सिंगर राजवीर जवंदा का निधन: 12 दिनों से ICU में वेंटिलेटर पर थे,बाइक हादसे में हुए थे गंभीर घायल
पंजाबी सिंगर राजवीर जवंदा का निधन हो गया है। वह 35 साल के थे। बीते दिनों शिमला जाते वक्त उनका एक्सीडेंट हुआ था, जिसके बाद से ही वह मोहाली में अस्पताल के ICU में भर्ती थे।

पंजाबी इंडस्ट्री के फेमस सिंगर और एक्टर राजवीर जवंदा को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। खबर है कि राजवीर जवंदा का निधन हो गया है। 35 साल के एक्टर और सिंगर की मौत से इंडस्ट्री में मातम पसर गया है।
पंजाबी संगीत और सिनेमा जगत के चमकते सितारे राजवीर जवंदा का आज मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में निधन हो गया। 35 वर्षीय राजवीर पिछले 12 दिनों से जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे थे। 27 सितंबर को हिमाचल प्रदेश के बद्दी के पास एक सड़क दुर्घटना में उन्हें गंभीर सिर और रीढ़ की हड्डी में चोटें आई थीं। उनकी मोटरसाइकिल सड़क पर अचानक आए आवारा मवेशियों से टकरा गई थी, जिसके कारण यह हादसा हुआ।
डॉक्टरों के अनुसार, राजवीर की न्यूरोलॉजिकल स्थिति अत्यंत गंभीर थी, जिसमें मस्तिष्क लगभग काम नहीं कर रहा था। गहन चिकित्सा देखभाल के बावजूद उनकी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ। अस्पताल में भर्ती होने के बाद से ही उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था। दुर्घटना के तुरंत बाद उनकी हालत को "अत्यंत गंभीर" बताया गया था।
मोहाली के सेक्टर 71 के निवासी राजवीर जवंदा अपने हिट गीतों जैसे "सरनेम," "कमला," "मेरा दिल," और "सरदारी" के लिए बेहद लोकप्रिय थे। उन्होंने पंजाबी सिनेमा में भी अपनी छाप छोड़ी, जिसमें "जिंद जान," "मिंदो तसीलदारनी," और "काका जी" जैसी फिल्मों में उनकी भूमिकाएं सराही गईं।
राजवीर ने अपने संगीतमय सफर की शुरुआत 2014 में सिंगल "मुंडा लाइक मी" के साथ की थी। उनकी मधुर आवाज और पंजाबी संस्कृति व गौरव को समर्पित गीतों ने उन्हें जल्द ही प्रसिद्धि दिलाई। उनके आधिकारिक ऐप्पल म्यूजिक जीवनी के अनुसार, राजवीर मूल रूप से पुलिस अधिकारी बनना चाहते थे, लेकिन उन्होंने अपनी सच्ची पुकार- संगीत को चुना।
उनके असामयिक निधन की खबर ने उनके प्रशंसकों और पंजाबी मनोरंजन उद्योग को गहरे सदमे में डाल दिया है। सोशल मीडिया पर प्रशंसक और सहकलाकार उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं, और उनके योगदान को याद कर रहे हैं। राजवीर जवानदा का जाना पंजाबी संगीत और सिनेमा के लिए एक अपूरणीय क्षति है।