सीएम रेखा की हत्या की साजिश नाकाम हुई:राजेश के दोस्त ने कबूलनामे में खोला राज, बीच रास्ते में पलट गया पूरा खेल

दिल्ली पुलिस ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हमला करने की साजिश रचने में राजेश के साथी तहसीन को रविवार को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने अपनी जांच में पाया है कि राजेश की योजना सीएम पर चाकू से हमला करने की थी।

सीएम रेखा की हत्या की साजिश नाकाम हुई:राजेश के दोस्त ने कबूलनामे में खोला राज, बीच रास्ते में पलट गया पूरा खेल

दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता (Delhi CM Rekha Gupta) को आरोपी राजेश ने जान से मारने की साजिश रची थी। वह चाकू से हमला करने वाला था, लेकिन ऐन वक्त पर उसने प्लान बदल दिया।

दिल्ली की सिविल लाइंस पुलिस ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हमला करने की साजिश रचने में राजेश के साथी तहसीन को रविवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस सूत्रों की मानें तो तहसीन को राजेश की हरकतों और साजिश की जानकारी थी। उसने अपना गुनाह कबूल लिया है। जांच में सामने आया है कि राजेश की योजना मुख्यमंत्री पर चाकू से हमला करने की थी। जांच से जुड़े वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि तहसीन ने लगातार राजेश के बैंक खाते में रुपये भेजे थे।

तहसीन को थी पूरी साजिश की जानकारी

पुलिस ने छानबीन में पाया है कि तहसीन को पूरी साजिश की जानकारी थी और उसने इसके लिए रुपये भी भेज रहा था। राजेश ने उसे सुप्रीम कोर्ट या मुख्यमंत्री पर हमला करने की योजना के बारे में जानकारी दी थी।

पहले गया था सुप्रीम कोर्ट, ऐसे बदला इरादा

पुलिस ने जांच में पाया कि जब राजेश दिल्ली आया तो वह पहले सुप्रीम कोर्ट गया लेकिन वहां की सुरक्षा देखकर इरादा बदल दिया। फिर उसने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हमला करने की योजना तैयार की।

चाकू से थी हमला करने की योजना

जांच से जुड़े सूत्र ने बताया कि राजेश की योजना सीएम पर चाकू से हमला करने की थी। लेकिन वह जब सिविल लाइंस स्थित मुख्यमंत्री आवास पर कड़ी सुरक्षा देखी तो उसने इरादा बदल दिया। उसने सिविल लाइंस इलाके में ही चाकू फेंक दिया और आवास के अंदर प्रवेश किया।

राजेश को लेकर राजकोट गई थी पुलिस

पुलिस अधिकारी ने बताया कि राजेश को हिरासत में लेकर टीम राजकोट गई थी। यहीं पर तहसीन से पूछताछ हुई। इसके बाद तहसीन को नोटिस देकर दिल्ली बुलाया गया और वह शुक्रवार देर रात को दिल्ली आ गया।

ऐसे खुले राज

पुलिस ने तहसीन के मोबाइल फोन नंबर की काल डिटेल्स एवं आईपीडीआर की जांच की। इसके अलावा यूपीआई से लेनदेन की जानकारी ली।

ऐसे कबूला गुनाह

हालांकि तहसीन पुलिस को बरगलाता रहा और कहा कि राजेश की हरकतों के बारे में जानकारी नहीं थी। लेकिन राजेश के बताने के बाद भी उसने रुपये भेजने की बात सामने आने के बाद उसने साजिश रचने का गुनाह कबूल कर लिया।

दोनों के बीच 15 साल पुरानी यारी

पेशे से आटो चालक तहसीन और राजेश एक दूसरे को 15 साल से जानते हैं। पुलिस तहसीन और राजेश को सोमवार को कोर्ट में पेश करेगी। दरअसल, राजेश की पुलिस हिरासत भी सोमवार को समाप्त हो रही है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि दोनों की हिरासत मांग कर चाकू की बरामदगी करने की कोशिश की जाएगी।