अकोदिया पुलिस की बड़ी सफलता: डीजे मशीनें व मोटरसाइकिल सहित 6.10 लाख का माल बरामद, छह आरोपी सलाखों के पीछे

महाकाल सवारी में डीजे देखकर आरोपियों ने 10 दिन रेकी कर चोरी की योजना बनाई

अकोदिया पुलिस की बड़ी सफलता: डीजे मशीनें व मोटरसाइकिल सहित 6.10 लाख का माल बरामद, छह आरोपी सलाखों के पीछे

अजय राज केवट माही 

प्रखर न्यूज़ व्यूज एक्सप्रेस भोपाल मध्य प्रदेश 

डीजे दुकान से हुई चोरी का पुलिस ने किया खुलासा

. 6 आरोपी गिरफ्तार, 6.10 लाख का माल बरामद

. महाकाल सवारी में डीजे देखकर बनाई थी चोरी की योजना

शाजापुर। अकोदिया पुलिस ने चोरी की वारदात का पर्दाफाश करते हुए 6 लाख 10 हजार रुपये का मशरूका बरामद किया है। इस कार्रवाई में पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया।

मामला :30-31 जुलाई की दरमियानी रात को खेडीनगर निवासी अंकित मेवाड़ा की मोहम्मदखेडा स्थित डीजे दुकान का ताला तोड़कर अज्ञात चोरों ने 6 डीजे एम्प्लीफायर मशीन, 1 मिक्सर व 1 डीबीएक्स मशीन चुरा ली थी। फरियादी की रिपोर्ट पर थाना अकोदिया में प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की गई।

कार्रवाई:पुलिस अधीक्षक यशपाल सिंह राजपूत के निर्देश पर एएसपी घनश्याम मालवीय और एसडीओपी शुजालपुर निमेष देशमुख के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी संजय सिंह राजपूत के नेतृत्व में विशेष टीम बनाई गई। टीम ने साइबर सेल और मुखबिर की सूचना के आधार पर आरोपियों को चिन्हित कर दबिश दी और गिरफ्तार किया।

गिरफ्तार आरोपी:

अभिषेक चौधरी (21), निवासी पोलायकला

विजय सिंह चांदना (22), निवासी पोलायकला

संतोष सूर्यवंशी (20), निवासी ग्राम बागोदा

विनोद मेकचन्द्र (18), निवासी ग्राम बागोदा

दिलीप खेलवाल (25), निवासी पोलायकला

विनोद सूर्यवंशी (24), निवासी रानीबडोद

बरामद माल :

6 डीजे एम्प्लीफायर मशीन

1 मिक्सर मशीन

1 डीबीएक्स मशीन (कीमत करीब 5 लाख रुपये)

2 मोटरसाइकिल (कीमत करीब 1.10 लाख रुपये)

कुल कीमत – 6 लाख 10 हजार रुपये

वारदात का तरीका :

21 जुलाई को शुजालपुर सिटी में निकली महाकाल सवारी में फरियादी ने डीजे लगाया था। उसी दौरान आरोपी दिलीप खेलवाल की नजर मशीनों पर पड़ी। इसके बाद 10 दिन तक रेकी कर उसने साथियों के साथ मिलकर चोरी की योजना बनाई और वारदात को अंजाम दिया।

पुलिस टीम का योगदान :

इस कार्रवाई में थाना प्रभारी संजय सिंह राजपूत, सउनि प्रदीप सिंह, प्रधान आरक्षक विपिन सिंह तोमर, सोनू जायसवाल, प्रआर ओमवीर सिंह जाट, आरक्षक अभिषेक परमार, चालक शिवपाल, आरक्षक अंकित एवं साइबर सेल का अहम योगदान रहा।