IAS अधिकारी का विवादित बयान; ब्राह्मण समाज भड़का, कांग्रेस बोली- जहरीला बयान, अफसर पर फौरन कार्रवाई करे सरकार
IAS संतोष वर्मा ने ब्राह्मण समाज को लेकर कुछ ऐसा विवादित बयान दे दिया है कि वो अब सुर्खियों में छा गए हैं. भोपाल में उनके बयान के ख़िलाफ़ आंदोलन की तैयारी की जा रही है. ब्राह्मण समाज ने मुख्यममंत्री से कार्रवाई की अपील की है.
अनुसूचित जाति वर्ग के सरकारी कर्मचारियों के संगठन 'अजाक्स' के नए प्रांत प्रमुख चुने गए आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा एक बड़े विवाद में घिर गए हैं। आरोप है कि आरक्षण जारी रहने की समय सीमा बताते हुए उन्होंने ब्राह्मणों को लेकर विवादित टिप्पणी कर डाली।
भोपाल. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित अजाक्स (मध्यप्रदेश अनुसूचित जाति–जनजाति अधिकारी और कर्मचारी संघ) के प्रांतीय अधिवेशन के दौरान नवनिर्वाचित प्रांताध्यक्ष और वरिष्ठ IAS अफसर संतोष वर्मा ने एक विवादित बयान दिया. जिसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग तेज होती जा रही है. IAS के बयान को लेकर सवर्ण कर्मचारी आज (मंगलवार) मंत्रालय में डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला को ज्ञापन सौंपेंगे. वे बयान को लेकर संतोष वर्मा पर कार्रवाई की मांग करेंगे. वहीं कांग्रेस ने भी आईएएस अफसर के बयान को जहरीला और नफरत फैलाने वाला बताया.
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता स्वदेश शर्मा ने कहा कि वरिष्ठ आईएएस अफसर संतोष वर्मा का बयान जहरीला और कटुता बढ़ाने वाला है. सरकार अफसर के खिलाफ तत्काल सख्त कार्रवाई करे. जब भी कोई IAS बनता है, तो समाज के सभी अंग उम्मीद करते हैं कि वह समाज का उत्थान करेगा, नया करेगा, देश-प्रदेश के लिए काम करेगा. आरक्षण देश की पिछड़ी जातियों के लिए आवश्यक है. कांग्रेस ने हमेशा आरक्षण का पक्ष लिया है लेकिन जो इनका (IAS संतोष वर्मा) बयान है, यह जातिगत विरोधाभास का जहरीला बयान है. ऐसे बयानों से बचना चाहिए. ऐसे बयान की कांग्रेस पार्टी निंदा करती है. ऐसे लोगों के खिलाफ सरकार सख्त कार्रवाई करे.
बेटी कोई वस्तु नहीं है, जो दान की जाए
मंत्रालय सेवा अधिकारी/कर्मचारी संघ के अध्यक्ष इंजी. सुधीर नायक ने IAS संतोष वर्मा के विवादित बयान पर कहा कि अजाक्स संगठन के नवनिर्वाचित प्रांताध्यक्ष एवं वरिष्ठ आईएएस अधिकारी द्वारा सवर्णों की बेटियों के बारे में घोर आपत्तिजनक बयान दिया गया है. वह इस बयान की भर्त्सना करते हैं. कौन किससे शादी करे, यह उसका निजी मामला है और बेटी कोई वस्तु नहीं है, जो दान की जाए. शादी एक नितांत निजी मामला है, उसका आरक्षण से क्या संबंध. एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी द्वारा ऐसा कहा जाना अति निंदनीय है. सरकार आईएएस आचरण नियमों के तहत वैधानिक कार्रवाई करे.
IAS संतोष वर्मा का विवादित बयान
ब्राह्मण बेटियों को लेकर अजाक्स के प्रांतीय अध्यक्ष और IAS संतोष वर्मा ने विवादित बयान देते हुए कहा, ‘जब तक मेरे बेटे को कोई ब्राह्मण अपनी बेटी दान नहीं देता या संबंध नहीं बनाए, तब तक आरक्षण जारी रहना चाहिए.’ संतोष वर्मा के विवादित बयान को लेकर बवाल मचा है. अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज के प्रदेश अध्यक्ष पुष्पेंद्र मिश्रा ने कहा कि संतोष वर्मा पर आपराधिक मामला दर्ज होना चाहिए. ऐसा न होने पर ब्राह्मण समाज पूरे राज्य में आंदोलन करेगा. संतोष वर्मा के विवादास्पद बयान पर सपाक्स पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और सेवानिवृत्त IAS डॉ हीरालाल त्रिवेदी ने उन्हें घटिया बताया.
अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज के प्रदेश अध्यक्ष पुष्पेंद्र मिश्र ने टिप्पणी को बेटियों का अपमान बताया. उनका कहना था कि जब सरकार बेटी-बचाओ, बेटी-बढ़ाओ जैसे अभियानों पर ज़ोर दे रही है, तब एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा ऐसी भाषा का इस्तेमाल न सिर्फ अमर्यादित है, बल्कि पूरे समाज के सम्मान को ठेस पहुंचाता है.
ब्राह्मण समाज का कहना है कि यह टिप्पणी आरक्षण बहस को निजी रिश्तों से जोड़कर गलत दिशा में ले जाने वाली है और इससे समाज के बीच अनावश्यक तनाव बढ़ता है.
प्रखर न्यूज़ व्यूज एक्सप्रेस