राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन जिला जज ने 34 मामलों को किया निस्तारित,विद्युत संबंधी 385 मामले हुए निस्तारित

उरई में राष्ट्रीय लोक अदालत सम्पन्न: जिला जज ने 34, विद्युत अधिनियम के 385 और कुल 1.84 लाख से अधिक मामलों का निस्तारण

राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन जिला जज ने 34 मामलों को किया निस्तारित,विद्युत संबंधी 385 मामले हुए निस्तारित

मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री अभिषेक खरे द्वारा कुल 2709 आपराधिक वादों का निस्‍तारण किया
उरई जिला जाहि में  शनिवार को  10ः30 बजे जनपद न्यायाधीश  अचल सचदेव द्वारा फीता काटने के उपरान्त मां सरस्वती पर माल्यार्पण करके दीप प्रज्ज्वलित करते हुये राष्ट्रीय लोक अदालत का विधिवत् उद्घाटन किया गया। जनपद की सभी तहसीलों मे स्थित दीवानी न्यायालयों में भी उक्त आयोजन सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम में जनपद न्यायाधीश एंव समस्त न्यायिक अधिकारीगण उपसिथत रहें। 
राष्ट्रीय लोकअदालत में निस्तारित वादों की जानकारी देते हुए सचिव/अपर जिला जज जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीमती पारुल पॅवार द्वारा बताया गया कि आज  जनपद न्यायाधीश श्री अचल सचदेव के कुशल मार्गदर्शन में सम्पन्न हुई राष्ट्रीय लोक अदालत में  जिला जज द्वारा 34 मुकदमों का निस्तारण किया गया एवं मु० 10585417/- रू० धनराशि पक्षकारों को दिलायी गयी। उनके द्वारा अवगत कराया गया कि आज लोक अदालत में कुटुम्ब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश  मनोज कुमार सिंह गौतम द्वारा 19 मुकदमों का निस्तारण करते हुये भरण पोषण के मामलें निस्तारित किये। इनके द्वारा 04 वैवाहिक मामले प्रीलिटिगेशन स्तर के भी निपटाये गये। अपर कुटुम्ब न्यायाधीश  प्रवीण कुमार पाण्डेय द्वारा 55 मुकदमों का निस्तारण किया गया। मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण के पीठासीन अधिकारी  अनिल कुमार वशिष्ठ द्वारा 104 मामलों में विपक्षी बीमा कम्पनियों से पीड़ित याचीगण को 10285000/-रू० धनराशि क्षतिपूर्ति के रूप में दिलायी गयी। जिला उपभोक्ता संरक्षण आयोग के अध्यक्ष  विनोद कुमार द्वारा 06 मुकदमो का निस्तारण करते हुये 602992/- रू० याचीगण को दिलवाये गये। अपर जिला जज-प्रथम  सतीष चन्द्र द्विवेदी द्वारा 05, विशेष न्यायाधीश (एस0सी0/एस०टी० एक्ट) श्री सुरेश कुमार गुप्ता द्वारा 03, विशेष न्यायाधीश (पाॅक्सो) श्री मो० कमर द्वारा 01, विशेष न्यायाधीश (ई0सी0 एक्ट)  भारतेन्द्र सिंह द्वारा विशेष प्रयास करते हुये विद्युत अधिनियम के 385 मुकदमों का निस्तारण किया गया। विशेष न्यायाधीश (द०प्र०क्षे०) डाॅ० अवनीश कुमार द्वारा लोकअदालत में सहभागिता की गयी।
मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्अभिषेक खरे द्वारा कुल 2709 आपराधिक वादों का निस्‍तारण किया गया। सिविल जज सी०डि०  अर्पित सिंह द्वारा सिविल के 15 व फौजदारी के 37 एवं अपर सिविल जज सी०डि० श्रीमती शम्भवी प्रथम द्वारा दीवानी प्रकृति के 04 व फौजदारी के 49 वादो में पक्षकारों के मध्य सुलह समझौता कराया गया। 
वाह्य न्यायालय कोंच के न्यायिक अधिकारी मो० फरहान द्वारा 03 दीवानी प्रकृति एवं फौजदारी प्रकृति के 254 और कालपी दीवानी न्यायालय के न्यायिक अधिकारी  अभिषेक चौधरी द्वारा दीवानी के 01 एवं फौजदारी के 500 एवं अपर सिविल जज जू०डि० कालपी  सुधांशु सिंह के द्वारा फौजदारी के 49, सिविल जज (जू०डि०) उरई प्रत्यूश प्रकाश द्वारा दीवानी के 10 एवं फौजदारी के 200, न्यायिक मजिस्ट्रेट  षिंजिनी यादव द्वारा 120, न्यायालय अपर सिविल जज (जू०डि०) श्रीमती अंकिता सिंह पंचम द्वारा 150, सिविल जज (जू०डि०)/एफ०टी०सी०/सी०ए०डब्ल्यू० अनिरूद्ध सिंह द्वारा 157, न्यायालय सिविल जज (जू०डि०)/एफ०टी०सी०/14 वित्त आयोग सुश्री शैलजा द्वारा 152, ग्राम न्यायालय माधौगढ़ के न्यायाधिकारी  विनय कुमार चाहर द्वारा 05 एवं विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम  सैयद अली मेहदी आबिदी द्वारा कुल 21 मामलों का निस्तारण करते हुये विभिन्न न्यायालयों द्वारा 186110/-रू० कोष में जमा कराये।  
इसी क्रम में स्थायी लोक अदालत (पी०यू०एस०) के सदस्यगण श्री सुन्दरलाल एवं  रामबाबू केवट द्वारा भी 01 मुकदमा में पक्षकारों के मध्य सुलह कराते हुये उन्हें विवाद से राहत प्रदान की गयी। 
आज राष्ट्रीय लोक अदालत में जिले की विभिन्न बैंकों के बकाया ऋण के 587 मामलों में समझौता कराया गया। 
इनके अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट, अपर जिला मजिस्ट्रेट सहित सभी उप जिला मजिस्ट्रेट, नगर मजिस्ट्रेट और तहसीलदार न्यायालयों द्वारा राजस्व संहिता और फौजदारी के कुल 3213 मामलों सहित विभिन्न विभागों द्वारा प्री-लिटिगेशन प्रकृति के 176147 मामले निस्तारित किये गये। इस प्रकार जिला प्रशासन एवं न्यायालयों में 184409/- मामलों को आज निस्तारित करते हुये राष्ट्रीय लोक अदालत का सफल आयोजन किया गया।