सांसद की पहल से जिले को मिली केंद्रीय विद्यालय की सौगात, एक दिन पहले विधायक गौरीशंकर वर्मा ने भी किया था दावा

सांसद नारायण दास अहिरवार ने पत्रकार वार्ता में बताया कि उन्होंने 25 दिसंबर 2024 को केंद्रीय शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर उरई में केंद्रीय विद्यालय खोलने की आवश्यकता जताई थी। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में शिक्षा का स्तर निम्न है और बच्चे उच्च शिक्षा के लिए अन्य जिलों में जाते हैं। केंद्रीय विद्यालय से बच्चों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा मिलेगी और क्षेत्र का शिक्षा स्तर बढ़ेगा।

सांसद की पहल से जिले को मिली केंद्रीय विद्यालय की सौगात, एक दिन पहले विधायक गौरीशंकर वर्मा ने भी किया था दावा

सांसद और विधायक के बीच केंद्रीय विद्यालय का श्रेय विवाद

 सांसद ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री को पत्र भेजकर विद्यालय की मांग की

 उच्च गुणवत्ता की शिक्षा और क्षेत्र के बच्चों का भविष्य सशक्त बनेगा

 तहसील और ब्लॉक स्तर पर केंद्रीय विद्यालय खोलने की भी पहल

 सैनिक स्कूल स्थापना के लिए लोकसभा में मांग

उरई (जालौन)! जनपद में अच्छी एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए सांसद नारायण दास अहिरवार की प्रयास कारगर होते दिखाई दे रहे हैं शासन ने संसद की पहल पर सांसद की पहल पर जनपद जालौन की मुख्यालय उरई के बडेरा गांव में केंद्रीय विद्यालय खुलने की स्वीकृत दे दी है लेकिन अब केंद्रीय विद्यालय खुलने का श्रेय लेने के लिए सदर विधायक गौरी शंकर वर्मा और सांसद नारायण दास अहिरवार में ठन गई है कल जहां सदर विधायक गौरी शंकर वर्मा ने अपने कुछ पत्रकारों को बुलाकर केंद्रीय विद्यालय खुलने को लेकर पूरा से लेने का प्रयास किया वही आज सांसद नारायण दास अहिरवार ने बकायदा अपने कार्यालय में पत्रकार वार्ता बुलाकर विधायक के द्वारा मीडिया में परोसे गए झूठ का पर्दाफाश कर दिया!

पूर्व विधायक शिवराम कुशवाहा एवं समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष दीपराज गुर्जर की उपस्थिति में सांसद नारायण दास अहिरवार ने पत्रकारों को बतायाकि उन्होंने 25 दिसंबर 2024 को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को दिए गए पत्र में अपेक्षा की थी कि जनपद जालौन का मुख्यालय उरई, जो बुंदेलखंड के पिछड़े क्षेत्र में आता है। इस क्षेत्र में शिक्षा का स्तर अत्यधिक निम्न है, जिसके कारण यहां के बच्चों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए अन्य जनपदों में जाना पड़ता है तथा गरीबी के कारण कुछ बच्चे अन्य जगह न जा पाने के कारण शिक्षा से वंचित हो जाते है। इस स्थिति को देखते हुए इस क्षेत्र में एक केन्द्रीय विद्यालय खोलने की अत्यधिक आवश्यकता है।

मुख्यालय उरई में छात्रों की संख्या काफी अधिक है, लेकिन उच्च स्तरीय शिक्षा की सुविधाएं बहुत ही सीमित हैं। यदि यहां एक केन्द्रीय विद्यालय की स्थापना होती है, तो न केवल यहां के बच्चों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा मिलेगी, बल्कि इससे इस क्षेत्र का शिक्षा स्तर भी काफी ऊंचा होगा। यह विद्यालय बच्चों को एक सशक्त, समग्र और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करेगा, जो उनके उज्जवल भविष्य के निर्माण में सहायक होगा। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि जनपद की तहसील एवं ब्लॉक स्तर पर भी केंद्रीय विद्यालय खोले जाएं जिससे सभी बच्चों को समान रूप से शिक्षा का अधिकार मिल सके उन्होंने सैनिक स्कूल के लिए भी लोकसभा में मांग की थी उन्होंने केंद्रीय विद्यालय की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय की दिल से सराहना की और कहा जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय के कारण जिले में विकास की धारा को बल मिला है पिछले दिनों उन्होंने नेशनल हाईवे की खस्ता हालत का मुद्दा उठाया था उरई स्टेशन से दिल्ली तक ट्रेन चलाने के लिए भी वह प्रयासरत है और हर स्तर पर इस मुद्दे को उठा चुकी है जिससे जिले के लोगों को सीधे ट्रेन की सुविधा मिल सकती है