राज्यसभा में एक बार फिर BJP का आंकड़ा 100 के पार, 3 साल बाद बढ़ी संख्या, तीन मनोनीत सांसदों ने थामा बीजेपी का दामन

हाल ही में राष्ट्रपति ने उज्जवल निकम, सदानंद मास्टर, हर्षवर्धन श्रृंगला और मीनाक्षी जैन को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है. इनमें से 3 सांसद बीजेपी में शामिल हो गए हैं.

राज्यसभा में एक बार फिर BJP का आंकड़ा 100 के पार, 3 साल बाद बढ़ी संख्या, तीन मनोनीत सांसदों ने थामा बीजेपी का दामन

इससे पहले कांग्रेस के ही सौ से अधिक राज्य सभा सांसद रहे हैं. 1988-90 में कांग्रेस के 108 सांसद थे जो बाद में धीरे-धीरे घटते गए. 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने राज्यसभा में एक बड़ी सियासी बढ़त हासिल की है. 9 सितंबर को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले राज्यसभा में बीजेपी का आंकड़ा 102 पहुंच गया है, जो बीजेपी के लिए बेहद अहम मानी जा रही है. राज्यसभा में बीजेपी को ये ताकत अप्रैल 2022 के बाद पहली बार मिली है.

तीन मनोनीत सांसदों ने थामा भाजपा का दामन

राज्यसभा में राष्ट्रपति ने पिछले दिनों चार सांसदों को मनोनीत किया। इनमें तीन मनोनीत सांसद भाजपा में शामिल हो गए। इससे पार्टी की राज्यसभा में ताकत बढ़ गई है। संसद के उच्च सदन में बीजेपी का आंकड़ा अब 102 पहुंच गया है। यह उपराष्ट्रपति चुनाव से ठीक पहले हुआ है। उज्ज्वल निकम, हर्षवर्धन श्रृंगला और सी. सदानंदन मास्टर जैसे मनोनीत सांसद बीजेपी में शामिल हुए हैं।

 

100 के पार हुआ भाजपा का आंकड़ा

तीन मनोनीत सांसदों के आने से राज्यसभा में भाजपा की स्थिति और मजबूत हो गई है। राज्यसभा में पार्टी ने सेंचुरी लगा दी है, उसके अब यहां 102 सदस्य हो गए हैं। अप्रैल 2022 के बाद पहली बार भाजपा ने 100 का आंकड़ा पार किया है। उपराष्ट्रपति चुनाव से ठीक पहले सियासी घटनाक्रम हुआ है।

 

उपराष्ट्रपति का चुनाव 9 सितंबर को

उपराष्ट्रपति का चुनाव 9 सितंबर को होने वाला है। इससे ठीक पहले तीन मनोनीत सांसदों के भाजपा में आने से पार्टी के राज्यसभा में 102 सदस्य हो गए हैं। भाजपा में शामिल होने राज्यसभा सांसदों में उज्ज्वल निकम एक बड़े वकील हैं। हर्षवर्धन श्रृंगला पहले विदेश सचिव थे। सी. सदानंदन मास्टर एक समाज सेवक हैं। इन तीनों ने पिछले महीने ही राज्यसभा सांसद के रूप में शपथ ली थी।

राज्यसभा का समीकरण

राज्यसभा में 250 सदस्य हो सकते हैं। इनमें 12 सदस्य राष्ट्रपति की ओर से मनोनीत किए जाते हैं। अभी राज्यसभा में 245 सदस्य हैं। 12 मनोनीत सदस्यों में से अब पांच भाजपा में शामिल हो चुके हैं। फिलहाल राज्यसभा में जिस तरह से भाजपा की ताकत बढ़ी हैं, ऐसा कहा जा सकता है कि इससे पार्टी की दावेदारी उपराष्ट्रपति चुनाव में और मजबूत होगी।

दूसरी बार ऐसा हुआ

यह पहला मौका नहीं है जब भाजपा ने राज्यसभा में 100 से अधिक सीटें हासिल की हैं। इससे पहले मार्च 2022 में भी बीजेपी ने यह उपलब्धि हासिल की थी, जब 13 सीटों पर हुए राज्यसभा चुनावों में जीत के बाद पार्टी की संख्या 101 हो गई थी। कांग्रेस को यह उपलब्धि 1988 से 1990 के बीच मिली थी, लेकिन उसके बाद किसी पार्टी को यह आंकड़ा छूने में सालों लग गए