जल शक्ति मंत्री ने की बाढ़ राहत कार्यों की समीक्षा, जिला प्रशासन के त्वरित व प्रभावी इंतज़ामों की की प्रशंसा

जल शक्ति मंत्री ने की बाढ़ राहत कार्यों की समीक्षा, जिला प्रशासन के त्वरित व प्रभावी इंतज़ामों की की प्रशंसा

बाढ़ पीड़ितों को भोजन, चिकित्सा, और स्वच्छ पेयजल की त्वरित आपूर्ति

उरई । जनपद में बीते दिनों नदी के जलस्तर में हुई अप्रत्याशित वृद्धि के चलते कई ग्राम प्रभावित हुए, जिसे दृष्टिगत रखते हुए माननीय जल शक्ति मंत्री जी स्वतंत्र देव सिंह ने समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में प्रस्तुत किए गए आंकड़ों एवं व्यवस्थाओं के मद्देनज़र जनपद प्रशासन की सक्रियता और पूर्व तैयारी की विशेष सराहना की गई।

जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय एवं पुलिस अधीक्षक डॉ दुर्गेश कुमार के नेतृत्व में बाढ़ राहत कार्यों को प्रभावी रूप से अंजाम दिया गया। बैठक में बताया गया कि प्रशासन द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल राहत पहुंचाने के लिए 28 नावें, 590 राहत कर्मी, 31 चिकित्सकीय टीम, 62 ग्राम पंचायत सचिव एवं 27 राजस्व कर्मी तैनात किए गए। प्रभावित परिवारों की संख्या 18,650 रही, जबकि 36,510 व्यक्तियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। साथ ही 1,087 बाढ़ पीड़ितों को प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं, 1,654 परिवारों को सूखा राशन, और 8,756 लोगों को पका हुआ भोजन वितरित किया गया। खराब पानी से जनस्वास्थ्य प्रभावित न हो, इसके लिए 35,000 लीटर शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की गई। मकान क्षति के सापेक्ष वितरित धनराशि कुल मकान (42) 2,80,000 रुपये की धनराशि व्यय की गई है। अभी भी सर्वे कार्य चल रहा है।

माननीय मंत्री जी ने कहा कि बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा से निपटने हेतु जिस तत्परता और समन्वय से जिला प्रशासन ने कार्य किया है, वह राज्य के अन्य जनपदों के लिए भी अनुकरणीय है। प्रशासन द्वारा आगे भी लगातार निगरानी की जा रही है और राहत शिविरों के संचालन, चिकित्सा सुविधा, पशुधन देखभाल एवं स्वच्छता व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी के के सिंह, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व संजय कुमार आदि सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।