मोहन भागवत ने लॉन्च किया संघ गीत एल्बम, यह भारत माता के प्रति भक्ति, प्रेम और समर्पण', मोहन भागवत : शंकर महादेवन की आवाज
महाराष्ट्र के नागपुर में RSS के 100 वर्ष पूरे होने पर शंकर महादेवन की आवाज में संघ प्रार्थना का नया ऑडियो-वीडियो लॉन्च किया गया है। यह प्रार्थना लंदन में रिकॉर्ड हुई है, जिसे संगीतकार राहुल रानाडे ने अपने सुरों में संजोया है। लॉन्चिंग समारोह में RSS प्रमुख मोहन भागवत समेत कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।

संघ की यात्रा में इसकी प्रार्थना चुनना भी एक महत्वपूर्ण पड़ाव था. आखिर इस प्रार्थना से संघ की पहचान तय होनी थी. क्या आप जानते हैं कि ये संघ की पहली प्रार्थना नहीं है? क्या थी ऑरिजिनल प्रार्थना, इसे क्यों बदला गया? आरएसएस के 100 सालों की, 100 कहानियों में आज कहानी इसकी प्रार्थना की.
नागपुर। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि संगठन की ‘प्रार्थना भारत माता के प्रति भक्ति और स्वयंसेवकों के सामूहिक संकल्प का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि जहां व्यक्तिगत संकल्प प्रत्येक स्वयंसेवक तक सीमित रहते हैं, वहीं आरएसएस की साझा भावना और मूल्य इसी प्रार्थना से प्रेरित होते हैं, जिसका प्रतिदिन पाठ किया जाता है। भागवत शनिवार को नागपुर के रेशमबाग स्थित महर्षि व्यास सभागार में आयोजित विशेष कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस अवसर पर आरएसएस प्रार्थना का ऑडियो संस्करण जारी किया गया, जिसे गायक शंकर महादेवन ने अपनी आवाज दी है। कार्यक्रम में अभिनेता सचिन खेड़ेकर, वरिष्ठ प्रस्तोता हरीश भिमानी और संगीतकार राहुल रणाडे भी उपस्थित थे।
उन्होंने विश्वास जताया कि ऑडियो संस्करण के माध्यम से यह प्रार्थना अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचेगी। आरएसएस की मूल प्रार्थना नरहरि नारायण भिड़े ने लिखी थी और इसे पहली बार 23 अप्रैल, 1940 को पुणे में आरएसएस शिक्षा वर्ग में यादव राव जोशी ने गाया था। इसका प्रारंभिक मसौदा 1939 में पुणे की एक बैठक में तैयार किया गया था। लंदन में रिकॉर्ड किया गया गीत आरएसएस प्रमुख ने बताया कि यह गीत लंदन के एक स्टूडियो में रॉयल फिलहार्मोनिक ऑर्केस्ट्रा के साथ रिकॉर्ड किया गया है, जिसमें सभी विदेशी वादक शामिल थे। महादेवन ने इस संगीतमय प्रस्तुति को स्वर दिया, जबकि मराठी वॉइसओवर अभिनेता सचिन खेड़ेकर और हिंदी वाचन हरीश भिमानी ने किया। प्रार्थना को आठ अलग-अलग भाषाओं में भी प्रस्तुत किया गया है।