अखिलेश यादव-आजम खान की मुलाकात,तीन साल बाद दोनों मिले , पुलिस ने मीडिया को अंदर जाने से रोका,यूपी की सियासत में हलचल

अखिलेश यादव की रामपुर यात्रा को लेकर रूट और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन और सपा नेताओं के बीच सुबह से ही खींचतान रही थी. प्रशासन ने उन्हें मुरादाबाद रूट से जाने की सलाह दी थी, लेकिन अखिलेश बरेली रूट से ही जाने पर अड़े रहे. बाद में बरेली एयरपोर्ट से वे हेलिकॉप्टर से जौहर यूनिवर्सिटी पहुंचे, जहां आजम खान ने उनका स्वागत किया.

अखिलेश यादव-आजम खान की मुलाकात,तीन साल बाद दोनों मिले , पुलिस ने मीडिया को अंदर जाने से रोका,यूपी की सियासत में हलचल

यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव बुधवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान से मिलने के लिए रामपुर पहुंचे। इस दौरान रामपुर प्रशासन अलर्ट मोड पर रहा। 

लगभग तीन साल बाद अखिलेश यादव की आजम खां से आमने-सामने मुलाकात

रामपुरः सपा प्रमुख अखिलेश यादव पूर्व मंत्री आजम खान से मिलने उनके घर रामपुर पहुंच गए हैं। इस दौरान रामपुर सपा सांसद मोहिबुल्लाह नदवी नहीं दिखे। आजम खान अखिलेश यादव को रिसीव करने खुद गए। दोनों नेताओं के बीच मुलाकात अभी भी जारी है। गौरतलब है कि आजम खान ने रामपुर सांसद से मिलने से मना कर दिया था। उन्होंने कहा था कि वह सिर्फ पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से ही मिलेंगे। लगभग दो साल जेल में बिताने के बाद 23 सितंबर को सीतापुर जेल से आजम के रिहा होने के बाद दोनों के बीच यह पहली मुलाकात है।

उनके पहुंचते ही यूनिवर्सिटी के बाहर सुरक्षा व्यवस्था और सख्त कर दी गई। पुलिस ने मीडिया कर्मियों को आजम के घर के बाहर ही रोक दिया है। अखिलेश यादव का काफिला जौहर यूनिवर्सिटी पहुंचा तो सपा कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह देखने को मिला।

कार्यकर्ताओं की भीड़ नारे लगाती रही। जिले के सपा जिलाध्यक्ष समेत तमाम वरिष्ठ नेता पहले से ही यूनिवर्सिटी परिसर में मौजूद थे। पूर्व मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर प्रशासन मंगलवार से ही सतर्क था।

बेहद खास है ये तस्वीर 

यूपी की सियासत आजम खान आज भी मौजूं बने हुए हैं. कभी एसपी के दिवंगत चीफ रहे मुलायम सिंह यादव के खासम खास आजम खान से मिलने आज खुद मुलायम के बेटे अखिलेश आए थे. मौसम खुशनुमा था तो तस्वीर भी कुछ वैसी ही आई है. हाथ जोड़कर सबका अभिवादन करने के बाद अखिलेश ने आजम के आने का इंतजार किया. आजम जैसे ही आए वहां खड़े लोगों को कुछ इशारा किया. तब अखिलेश ने मानो उनसे पूछा किसे कह रहे हैं. और फिर अखिलेश ने जैसे ही आजम खान उनके बगल में आए, उनका हाथ पकड़ा उनके साथ-साथ चल पड़े. 

मुस्कुराते हुए अखिलेश ने दे दिया संकेत 

इसके बाद अखिलेश ने वहां खड़े मीडियाकर्मियो को मुस्कुराते हुए शायद ये संदेश देने की कोशिश की कि हम अभी भी एक हैं. अखिलेश ने मुस्कुराते हुए हाथ उठाया. उन्होंने हाथ उठाते हुए कई बार आजम की तरफ इशारा भी किया. इस दौरान आजम ने भी लोगों को कुछ कहा. कहा जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच ये मुलाकात करीब एक घंटे चलने वाली है. 

गौरतलब है कि कुछ दिन पहले आजम खान को 23 महीने बाद कोर्ट ने जेल से रिहा करने का आदेश दिया था. वह 22 अक्तूबर 2023 से जेल में बंद थे. आजम ने अखिलेश के साथ मुलाकात के लिए एक शर्त भी रखी थी. उन्होंने कहा था कि अखिलेश अकेले आएं और उनके साथ कोई और नहीं आए. अखिलेश ने भी आजम की शर्त मानी और अकेले ही उनके घर पहुंचे. अब देखने वाली बात ये है कि इस मुलाकात के बाद राज्य की सियासी फिजा में क्या बदलाव आएंगे.

जितनी गहरी जड़ें, उतना ही बड़ा साया'

मुलाकात के बाद अखिलेश यादव ने कहा, 'मैं पहले नहीं पहुंच पाया था, इसलिए आज उनके घर मिलने और हालचाल पूछने आया हूं. आजम खान बहुत पुराने नेता हैं और पुराने नेताओं की बात ही कुछ और होती है. वे हमारी पार्टी के दरख़्त हैं, जिनकी जितनी गहरी जड़ें हैं, उतना ही बड़ा साया हमारे साथ है.'

अखिलेश ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, “बीजेपी पार्टी शायद गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाना चाहती है कि आजम खान पर सबसे ज़्यादा केस दर्ज हों। आजम साहब, उनकी पत्नी और बेटे अब्दुल्ला पर झूठे केस लगाए गए हैं.'

इस मुलाकात को पार्टी में पुराने नेताओं की नाराजगी दूर करने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है. हाल के दिनों में आजम खान की चुप्पी और सपा नेतृत्व से उनकी दूरी के राजनीतिक मायने निकाले जा रहे थे. अखिलेश की यह मुलाकात उस दूरी को पाटने की पहल मानी जा रही है.

क्या हैं इस मुलाकात के सियासी मायने

बता दें कि रामपुर की राजनीति में आजम खान हमेशा समाजवादी पार्टी का अहम चेहरा रहे हैं. मुलायम सिंह यादव के जमाने से वे पार्टी के बुनियादी स्तंभों में गिने जाते रहे हैं. लेकिन बीते कुछ वर्षों में आजम खान पर जमीन कब्जे, भैंस चोरी, बिजली चोरी जैसे कई मामलों में मुकदमे दर्ज हुए. इन मामलों में वे लंबे समय तक जेल में भी रहे.