रायसेन SP को हटाया, थाना प्रभारी के खिलाफ एक्शन,रात में MP सीएम की हाई-लेवल मीटिंग: बोले- सड़कों पर उतरो, अपराधी को मत छोड़ो
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव रात अचानक पुलिस मुख्यालय पहुंचे. सीएम ने मुख्य सचिव, DGP और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अपराध की स्थिति पर समीक्षा की और रायसेन में गिरफ्तारी न होने पर नाराजगी जताई. उन्होंने रायसेन SP को मुख्यालय अटैच किया और मिसरोद थाना प्रभारी को हटाने के निर्देश दिए.
MP सीएम यादव ने रात 8.15 बजे पुलिस मुख्यालय में अचानक हाई-लेवल मीटिंग बुलाई, जिसमें लगातार बढ़ रहे Crime और पुलिस की Slow Action पर कड़ी नाराजगी जताई. Raisen SP को Headquarters अटैच करने के निर्देश दिए गए. साथ ही भोपाल में Rising Criminal Incidents पर कमिश्नर से जवाब तलब किया. CM Mohan Yadav ने सख्त आदेश दिए कि Police Patrol बढ़ाई जाए, लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
भोपाल. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर कड़ा रुख अपनाया. वे रात 8.15 बजे मुख्य सचिव, DGP और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अचानक पुलिस मुख्यालय पहुंचे. यहां उन्होंने प्रदेश में बढ़ते अपराध, पुलिस की कार्यप्रणाली और हाल की घटनाओं पर विस्तृत समीक्षा की. बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने रायसेन केस में गिरफ्तारी न होने पर गहरी नाराजगी जताई. उन्होंने इसे गंभीर चूक माना और कहा कि ऐसे मामलों में पुलिस की जिम्मेदारी स्पष्ट रहती है. इसी आधार पर उन्होंने रायसेन के पुलिस अधीक्षक को तत्काल मुख्यालय अटैच करने के आदेश दिए. इसके साथ-साथ उन्होंने मिसरोद थाना प्रभारी को हटाने के निर्देश जारी किए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता को मजबूत कानून व्यवस्था चाहिए और सरकार इसका वादा निभाएगी. उन्होंने कहा कि पुलिस जवान थानों में बैठने के बजाय लगातार सड़कों पर रहें. अपराध रोकने के लिए गश्त बढ़ाई जाए और संदिग्ध गतिविधियों पर तुरंत कार्रवाई की जाए. उनके शब्द थे, “किसी अपराधी को किसी भी कीमत पर न छोड़ा जाए. ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी.” बैठक में मुख्यमंत्री ने मंडीदीप में हुए चक्काजाम पर पुलिस की धीमी प्रतिक्रिया पर भी नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने कहा कि ऐसी परिस्थितियों में समय पर हस्तक्षेप जरूरी है, अन्यथा हालात बिगड़ते हैं.
पुलिस कमिश्नर से सवाल किए
भोपाल में हाल ही में दर्ज हुई आपराधिक घटनाओं पर भी मुख्यमंत्री ने पुलिस कमिश्नर से सवाल किए और सभी वारदातों की विस्तृत जानकारी ली. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि पुलिस मुख्यालय नियमित निरीक्षण करे. गश्त, पेट्रोलिंग और फोर्स की मूवमेंट को और मजबूत किया जाए. उन्होंने चेतावनी दी कि लापरवाही पाए जाने पर किसी भी अधिकारी-कर्मचारी पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी. मुख्यमंत्री की सख्ती के बाद, भोपाल पुलिस कमिश्नर ने दो थाना प्रभारियों को हटाने की कार्रवाई भी की. टीला जमालपुरा के कार्यवाहक निरीक्षक दिनेश प्रताप सिंह और मिसरोद थाना प्रभारी संदीप पवार को पद से हटाया गया.
प्रखर न्यूज़ व्यूज एक्सप्रेस