40 साल पुराना पुल भरभराकर ढह गया , दो बाइकें गिरीं; 4 घायल! राज्यमंत्री के इलाके में हड़कंप , रेस्क्यू में लगा प्रशासन

रायसेन जिले में बरेली–पिपरिया रोड पर बना नयागांव पुल अचानक ढह गया। हादसे के वक्त पुल पर दो बाइकें थीं, जो पुल के साथ नीचे गिर गईं। दोनों बाइकों पर सवार चार लोग घायल बताए जा रहे हैं।

40 साल पुराना पुल भरभराकर  ढह गया , दो बाइकें गिरीं; 4 घायल! राज्यमंत्री के इलाके में हड़कंप , रेस्क्यू में लगा प्रशासन

रायसेन जिले के नयागांव पिपरिया रोड पर स्थित जर्जर पुल अचानक टूट गया. हादसे के वक्त दो बाइकें पुल पर थीं, जो खाई में गिर गईं. इसमें चार लोग गंभीर रूप से घायल हुए. 

Bareli Pipariya Bridge Collapses: रायसेन जिले के बरेली-पिपरिया मार्ग पर सोमवार को बड़ा हादसा हो गया, यहां नयागांव पुल अचानक से भरभराकर गिर गया, जिससे पुल से गुजर रही दो बाइक भी नीचे गिर गई, जिससे चार लोग दब गए, वहीं मजूदरों ने भी अपनी जान भागकर बचाई है. घटना की जानकारी लगते ही पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंची और घायलों बरेली अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं पुल टूटने से बरेली पिपरिया मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया है और दोनों तरफ पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं. 

अचानक गिरा पुल 

बताया जा रहा है कि नयागांव पुल अचानक ध्वस्त हो गया है, जिससे पुल से गुजर रही दो मोटरसाइकिलें नीचे जा गिरीं, हादसे में दोनों बाइक पर सवार चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, सभी घायलों को तुरंत बरेली सिविल अस्पताल पहुंचाकर उपचार शुरू किया गया है, वहीं पुल टूटने के बाद इस मार्ग पर यातायात पूरी तरह ठप हो गया है और वाहनों को वैकल्पिक रास्तों से डायवर्ट किया जा रहा है.

मजदूरों ने भागकर बचाई जान 

घायल व्यक्तियों में एक मोटरसाइकिल पर सीहोर जिले के जैत निवासी सवार थे, जबकि दूसरी बाइक पर बरेली के धोखेड़ा गांव के दो लोग सवार थे, हादसे की खबर मिलते ही पुलिस थाना प्रभारी, बरेली एसडीओपी और तहसीलदार सहित स्थानीय प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और राहत कार्य शुरू किया गया. बताया जा रहा है कि प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पुल के नीचे निर्माण कार्य चल रहा था और कई मजदूर वहीं काम में लगे हुए थे, अचानक पुल में दरार आने और ढहने की आहट सुनते ही मजदूरों ने भागकर अपनी जान बचाई. समय रहते हट जाने के कारण बड़ी जनहानि टल गई. 

पुराना है पुल

रायसेन जिले के कलेक्टर अरुण कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि यह पुल 1980–90 के दशक में निर्मित हुआ था, उन्होंने कहा कि घटना में घायल चारों लोगों का अस्पताल में उपचार जारी है और वे खुद भी मौके पर जाकर स्थिति का निरीक्षण करेंगे, पुल के अचानक ढह जाने से ग्रामीणों में नाराज़गी है और इस घटना को एमपीआरडीसी की बड़ी लापरवाही माना जा रहा है, ग्रामीण और पुलिस बल मौके पर मौजूद हैं और स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. वहीं, मार्ग बंद होने से यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.