अजमेर में ऐतिहासिक भूमिपूजन के लिए सूरत से अभिमंत्रित रजत शिलाएं दादा गुरुदेव भक्त रवाना
सूरत में एक विशेष आध्यात्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान खरतरगच्छाचार्य संयम सारथी, शासन प्रभावक आचार्यश्री जिनपियूषसागर सुरिश्वरजी म.सा. के सानिध्य में भक्तों द्वारा श्रद्धापूर्वक अर्पित किए गए स्वर्ण और चांदी को पवित्र रजत शिलाओं में प्रतिष्ठित कर, मंत्रोच्चार के साथ उनकी पूजा की गई।

ऐतिहासिक महोत्सव शासन ज्योति शतावधानी आचार्यश्री मनोहरश्रीजी म.सा. की प्रेरणा-निश्रा और पूज्य मुनिवर सम्यकरत्नसागरजी म.सा. की निश्रा में सम्पन्न होगा।
Surat,अजमेर स्थित दादावाड़ी में होने वाले ऐतिहासिक भूमिपूजन, रजत-स्वर्ण शिलान्यास महोत्सव के लिए, सूरत में एक विशेष आध्यात्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान खरतरगच्छाचार्य संयम सारथी, शासन प्रभावक आचार्यश्री जिनपियूषसागर सुरिश्वरजी म.सा. के सानिध्य में भक्तों द्वारा श्रद्धापूर्वक अर्पित किए गए स्वर्ण और चांदी को पवित्र रजत शिलाओं में प्रतिष्ठित कर, मंत्रोच्चार के साथ उनकी पूजा की गई।
ये अभिमंत्रित शिलाएं अब अजमेर दादावाड़ी स्थित श्री जिनदत्तसूरी समाधि स्थल जिनोद्धार समिति और सकल संघ के गुरु-भक्तों द्वारा 4 सितम्बर 2025 को होने वाले भव्य भूमिपूजन और स्वर्ण-शिलान्यास महोत्सव के लिए रवाना की गई हैं।
यह आयोजन विशेष रूप से ऐतिहासिक है क्योंकि 872 वर्षों के बाद युगप्रधान दादागुरुदेव श्री जिनदत्तसूरीजी म.सा. की प्रथम दादावाड़ी स्थल का जिनोद्धार और शिलाओं का भव्यतम शिलान्यास मुहूर्त सम्पन्न होगा।
यह ऐतिहासिक महोत्सव शासन ज्योति शतावधानी आचार्यश्री मनोहरश्रीजी म.सा. की प्रेरणा-निश्रा और पूज्य मुनिवर सम्यकरत्नसागरजी म.सा. की निश्रा में सम्पन्न होगा।
जिनोद्धार समिति के चंपालाल बोथरा ने बताया कि –
“ये पवित्र शिलाएं दादागुरुदेव के भक्तों की अगाध श्रद्धा का प्रतीक हैं। सूरत से आचार्यश्री जिनपियूषसागरजी म.सा. द्वारा मंत्रों से अभिमंत्रित इन रजत शिलाओं का पूजन, शिलान्यास के पावन मुहूर्त में अजमेर दादावाड़ी पर किया जाएगा, जिससे आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार होगा।”
जीनोद्वार समिति के सदस्य बाबूलाल संकलेचा ने बताया कि इस भव्य महोत्सव में देश-विदेश से सैकड़ों संघों के गुरु-भक्त और हजारों श्रद्धालुओं की पावन उपस्थिति से अजमेर की भूमि आध्यात्मिक आभा से आलोकित हो उठेगी।