कंप्यूटर बाबा को सरकार नहीं, खुद को जगाने की जरूरत : स्वामी वैराग्यानंद गिरी, महामंडलेश्वर बोले, दुकान चमकाने उछाले जा रहे खोखले मुद्दे, सरकार कर रही गौ संरक्षण पर काम

पंचायती निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद गिरी महाराज ने कंप्यूटर बाबा पर निशाना साधते हुए कहा कि बाबा को सरकार पर उंगली उठाने के बजाय आत्ममंथन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में गौशालाओं को आत्मनिर्भर और मजबूत बनाने के लिए गोबर-गौमूत्र से आय, दुग्ध उत्पादों के विक्रय और देसी नस्ल संरक्षण जैसे ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। बाबा पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि गौ माता की सेवा खोखली यात्राओं और बयानबाजी से नहीं बल्कि जमीन पर काम करने से होती है। कंप्यूटर बाबा सिर्फ मीडिया में सुर्खियाँ बटोरने के लिए सक्रिय होते हैं, जबकि वास्तविक गौ सेवा सरकार कर रही है।

कंप्यूटर बाबा को सरकार नहीं, खुद को जगाने की जरूरत : स्वामी वैराग्यानंद गिरी,  महामंडलेश्वर बोले, दुकान चमकाने उछाले जा रहे खोखले मुद्दे, सरकार कर रही गौ संरक्षण पर काम

कंप्यूटर बाबा को आत्ममंथन की जरूरत : स्वामी वैराग्यानंद गिरी

सरकार गौ संरक्षण पर ठोस कदम उठा रही है, खोखले मुद्दों से दुकान न चमकाएँ

गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मुख्यमंत्री मोहन यादव कर रहे लगातार प्रयास

भोपाल।पंचायती निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद गिरी महाराज ने कंप्यूटर बाबा पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि सरकार पर ऊँगली उठाने से पहले बाबा को अपना आत्ममंथन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में गौशालाओं को आत्मनिर्भर और संपन्न बनाने की ऐतिहासिक पहल की जा रही है, और बाबा को इन सच्चाइयों से आँखें मूँदने की बजाय हकीकत को देखना चाहिए।

महामंडलेश्वर वैराग्यानंद गिरी महाराज ने कहा कि गौ-धन के संवर्धन के लिए सरकार गोबर और गौमूत्र से आय सृजन, दुग्ध उत्पादों के विक्रय और देसी नस्ल के संरक्षण जैसे ठोस कदम उठा रही है। मुख्यमंत्री खुद नियमित समीक्षा कर रहे हैं और गौशालाओं के अनुदान में वृद्धि इसका स्पष्ट प्रमाण है।

स्वामी वैराग्यानंद गिरी ने तंज कसते हुए कहा, कंप्यूटर बाबा को अगर सचमुच गौ माता की चिंता है, तो वे खुद मैदान में उतरें, न कि खोखली यात्राओं से अपनी राजनीति और दुकान चमकाने की कोशिश करें। सरकार पर निशाना साधना आसान है, लेकिन सच्चाई यह है कि सरकार काम कर रही है और बाबा सिर्फ बयानबाजी ? उन्होंने कहा कि गौ माता का नाम लेकर राजनीति करना और खोखली यात्राएँ निकालना आसान है। असली तपस्या तो गौ-सेवा में है, और यह कार्य आज प्रदेश सरकार कर रही है। कंप्यूटर बाबा को चाहिए कि वे अपनी उर्जा व्यर्थ की बयानबाज़ी में खर्च करने के बजाय सीधे गौशालाओं में सेवा करें।

उन्होंने तीखे शब्दों में आरोप लगाया कि बाबा सिर्फ मीडिया की सुर्खियों में बने रहने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाते हैं। ये महज बरसाती मेढ़क की तरह सिर्फ चार महीने के लिए निकलते हैं और फिर गायब हो जाते हैं।