कांग्रेस के कद्दावर नेता रामेश्वर लाल डूडी का निधन, देर रात ली अंतिम सांस,स्टाइलिश छवि वाले डूडी की पहचान ‘पेंट-शर्ट वाले जाट नेता’ के रूप में
पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी का 62 वर्ष की आयु में निधन हो गया। 25 महीने तक कोमा में रहने के बाद उन्होंने अंतिम सांस ली। किसान हितैषी और स्टाइलिश छवि वाले डूडी की पहचान ‘पेंट-शर्ट वाले जाट नेता’ के रूप में खास रही।

राजस्थान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधानसभा नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर लाल डूडी का शनिवार (4 अक्टूबर) को बीकानेर में निधन हो गया. 62 साल की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली. डूडी पिछले दो साल से ब्रेन हेमरेज के चलते कोमा में थे. किसान नेता के तौर पर जाने जाने वाले डूडी राजस्थान में भाजपा सरकार के दौरान 2013 से 2018 के बीच नेता प्रतिपक्ष रहे. वह बीकानेर से सांसद भी रह चुके थे. उनकी पत्नी सुशीला डूडी फिलहाल कांग्रेस विधायक हैं.
राजस्थान कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के कद्दावर नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर लाल डूडी का शुक्रवार देर रात 62 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वे करीब 25 महीने से कोमा में थे और लंबे समय से गंभीर रूप से बीमार चल रहे थे। परिजनों के अनुसार, बीते दो दिनों में उनकी हालत और बिगड़ गई थी। उनका अंतिम संस्कार आज बीकानेर में किया जाएगा।
बीमारी से लंबी जंग चली
बीकानेर कांग्रेस (देहात) अध्यक्ष बिशना राम सियाग ने बताया कि अगस्त 2023 में जयपुर में अचानक तबीयत बिगड़ने पर डूडी को एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया। बाद में उन्हें गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल ले जाया गया। इलाज के दौरान उन्होंने काफी समय दिल्ली स्थित निवास पर भी बिताया। हाल के दिनों में स्वास्थ्य और ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें घर लाया गया, जहां शुक्रवार रात उन्होंने अंतिम सांस ली।
शोक संदेश और श्रद्धांजलि
वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने कहा कि डूडी का जाना व्यक्तिगत आघात है। उन्होंने किसान वर्ग के लिए हमेशा संघर्ष किया और राजनीति में निभाई गई हर भूमिका को गंभीरता से पूरा किया।
वहीं, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि यह कांग्रेस और राजस्थान की राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है।
कैसा रहा राजनीतिक सफर?
1 जुलाई 1963 को जन्मे रामेश्वर डूडी ने बीकानेर के बीजेएस रामपुरिया कॉलेज से बी.कॉम किया। उन्होंने 1995 में पंचायत समिति नोखा के प्रधान के रूप में राजनीति की शुरुआत की। इसके बाद 1999 से 2004 तक बीकानेर से सांसद रहे। 2013 में वे नोखा से विधायक चुने गए और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बने। हालांकि 2018 के चुनाव में वे भाजपा प्रत्याशी बिहारीलाल बिश्नोई से हार गए। बीमारी के बाद उनकी पत्नी सुशीला डूडी ने चुनाव लड़ा और वर्तमान में नोखा से विधायक हैं।
‘पेंट-शर्ट वाले जाट नेता’ की पहचान
रामेश्वर डूडी की खास पहचान ‘पेंट-शर्ट वाले जाट नेता’ के रूप में रही। वे हमेशा सादगी के साथ स्टाइलिश अंदाज में नजर आते थे। किसानों के मुद्दों पर लगातार संघर्ष करने, साफ-सुथरी छवि और मिलनसार व्यक्तित्व ने उन्हें जाट समाज और किसानों के बीच लोकप्रिय बना दिया था। किसान हितैषी छवि ने ही उन्हें राजनीति में खास जगह दिलाई।