सिंधिया के गढ़ में भाजपा-कांग्रेस पार्षदों का सामूहिक इस्तीफा, देशभक्ति गीतों के बीच रैली निकालकर जताया विरोध, शिवपुरी नपा अध्यक्ष के खिलाफ लाने वाले थे अविश्वास प्रस्ताव

शिवपुरी नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा और उनके विरोधी पार्षदों के बीच पिछले दो महीने से जारी विवाद गुरुवार को नए मोड़ पर पहुंच गया। कलेक्टर ने अविश्वास प्रस्ताव का आवेदन अमान्य कर दिया। जिसके बाद 18 विरोधी पार्षदों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया।

सिंधिया के गढ़ में भाजपा-कांग्रेस पार्षदों का सामूहिक इस्तीफा, देशभक्ति गीतों के बीच रैली निकालकर जताया विरोध, शिवपुरी नपा अध्यक्ष के खिलाफ लाने वाले थे अविश्वास प्रस्ताव

केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ में नगरपालिका अध्यक्ष के पार्षदों ने मोर्चा खोल दिया है. नगरपालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के खारिज होने के बाद गुरुवार को 18 पार्षदों ने सामूहिक रूप से अपने-अपने इस्तीफे कलेक्टर को सौंप दिए. जून में पार्षदों ने मंदिर में इस्तीफा देने की कसम खाई थी.

शिवपुरी नगरपालिका में कई दिनों से घमासान चल रहा है. यहां के 18 पार्षद अध्यक्ष से खफा हैं और अब एक साथ इस्तीफा दे दिया है. 

शिवपुरी : केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ में भाजपा की खुली बगावत ने राजनीतिक हलकों में खलबली मचा दी है। शिवपुरी में सिंधिया समर्थक नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा को हटवाने के लिए पार्टी के ही पार्षद सड़क पर उतर आए हैं। अविश्वास प्रस्ताव फेल होने के बाद गुरुवार को 18 पार्षदों ने जुलूस निकालकर प्रशासन को अपने इस्तीफे सौंप दिए हैं।

बीजेपी, कांग्रेस और निर्दलीय पार्षद

माधक चौक स्थित हनुमान मंदिर से सभी पार्षद जुलूस निकालकर कलेक्ट्रेट पहुंचे. रास्ते भर लोगों ने उनका फूल-मालाओं से स्वागत किया. डीजे पर देशभक्ति के गीत बजते रहे. कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर सभी पार्षदों ने सामूहिक रूप से अपना इस्तीफ एडीएम को सौंपा. इस्तीफा सौंपने वाले पार्षदों में 12 भाजपा, 2 निर्दलीय, 4 कांग्रेस के पार्षद हैं.

मंदिर में ली थी शपथ

दरअसल, 11 जून के 22 पार्षदों ने करैरा स्थित बगीचा सरकार मंदिर में नगरपालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा को पद से हटाने की कसम ली थी. मंदिर को लेकर मान्यता है कि यहां जो कसम खाई जाती है, वो टूटती नहीं है. अगर कसम टूटी तो कोढ़ जैसी बीमारी होती है. पार्षदों ने इसी से बचने के लिए इस्तीफा दिया है.

कलेक्टर का किया इंतजार

जब पार्षद कलेक्ट्रेट पहुंचे, तब कलेक्टर वहां मौजूद नहीं थे. पार्षदों ने उनका इंतजार किया. इस दौरान पार्षदों ने हनुमान चालीसा का पाठ किया. ज्ञापन लेने के लिए कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी से जब पार्षदों ने फोन पर चर्चा की तो उन्होंने जिले से बाहर होना बताया. इसके बाद पार्षदों ने एसडीम को इस्तीफा सौंपे. वहीं वार्ड नंबर 20 की महिलाएं ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर पार्षद विजय शर्मा को इस्तीफा देने से रोकने का प्रयास किया.

अब गेंद कलेक्टर के पाले में

शिवपुरी नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा के खिलाफ आंदोलन करने वाले इन 18 विरोधी पार्षदों ने अपने सामूहिक इस्तीफे देते हुए कहा कि शिवपुरी का विकास थम गया है। नगर पालिका में भ्रष्टाचार हावी है। पिछले दिनों भ्रष्टाचार के मामले में एक एफआईआर हुई लेकिन प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई। लगातार भ्रष्टाचार के मामले सामने आ रहे हैं। पार्षदों का आरोप था कि उनके वार्ड में विकास कार्य नहीं हो रहे हैं। पूर्व में कई बार अधिकारियों को और जनप्रतिनिधियों को इस बारे में बताया गया, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही इसलिए मैं सामूहिक इस्तीफे सौंप रहे हैं। इन 18 पार्षदों द्वारा सामूहिक इस्तीफे दिए जाने के बाद अब कलेक्टर के पाली में गेंद है कि उनके यह इस्तीफे स्वीकार करते हैं कि नहीं।