"शिवराज सिंह चौहान: कृषि और ग्रामीण विकास के लिए एक नया दिशा संकेत"


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_शिवराज सिंह चौहान, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री, एक ऐसे नेता हैं जो ग्रामीण परिवेश से जुड़े हुए हैं और कृषक परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनकी यह पृष्ठभूमि उन्हें कृषि और ग्रामीण विकास के मुद्दों को गहराई से समझने में काफी मदद करती है:_

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में, शिवराज सिंह चौहान ने किसानों के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए थे, जिनमें से कुछ प्रमुख हैं:

किसानों को सस्ती दरों पर खाद्यान्न और बीज उपलब्ध कराना,

प्रदेश में सिंचाई सुविधाओं का काफी विस्तार इनके मुख्यमंत्री कार्यकाल में हुआ है।

किसानों के लिए सस्ती(सब्सिडी) दर पर बिजली उपलब्ध कराना।

किसानों को शून्य प्रतिशत पर बैंक ऋण उपलब्ध कराना। 

किसानों को 10 से 12 घँटे बिजली उपलब्ध कराना।

भावन्तर जैसी योजना के माध्यम से प्रदेश के किसानों को उचित दाम की व्यवस्था कराना इनकी प्राथमिकता रहा था।

गेंहू के कम दाम होने पर किसानों को समर्थन मूल्य के साथ बोनस भी दिलाया था।

_अब, केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री के रूप में, शिवराज सिंह चौहान को देश के किसानों और ग्रामीणों से बड़ी उम्मीदें हैं। वे चाहे तो कृषि और ग्रामीण विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठा सकते हैं:_

जैसे- कृषि उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए नीतियों का विकास करना।

ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए कार्यक्रम शुरू करना।

किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों से जोड़ने के लिए पहल करना।

ग्रामीण स्वास्थ्य और शिक्षा की सुविधाओं को मजबूत करना।

कृषि उत्पादों के लिए बेहतर मूल्य सुनिश्चित करना।

_केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान को किसानों और ग्रामीणों की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए निम्नलिखित बातों पर ध्यान देना चाहिए:_

किसानों की समस्याओं को सुनना और उनके समाधान के लिए काम करना होगा।ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए स्थानीय स्तर पर निर्णय लेने की प्रक्रिया को मजबूत करना होगा।

कृषि और ग्रामीण विकास के लिए पर्याप्त धन का आवंटन सुनिश्चित कराना होगा।किसानों और ग्रामीणों को सशक्त बनाने के लिए शिक्षा और प्रशिक्षण कार्यक्रमों की व्यवस्था करनी होगी।

गौ-पशुपालन को बढ़ावा देकर ग्रामीण क्षैत्र से पलायन रोकना होगा।

इसके लिए छोटे/मध्यम वर्गीय किसानों को डेयरी फार्मिग से जोड़ने के लिए बैंको से सस्ती दर पर ऋण उपलब्ध कराना होगा।

छोटे/ मध्यम वर्गीय किसानों को खेती और आधुनिक कृषि यंत्रों पर सब्सडी के तहत ज्यादा से ज्यादा ऋण उपलब्ध कराना होगा।

ग्रामीण क्षेत्रों में आवारा पशुओं ओर जंगली जानवरों से फसल सुरक्षा के लिए तारबन्दी जैसी योजना लाकर सब्सडी की व्यवस्था कराना चाहिए।

किसानों को फूड प्रोसेसिंग जैसी यूनिट के लिए ऋण गांरटी देना चाहिए।

किसानों के लिए कम भाव मिलने पर भावन्तर जैसी योजना समूचे भारत देश में लागू करना चाहिए।

वही किसानों की फसले एमएसपी पर या समर्थन मूल्य पर विक्रय सुनिश्चित किया जाना चाहिए। 

इसी तरह ग्रामीण विकास कार्यक्रम के तहत ग्रामीण युवाओ को तकनीकी शिक्षा प्रशिक्षण की व्यवस्था कराना।

महिलाओं के लिए प्रशिक्षण और ग्रामीण रोजगार की व्यवस्था कराना।

युवाओ को छोटे-छोटे व्यवसाय के लिए ग्रामीण बैंको से ऋण गारन्टी प्रदान कराना इत्यादि।

_केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में, कृषि और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में एक नया दिशा संकेत मिल सकता है। उनकी पृष्ठभूमि और अनुभव उन्हें इस क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण योगदान करने में मदद कर सकते हैं।_

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