अतिथि शिक्षकों ने निकाली शव यात्रा: पूर्व सीएम शिवराज के किए वादे पूरा करने की मांग: आंदोलन करने की चेतावनी दी
अतिथि शिक्षकों ने मुख्यमंत्री के नाम पांच सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन दिया है। कहना है कि शिवराज सिंह सरकार ने अतिथि शिक्षकों की महापंचायत बुलाई थी तब शिवराज सिंह ने कई वादे किए थे।
लेकिन सीएम बदलने के बाद मोहन सरकार ने अब तक किसी घोषणा पर अमल नहीं किया है। अतिथि शिक्षकों ने चेतावनी दी है अगर मांग नहीं मानी गई तो 5 सितम्बर, शिक्षक दिवस के दिन प्रदेश के तमाम अतिथि शिक्षक तिरंगा लेकर भोपाल की सड़कों पर उतरेंगे।
आगर में अतिथि शिक्षक महासंघ मध्य प्रदेश ने सोमवार को अपनी विभिन्न लंबित मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। अतिथि शिक्षकों ने आगर की पुरानी कृषि उपज मंडी से अतिथि शिक्षकों के साथ हो रहे खिलवाड़ की शव यात्रा निकाली।
महापंचायत में ये घोषणाएं की गईं थी
अनुभव और वरिष्ठता के आधार पर अतिथि शिक्षकों की विभागीय की पात्रता परीक्षा आयोजित कर नियमित शिक्षक बनाया जाएगा।
शिक्षक भर्ती में 50% आरक्षण दिया जाएगा।
शिक्षक मतों में प्रतिवर्ष 4 अंक और अधिकतम 20 अंक बोनस दिया जाएगा।
अतिथि शिक्षक भर्ती में अनुभव और वरिष्ठता के आधार पर पूरे 1 वर्ष का अनुबंध किया जाएगा।
पिछले वर्ष 72 हजार अतिथि शिक्षकों की भर्ती की गई थी जबकि इस वर्ष करीब 25 हजार शिक्षकों की नियुक्ति हुई है। पोर्टल पर पद रिजर्व रखने पर रिक्त पद प्रदर्शित नहीं हो रहे।
अतिथि शिक्षकों की यह हैं मांगे
स्कोर कार्ड में अनुभव के प्रति वर्ष 10 अंक और अधिकतम 15 वर्षों के 150 अंक जोड़े जाए।
सीधी भर्ती व स्थानांतरण प्रक्रिया से बाहर हुए अतिथि शिक्षकों को अनुभव और वरीयता के आधार पर रिक्त पदों पर समायोजित किया जाए।
पोर्टल पर रिजर्व रखे गए पदों को प्रदर्शित किए जाए।
पोर्टल पर प्रयोग शाला के पद पर सहायक शिक्षकों के पद खोले जाएं।
संस्कृत व अंग्रेजी स्कोर कार्ड वाले अतिथि शिक्षकों को नियुक्ति का ऑप्शन पोर्टल खोला जाए।
पिछले वर्ष 30 प्रतिशत से कम परीक्षा परिणाम देने वाले अतिथि शिक्षकों को इस वर्ष भी नियुक्ति का मौका दिया जाए।
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