिक्षा केंद्र के निदेशक सरोजनी नायडू स्कूल पहुंचे और छात्राओं वशिक्षकों से बात की। छात्राओं की नाराजगी को देखते हुए आरोपित महिला अधिकारी को लंबी छुट्टी पर भेज दिया गया। तब कहीं जाकर छात्राएं शांत हुईं।
बेटियों, महिलाओं पर अत्याचार जारी
कांग्रेस नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर कहा कि भाजपा के राज में छात्राओं, बेटियों, महिलाओं पर अत्याचार जारी । अब मामला भोपाल के सरोजिनी नायडू शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का आया है, जिसमें लेट आने पर छात्राओं से सफाई कराई जाती है, इस मांग को लेकर छात्राओं का प्रदर्शन जारी । क्या यही है बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की हकीकत
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