सूरत कुशल दर्शन दादावाड़ी में भगवान महावीर का जन्मवाचन महोत्सव हर्षोल्लास के साथ संपन्न

आचार्य श्री ने प्रवचन में दिया मोक्षमार्ग का संदेश

मंदिर दादावाड़ी में भव्य आंगी और रात्रि भक्ति का आयोजन


 Surat,बाड़मेर जैन श्री संघ  सर्वमंगलमय वर्षावास द्वारा आयोजित पर्युषण पर्व के पांचवें दिन, आचार्य भगवंत श्री जिनपियूषसागर सूरीश्वरजी म.सा. की पावन निश्रा में भगवान महावीर स्वामी का जन्मवाचन महोत्सव अत्यंत भक्तिभाव और उल्लास के साथ मनाया गया। पर्वत पाटिया स्थित प्रभु परमात्मा मुनिसुव्रत स्वामी एवं महावीर स्वामी जिनालयों में प्रातःकाल से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। दर्शन, स्नात्र पूजा , पूजा और जयघोषों से पूरा परिसर गुंजायमान हो उठा।
प्रातः 10 बजे आचार्य श्री का चतुर्विध संघ सहित  दादावाड़ी प्रवचन पंडाल में मंगलाचरण एवं जिनशासन स्तुति के साथ दीप प्रज्वलन कर जन्मवाचन कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। भगवान महावीर की माता त्रिशला द्वारा देखे गए 14 स्वप्नों का वाचन एवं बोलियों का आयोजन किया गया। जिसमे संघ के श्रावकों ने बहुत ही उत्साह से  सपनों जी लक्ष्मी जी ,पारना जी आदि की बोलिया ली । तत्पश्चात, जन्मकल्याणक का जीवंत वर्णन करते हुए भक्तों ने बारी-बारी से पालना झुलाया और आत्मिक आनंद की अनुभूति प्राप्त की।
अपने मंगल प्रवचन में आचार्य श्री ने कहा –
“भगवान महावीर का जन्म केवल उत्सव नहीं, बल्कि यह इस सत्य का प्रतीक है कि आत्मा कैसे कर्मबंधनों से मुक्त होकर मोक्षमार्ग की ओर अग्रसर हो सकती है। माता त्रिशला के 14 स्वप्न प्रभु महावीर के जीवन की दिव्यता और तीर्थंकरत्व के प्रमाण हैं।”
कार्यक्रम उपरांत संघ स्वामीवात्सल्य का आयोजन हुआ जिसमें बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाओं ने भाग लिया। भक्तों ने गुलाबजल छिड़ककर एवं श्रीफल भेंटकर जन्मोत्सव की शुभकामनाएँ दीं।
बाड़मेर जैन श्री संघ के वरिष्ठ सदस्य एवं अजमेर जीर्णोद्धार समिति के सदस्य श्री चम्पालाल बोथरा ने बताया कि संपूर्ण वातावरण तीर्थ मेले जैसा पावन और उत्साहपूर्ण प्रतीत हो रहा था। इस अवसर पर अजमेर दादावाड़ी जीर्णोद्धार हेतु ईंट के नकरे का लाभ ₹9,999/- घोषित किया गया, जिसमें श्रावकों ने उत्साहपूर्वक 11-11 ईंटों का लाभ लेकर पुण्य अर्जन किया।

यह आयोजन पूर्णतः भव्य, मंगलमय और आत्मिक उल्लास से सराबोर रहा, जिसमें समाज के गणमान्य सदस्य, महिलाएं और पुरुष बड़ी संख्या में सज-धजकर शामिल हुए। मंदिर दादावाड़ी में भव्य आंगी और अंकित लोढ़ा की रात्रि भक्ति ने जोरदार प्रभु भक्ति से जोड़ दिया 

संकलन : चम्पालाल बोथरा, सूरत
9426157835