CM मोहन यादव का बड़ा ऐलान :क्रांति गौड़ को 1 करोड़ रुपए देगी एमपी सरकार कहा- छतरपुर की बेटी ने मान बढ़ाया
टीम इंडिया को वर्ल्ड चैंपियन बनाने में अपनी बॉलिंग से अहम किरदार निभाने वालीं क्रांति गौड़ की बल्ले-बल्ले हो गई है. मध्य प्रदेश सरकार ने क्रांति को एक करोड़ रुपये की इनामी राशि देने का ऐलान किया है. क्रांति ने टूर्नामेंट में जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 8 मैचों में कुल 9 विकेट चटकाए.
महिला क्रिकेटर क्रांति गौड़ की सफलता पर मध्य प्रदेश को गर्व है। सीएम मोहन यादव ने क्रांति गौड़ को एक करोड़ रुपए की सम्मान राशि देने की घोषणा की है। क्रांति की सफलता पर गांव में खुशी की लहर
भोपाल,रविवार रात भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने वो इतिहास रच दिया जिसकी कामना हर क्रिकेट प्रेमी कर रहा था। मुंबई के डी वाई पाटिल स्टेडियम पर पहली बार विश्व कप ट्रॉफी उठाने वाली भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए यह किसी सपने के सच होने जैसा है। साउथ अफ्रीका की अंतिम बल्लेबाज के आउट होते ही पूरा जहां जैसे खुशी से झूम उठा। इसके बाद टीम और खिलाड़ियों पर पैसों की बारिश हो रही है। बीसीसीआई और आईसीसी के बाद अब एमपी सरकार ने भी प्राइज मनी की घोषणा की है। सीएम मोहन यादव ने भारतीय महिला क्रिकेट खिलाड़ी क्रांति गौड़ को 1 करोड़ रुपये देनें की घोषणा की है। उन्होंने इसके साथ क्रांति को बधाई भी दी।
फाइनल मुकाबले में भारतीय टीम ने दक्षिण अफ्रीका को 52 रन से हरा दिया था। जीत के बाद पूरे देश भर के साथ मध्य प्रदेश में भी जश्न मनाया गया। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बधाई दी है और साथ ही मध्यप्रदेश के छतरपुर की बेटी ओर भारतीय महिला क्रिकेट खिलाड़ी क्रांति गौड़ को बधाई देते हुए 1 करोड़ रुपये देनें की घोषणा की है। महिला टीम इंडिया की जीत पर भोपाल, इंदौर समेत प्रदेशभर में रविवार देर रात तक आतिशबाजी जारी रही। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत कांग्रेस के पूर्व सीएम कमलनाथ और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी खुशी जताते हुए टीम इंडिया को बधाई दी।
मां से किया था खास वादा
मध्य प्रदेश के लिए टीम इंडिया की यह जीत भी खास है। क्योंकि छतरपुर जिले के घुवारा की बेटी क्रांति गौड़ भी इस टीम का हिस्सा रही और मैच के दौरान क्रांति ने साउथ अफ्रीका के बल्लेबाजों को बांधे रखा और अपने तीन ओवर के स्पेल में महज 16 रन दिए और टीम इंडिया की जीत में अपनी विशेष भूमिका निभाई।
रविवार को हुए मैच को लेकर घुवारा गांव में उत्साह का माहौल रहा। गांववालों ने बड़ी एलईडी स्क्रीन पर मैच देखा। गांव में क्रांति के पोस्टर भी लगाए थे। जैसे ही टीम इंडिया जीती, क्रांति के गांव में जश्न शुरू हो गया। परिजन और पूरा गांव ढोल-नगाड़ों की थाप पर झूमे। साथ ही जमकर आतिशबाजी भी की। एक-दूसरे मिठाई खिलाकर बधाई दी। कहा कि हमें टीम इंडिया और बेटी क्रांति पर गर्व है। मिली जानकारी के अनुसार भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी क्रांति ने जाते वक्त अपनी मां से कहा था कि मम्मी मैं जा रही हूं। वर्ल्ड कप जीत कर आऊंगी।
हार के बाद मिला महाकाल आशीर्वाद
बताया गया कि महिला क्रिकेट टीम जब इंदौर पहुंची थी, इस दौरान वह लगातार दो मैच हार चुकी थी। इसके बार उज्जैन के प्रसिद्ध बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने पूरी टीम पहुंची थी। दर्शन के बाद हुए मैच में टीम ने वापसी करते हुए न सिर्फ सेमीफाइनल में जगह बनाई बल्कि फाइनल भी जीत लिया। टीम की इस ऐतिहासिक जीत के पीछे खिलाड़ियों की मेहनत के साथ-साथ बाबा महाकाल का आशीर्वाद भी माना जा रहा है। विश्व कप से पहले पूरी टीम ने उज्जैन स्थित श्री महाकालेश्वर मंदिर में जाकर बाबा महाकाल के दर्शन किए थे।
15 अक्टूबर को भारतीय महिला क्रिकेट टीम की खिलाड़ी और कोचिंग स्टाफ ने प्रातःकाल भस्म आरती में भाग लिया और भगवान महाकालेश्वर से आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान कप्तान हरमनप्रीत कौर, उपकप्तान स्मृति मंधाना, दीप्ति शर्मा, हरलीन देयोल, रेणुका सिंह ठाकुर, राधा यादव सहित अन्य खिलाड़ी मौजूद थीं। भस्म आरती के दौरान खिलाड़ियों ने परंपरागत रीति-रिवाजों का पालन करते हुए पूजन-अर्चन किया और बाबा महाकाल से देश के गौरव और टीम की सफलता की प्रार्थना की। मंदिर प्रशासन की ओर से उप प्रशासक एस.एन. सोनी ने सभी खिलाड़ियों का स्वागत और सम्मान किया था।
प्रखर न्यूज़ व्यूज एक्सप्रेस