ग्राम छेवला (पंचायत सिलावन, तहसील पिपरई) के हितग्राहियों को समय पर राशन न मिलने की शिकायत, कलेक्टर कार्यालय में दर्ज
ग्राम छेवला (पंचायत सिलावन, तहसील पिपरई, जिला अशोकनगर) के ग्रामीणों ने राशन वितरण में अनियमितता और दुर्व्यवहार को लेकर कलेक्टर कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई है। उनका आरोप है कि राशन दुकान संचालक समय पर राशन नहीं देता, कुछ लाभार्थियों को गाली देकर भगा देता है और कई बार केवाईसी या फिंगरप्रिंट के नाम पर नाम काट दिए जाते हैं। पूर्व में शिकायत के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो जनआंदोलन करेंगे।

ग्रामीणों ने कलेक्टर से की शिकायत, राशन वितरण में अनियमितता और दुर्व्यवहार का आरोप
छेवला गांव में राशन वितरण में घोटाले की गूंज, गरीबों को नहीं मिल रहा हक का अनाज
फिंगरप्रिंट और केवाईसी के नाम पर हितग्राहियों को किया जा रहा परेशान
पूर्व शिकायतों पर नहीं हुई कार्रवाई, ग्रामीणों ने जनआंदोलन की दी चेतावनी
राशन दुकान संचालक पर कार्रवाई और निष्पक्ष जांच की मांग
ग्राम छेवला, पंचायत सिलावन, तहसील पिपरई, जिला अशोकनगर के निवासियों ने मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय में एक गंभीर शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें राशन दुकान संचालक द्वारा हितग्राहियों के साथ की जा रही गड़बड़ियों और दुर्व्यवहार की बात सामने आई है।
ग्रामीणों ने बताया कि दुकान संचालक द्वारा नियमित रूप से राशन वितरण में अनियमितता बरती जाती है। समय पर राशन नहीं दिया जाता, और कई बार "केवाईसी" अथवा फिंगरप्रिंट के नाम पर हितग्राहियों का नाम काट दिया जाता है। कुछ चुनिंदा लोगों को ही राशन वितरित किया जाता है, जबकि अन्य गरीब एवं जरूरतमंदों को गाली-गलोच कर दुकान से भगा दिया जाता है।
ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि पूर्व में भी शिकायत दर्ज की गई थी, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। निरीक्षण के लिए जो अधिकारी ग्राम में आए थे, उन्होंने केवल औपचारिकता निभाकर मामले को नजरअंदाज कर दिया। साथ ही, बीते तीन माह का राशन रुपये लेकर बांटा गया है, और कई लाभार्थियों को चार-चार किलो अनाज कम दे दिया गया है।
ग्रामीणों ने मांग की है कि:
• सभी हितग्राहियों को समय पर और पूरा राशन उपलब्ध कराया जाए।
• संबंधित राशन दुकान संचालक पर सख्त कार्रवाई की जाए।
• पूर्व में की गई शिकायतों की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के विरुद्ध विधिसम्मत कार्रवाई हो।
• राशन वितरण संचालक के घर से न हो, सरकारी राशन दुकान से ही वितरित किया जावे।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र ही इस गंभीर समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो वे आगे जनआंदोलन के लिए बाध्य होंगे।