चंबल अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह 2025 : ‘सिनेमा और पर्यटन’ थीम पर होगा दो दिवसीय आयोजन — गालव सभागार, जीवाजी विश्वविद्यालय में जुटेंगे देश-विदेश के फिल्मकार

चंबल अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह 2025 का आयोजन 13-14 अक्टूबर को जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर के गालव सभागार में होगा। ‘सिनेमा और पर्यटन’ थीम पर आधारित यह दो दिवसीय आयोजन चंबल अंचल की सकारात्मक पहचान और फिल्म पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया जा रहा है।

चंबल अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह 2025 :     ‘सिनेमा और पर्यटन’ थीम पर होगा दो दिवसीय आयोजन — गालव सभागार, जीवाजी विश्वविद्यालय में जुटेंगे देश-विदेश के फिल्मकार

चंबल की सांस्कृतिक धरोहर और फिल्म पर्यटन को मिलेगा नया आयाम

. जीवाजी विश्वविद्यालय बनेगा सिनेमा और पर्यटन का केंद्र

. चंबल के गौरव को बड़े पर्दे पर लाने की पहल

. फिल्म निर्माण, प्रदर्शनी और कार्यशालाओं से सजेगा दो दिवसीय समारोह

पंचनद, जालौन।चंबल संग्रहालय, पंचनद तथा जीवाजी विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ स्टडीज इन टूरिज्म एंड ट्रैवल मैनेजमेंट के संयुक्त तत्वावधान में चंबल अंचल की सकारात्मक पहचान को उजागर करने के उद्देश्य से चंबल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का सफल और ऐतिहासिक आयोजन बीते डेढ़ दशक से निरंतर होता आ रहा है।

इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए आगामी 13-14 अक्टूबर 2025 को दो दिवसीय चंबल अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह का आयोजन जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर के गालव सभागार में किया जा रहा है। इस वर्ष समारोह की थीम ‘सिनेमा और पर्यटन’ निर्धारित की गई है।

दो दिवसीय इस आयोजन में चार सत्रों के माध्यम से अंचल की समृद्ध परंपरा, दस्तावेजी सिनेमा और सरोकार आधारित फिल्मों को गति देने पर विमर्श होगा। इसके साथ ही सेमिनार, फोटो प्रदर्शनी, पुस्तक विमोचन, सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, फिल्म निर्माण कार्यशाला तथा देशी-विदेशी सरोकारमुखी फिल्मों का प्रदर्शन भी किया जाएगा।

चंबल को वैश्विक फिल्म पर्यटन मानचित्र पर विशेष पहचान दिलाने की दिशा में यह आयोजन एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। ग्वालियर से लेकर मुंबई तक कई स्तरों पर समारोह को यादगार बनाने की तैयारियाँ जारी हैं।

चंबल संग्रहालय के निदेशक चन्द्रोदय सिंह चौहान ने बताया कि आयोजन को सफल बनाने के लिए एक आयोजन समिति गठित की गई है, जिसमें देवी सिंह राठौड़ को संयोजक तथा लोकेंद्र भदौरिया को सह-संयोजक नियुक्त किया गया है।

समिति के अन्य सदस्यों में अनिल राजावत, डॉ. अरविंद गुर्जर, महेंद्र शर्मा, विष्णु वृद्धि, प्रियंका कुशवाह, रामेंद्र गुर्जर, सुरजीत राजावत, श्याम तोमर, अनूप शर्मा, पूर्ती भदौरिया, धर्मेंद्र लोधी, यशराज सिंह, हर्षित दिसोरिया, नंदनी जार्या और प्रतीक फिरोजिया शामिल हैं।