महामंडलेश्वर यतींद्रानंद और प्रबोधानंद गिरि ,जूना अखाड़े से दोनो महामंडलेश्वर निष्कासित,
हरिद्वार में अर्द्धकुंभ की तैयारी चल रही है। इसे लेकर रविवार को सरकार के अधिकारियों और अखाड़ों के बीच बैठक हुई। इस बीच स्वामी यतींद्रानंद और प्रबोधानंद गिरि को जूना अखाड़ा ने महामंडलेश्वर पद से हटा दिया है
मोहन भारती महाराज ने कहा कि दोनों संतों ने बैठक में सरकार और प्रशासन के विरोध में अनर्गल बयान दिए, अभद्र भाषा का प्रयोग किया
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के चुनाव को लेकर आवाज उठा रहे और मौजूदा व्यवस्था से नाराज स्वामी यतींद्रानंद गिरि और स्वामी प्रबोधानंद गिरि को जूना अखाड़े से बाहर कर दिया गया है। दोनों संतों द्वारा रविवार को हरिद्वार में बैठक कर अलग आश्रम परिषद बनाने की घोषणा के बाद ये कार्रवाई की गई।
इसकी पुष्टि करते हुए जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक महंत हरि गिरी ने कहा कि दोनों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है। अखाड़े का अनुशासन सर्वोपरि हैं इससे समझौता नहीं किया जाएगा
जूना अखाड़े द्वारा स्वामी यतींद्रानंद गिरि और स्वामी प्रबोधानंद गिरि को निष्कासित करने के बाद संत समाज में खलबली मच गई। कई दिनों से जूना और अन्य अखाड़ा से जुड़े संत हरिद्वार कुंभ और अखाड़ा परिषद की चुनाव प्रक्रिया को लेकर लगातार मुखर थे।
विरोध कर रहे संतों का तर्क था कि अखाड़ा परिषद का चुनाव नहीं हुआ है। ऐसे में खुद अखाड़ा परिषद के वजूद पर सवाल खड़े होते हैं। मालूम हो कि स्वामी यतींद्रानंद भाजपा के नेता भी रहे हैं और 2009 में हरिद्वार से लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं।
प्रखर न्यूज़ व्यूज एक्सप्रेस