एक सैकड़ा गांवों में बाढ़ का संकट,प्रशासन मुस्तैद बाढ़ राहत केंद्रों से जरूरी सामान का हो रहा वितरण

बाढ़ का निरीक्षण करते विधायक माधौगढ़ एवं अपर जिलाधिकारी संजय कुमार

एक सैकड़ा गांवों में बाढ़ का संकट,प्रशासन मुस्तैद बाढ़ राहत केंद्रों से जरूरी सामान का हो रहा वितरण

यमुना नदी 3.90 मीटर ऊपर, प्रशासन अलर्ट मोड में

 18650 लोग प्रभावित, 28 राहत केंद्र संचालित

 बढ़ते जलस्तर से कालपी, माधौगढ़ और जालौन की चिंता बढ़ी

 62 नावें, 31 मोटरबोट और एसडीआरएफ टीम राहत कार्य में जुटी

14 से ज्यादा गांवों में फसलें बर्बाद, राहत किट का वितरण जारी

1996 के रिकॉर्ड स्तर की ओर बढ़ रही यमुना, अब तक कोई जनहानि नहीं

उरई । जालौन की तहसील कालपी, जालौन तथा माधोगढ़ से बहने वाली यमुना नदी में दिनांक 28.07.25 की रात्रि से लगातार जल स्तर बढ़ने के कारण बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। जनपद जालौन के कालपी केंद्र पर यमुना नदी का जलस्तर 01.08.2025  को शाम 4 बजे 111.90  मीटर था जो खतरे के निशान से 3 मीटर 90  सेमी   अधिक है ।जनपद में बाढ़ का चेतावनी बिंदु 107 मीटर तथा खतरे का बिंदु 108 मीटर है । 1996 में यमुना का जलस्तर 112.98 दर्ज किया गया था । इस बार वहां तक पहुंचने की उम्मीद दिखाई दे रही है क्योंकि जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय  के मुताबित शनिवार दोपहर तक जलस्तर बढ़ते हुए क्रम में रहने का अनुमान है  सकता है । प्राप्त जानकारी के अनुसार अभी जलस्तर और बढ़ने की संभावना है। बाढ़ से तहसील कालपी के 08 गाँव पड़री, रायड़ दिवारा, गूढ़ा खास , उरकराकला,  सिमरा शेखपुर, मंगरौल,  एकौना   तथा गुलौली तहसील माधौगढ़ के 11 ग्राम निनावली जागीर, कुसेपुरा, किशनपूरा,  डिकौलीजागीर,चंदनपुरा ,भुरे का पूरा,पटराही,मुला का पूरा, मुहब्बतपुर ,भिटौरा ,कंचौसा व तहसील जालौन के 06 गॉव संकरपुर, भदेख, टिकरी ,लोहाई दिवारा तथा करमुख अत्यधिक  प्रभावित हुए हैं। कुल  18650    व्यक्ति बाढ़ से प्रभावित हैं ।बाढ़ प्रभावित  क्षेत्रों मे कुल 28 बाढ़ राहत केंद्र स्थापित कर दिए गए है। बाढ़ प्रभावित व्यक्तियों की सुविधा हेतु जनपद में आवश्यकतानुसार 62 छोटी नाव तथा 27 बड़ी नाव  तथा 31 मोटरबोट लगा दी गई है। तहसील कालपी के 14 तहसील माधोगढ़ के 19 तथा तहसील जालौन के 13 गांव में कृषि भूमि प्रभावित हुई है। नदी के किनारे बसे समस्त गाँवों में बाढ़ चौकी क्रियाशील कर दी गई है जिनमें आवश्यकतानुसार खाने की सुविधा, स्वास्थ्य सुविधा ,पीने का पानी भी उपलब्ध है। पशुओं हेतु भूसे टीकाकरण दवा की व्यवस्था भी कर दी गई है। एस0डी0आर0एफ0 की टीम जनपद में उपलब्ध है। तहसील कालपी, जालौन तथा माधोगढ़ के उपजिलाधिकारी तथा पूरी राजस्व टीम बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में कैम्प कर रही है। पंचायत राज विभाग, स्वास्थय विभाग, पशुपालन विभाग पुलिस विभाग के अधिकारी भी बाढ़ क्षेत्र में मौजूद है। जनप्रतिनिधियों के सहयोग से राहत किट का वितरण किया जा रहा है! अब तक कुल 495  राहत किट का वितरण किया गया है


         जिलाधिकारी  राजेश कुमार पाण्डेय तथा पुलिस अधीक्षक डॉक्टर दुर्गेश द्वारा बाढ़ क्षेत्र का निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश दिये गये हैं। अभी तक कोई जनहानि अथवा पशुहानि नहीं हुई है!जल स्तर और बढ़ने की संभावना के कारण जिला प्रशासन की टीम सतर्क दृष्टि बनाए हुए है।