राजा रघुवंशी के घर पहुंचा नकली टीआई बनकर युवक, खुद को दोस्त बताया; पूछताछ में खुलासा- परिवार को ठगने की थी योजना
राजा रघुवंशी के भाई विपिन को फर्जी टीआई पर शक हुआ तो उन्होंने पुलिस को बुलाया। इसके बाद खुलासा हुआ कि बजरंग लाल जाट ठगी करने के इरादे से उनके घर पहुंचा था, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली।

इंदौर में राजा के घर पर बेहद खतरनाक इरादे से एक फर्जी पुलिसवाला पहुंचा. इसके पहले की वह कांड करता, उसकी पोल खुल गई
इंदौर में ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी के घर गुरुवार रात नकली टीआई पहुंचा। खाकी वर्दी पहने वह राजा के पिता से पूछताछ करता रहा। मां ने मोबाइल पर अपने बेटों को इस बारे में सूचना दी। जब वे घर पहुंचे तो शख्स खुद को राजा का मित्र बताने लगा।
जब उससे पहचान पत्र और अन्य दस्तावेज दिखाने को कहा गया तो वह घबरा गया। इसके बाद देर रात राजेंद्र नगर पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पूछताछ की। राजा रघुवंशी के भाई विपिन रघुवंशी की शिकायत पर नकली टीआई के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उसे थाने ले आई।
राजा के भाई ने पकड़ा झूठ
राजा की मां ने जब उसके भाइयों को टीआई के बारे में बताया तो विपिन रघुवंशी घर आ गए। ठग ने उनसे कहा कि वह राजा का दोस्त है। राजा से उसकी मुलाकात 2021 में हुई थी। इस दौरान उसकी पोस्टिंग उज्जैन में थी। हालांकि, 2021 में कोविड महामारी के चलते राजा घर से बाहर नहीं निकलता था। ऐसे में विपिन को शक हुआ और उन्होंने टीआई से उसका आईडी कार्ड मांगा। इससे नकली टीआई घबरा गया। उसके बाद पुलिस को सूचना दी गई और उसे पुलिस के हवाले कर दिया।
पुलिस का बयान
राजेंद्र नगर थाना पुलिस के मुताबिक बजरंग लाल जाट ने बताया कि वह राजस्थान के रतनगढ़ का रहने वाला है। आरोपी से सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह झूठ बोल रहा था। सोशल मीडिया पर राजा की हत्या की खबर देखकर परिवार को ठगने के इरादे से आया था। पूछताछ में ये भी सामने आया है कि आरोपी बजरंग लाल पहले भी नकली पुलिस बनकर कई वारदात को अंजाम दे चुका है। पुलिस अब आरोपी से अन्य मामलों में भी पूछताछ कर रही है।
जांच में हुआ खुलासा
पुलिसकर्मी की वर्दी में तीन स्टार लगाए युवक ने अपना नाम बजरंग लाल बताया. इसने बताया कि मैं राजा रघुवंशी का दोस्त हूं और मेरी उनकी मुलाकात 2021 में उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर में हुई. इस बात पर राजा के भाई विपिन का शक और बढ़ गया. क्योंकि उस टाइम लॉकडाउन चल रहा था और राजा कहीं आता-जाता नहीं था.
फिर क्या देर ना करते हुए विपिन ने बजरंग लाल से आई़डी कार्ड मांदग लिया. जिसे वो नहीं दिखा पाया और फिर बातों में घुमाने लगा. बजरंग लाल यह कहने लगा कि वह राजा की मौत का दुख शेयर करने आया है. जब विपिन उससे सवाल पूछना शुरू किया तो वह बहस करने लगा. इस दौरान विपिन ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी.