सोनम रघुवंशी को लेकर कैलाश विजयवर्गीय का बड़ा बयान, कहा- अच्छे संस्कार दिए होते तो ऐसा नहीं करती
इंदौर में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने लव जिहाद पर चिंता जताई और बेटियों को अच्छे संस्कार देने की बात कही. उन्होंने कहा कि बेटियां लव जिहाद का शिकार हो रही हैं.

इंदौर के राजा रघुवंशी हत्याकांड को लेकर सोनम का जिक्र करते हुए मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि अगर उसे सही संस्कार मिले होते, तो आज उसके माता-पिता को समाज में मुंह नहीं छिपाना पड़ता।
इंदौर. मध्यप्रदेश के कैबिनेट मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने लव जिहाद पर बड़ा बयान दिया है. इंदौर में अपने विधानसभा क्षेत्र के एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि हिंदू बेटियों के खिलाफ षड्यंत्र चल रहा है. मुस्लिम युवक हिंदू नाम रखकर बेटियों को फंसा रहे हैं और उनकी ज़िंदगियां बर्बाद कर रहे हैं. उन्होंने कहा, हर माता-पिता की जिम्मेदारी है कि बेटियों को अच्छे संस्कार दें, रामायण पढ़ाएं और सतर्क बनाएं. विजयवर्गीय ने सोनम रघुवंशी केस का उदाहरण देते हुए कहा कि यदि उसे संस्कार मिले होते, तो वह हत्या जैसे अपराध में शामिल न होती. सोनम, राजा रघुवंशी हत्याकांड की मुख्य आरोपी है. मंत्री ने कहा कि “सोनम के माता-पिता ने उसे अच्छे संस्कार नहीं दिए, इसलिए आज उन्हें समाज में शर्मिंदगी झेलनी पड़ रही है.
लव जिहाद को बताया एक गहरी साजिश मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने लव जिहाद को लेकर चिंता भी जताई। उन्होंने मंच से कहा- समाज में लव जिहाद के नाम पर एक गंभीर साजिश चल रही है। कुछ युवक हिंदू नाम रखकर लड़कियों को प्रेमजाल में फंसा रहे हैं। उनका जीवन बर्बाद कर रहे हैं। बेटियों को सतर्क करना जरूरी है।
विजयवर्गीय ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि माताएं और बहनें अपनी बेटियों को अच्छे संस्कार दें। उन्हें समझाएं कि किसी से भी दोस्ती करने से पहले उसके परिवार की जानकारी जरूर लें। संस्कार ही बच्चों को सही और गलत में फर्क करना सिखाते हैं।
दोहे सुनाने पर ही मां दूध-खाना देती थीं विजयवर्गीय ने कहा कि उनके बचपन में रामचरित मानस के दोहे सुनाने पर ही मां दूध और खाना देती थीं। रात में अर्थ सहित उसका पाठ अनिवार्य था, जिससे श्रीराम जैसे आदर्श जीवन में उतरते थे। उन्होंने कहा कि आज के टीवी सीरियल बच्चों के दिमाग में गड़बड़ी फैला रहे हैं। उन्हें पार्क में भेजिए, जहां वो व्यायाम करें, अच्छे दोस्त बनाएं।
उन्होंने यह भी कहा कि आजकल बच्चों का सबसे करीबी दोस्त मोबाइल बन गया है, जो उनकी सेहत और सोच दोनों पर असर डाल रहा है।
फास्टफूड से बच्चों की सेहत बिगड़ रही स्वास्थ्य को लेकर उन्होंने कहा कि पहले 100 में से 5 बच्चों को चश्मा लगता था, आज 100 में से 30 को लग रहा है। फास्टफूड, स्क्रीन टाइम और व्यायाम की कमी इसकी वजह हैं। माताओं से मेरी अपील है कि बच्चों को घर का पौष्टिक खाना खिलाएं। मैदा के फास्टफूड पेट के लिए जहर हैं, और आपका पेट कोई डस्टबिन नहीं है।
कार्यक्रम के दौरान विजयवर्गीय ने वार्ड-4 में 6.27 करोड़ रुपए की लागत के 21 विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि जनता की सेवा करना ईश्वर की सेवा के बराबर है। जब हम जनसेवा करते हैं, तो परमात्मा की पूजा का फल मिलता है।