किसानों की दुर्दशा के लिए सरकार जिम्मेदार,खरीदी केंद्रों पर अफरा-तफरी, किसान सभा बोली – सरकार कर रही किसानों का शोषण

मूंग किसानों की बदहाली पर फूटा गुस्सा, सरकार को ठहराया जिम्मेदार – किसान सभा

किसानों की दुर्दशा के लिए सरकार जिम्मेदार,खरीदी केंद्रों पर अफरा-तफरी, किसान सभा बोली – सरकार कर रही किसानों का शोषण

मूलचन्द मेंधोनिया पत्रकार भोपाल 

सालीचौका, जिला नरसिंहपुर :मध्य प्रदेश किसान सभा के संयुक्त सचिव जगदीश पटेल ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि वर्तमान में मूंग उत्पादक किसानों की दुर्दशा के लिए डबल इंजन की सरकार को जिम्मेवार ठहराया है,सरकार ने किसानों के आंदोलनों के आगे घुटने टेककर मज़बूरी में मूंग की खरीदी कर रही है जिसमें 3.51लाख मीट्रिक टन खरीदी का लक्ष्य रखा है जबकि पंजीयन 8लाख मीट्रिक टन से अधिक हो गया है। सरकार को सभी किसानों की मूंग खरीदी करने में पसीने छूट रहे हैं, इसलिए किसानों को किसी भी तरह परेशान कर ओने पौने दाम में बेचने मजबूर कर रहे हैं। किसान सभा किसानों के किसी भी तरह के शोषण दमन के खिलाफ संघर्ष में किसानों के साथ है। 23जुलाई 2025को मध्य प्रदेश किसान सभा की टीम द्वारा समर्थन मूल्य पर खरीदी केंद्र, आनंद वेयर हाउसिंग सालीचौका, स्वर्णपरी वेयर हाउस पोड़ार तिराहा सालीचौका, मां रेवा वेयर हाउस पोडार तिराहा सालीचौका, विनायक वेयर हाउस सालीचौका, श्री माया वेयर हाउस सालीचौका का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस बीच वेयर हाउस एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेंद्र राय जो शासन सत्ता से तालुक रखते हैं उनके वेयर हाउसों में खरीदी चल रही है उनका दौरा कर उनके ऑफिस में उनसे मुलाकात कर किसानों को परेशानी न हो किसान हित में व्यवस्था बनाए रखने की चर्चा की गई।

प्रत्येक खरीदी केंद्र पर 150से 200ट्रैक्टर ट्रॉली की लाइन लगी हुई हैं जिनमें भारी बरसात के बीच एक सप्ताह से किसान लाइन में लगे हुए हैं।

आनंद वेयर हाउसिंग सालीचौका की तुलाई 22जुलाई से समिति एवं वेयर हाउस मालिक की आपसी खींचतान में पिछले 24 घंटे से बंद थी, मजबूर होकर किसानों ने वहां उपस्थित किसानों ने चक्काजाम कर दिया, यह खबर किसान सभा के साथी भोजराज पटेल ने दी, इसी दौरान सूचना प्राप्त हुई कि किसान यदि दोबारा चक्का जाम करते हैं तो उन पर प्रकरण दर्ज किए जाएंगे, जानकारी मिलते ही किसान सभा की टीम चक्काजाम स्थल आनंद वेयर हाउसिंग सालीचौका खरीदी केंद्र पर पहुंचे जब तक वेयर हाउस अध्यक्ष जितेंद्र राय एवं पुलिस प्रशासन द्वारा 1घंटे के अंदर पुनः खरीदी करने के आश्वासन पर जाम को किसानो ने खोला, किसान 1घंटे का इंतजार कर रहे थे और पुनः जाम करने की बोल रहे थे इस स्थिति में मध्य प्रदेश किसान सभा से मै जगदीश पटेल एवं महासचिव करणसिंह अहिरवार पुलिस चौकी पहुंचकर प्रभारी महोदया से वस्तुस्थिति को समझा उन्होंने संबंधितो से बात कर बताया सर्वेयर गाडरवारा से निकल गया पानी गिरने के कारण रस्ते में रुकना पड़ा, समय लग सकता है, हमारी टीम ने किसानो से सब्र रखने की अपील की जिससे कि किसानों की तुलाई भी शुरू हो और किसी भी प्रकार की स्थिति भी न बिगड़े , आखिर कुछ किसानो ने न जितेंद्र राय और न ही प्रशासन और न ही किसान सभा की अपील को तबज्जों दी और चक्का जाम कर दिया उसी समय सर्वेयर एवं पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचे, जैसा कि सर्वेयर के आते ही तुलाई शुरू होना थी चालू हुई।

कुछ स्वार्थी जिम्मेवारियों के कारण फिर खरीदी रोक दी गई, पीड़ित किसानों को सलाह दी गई कि सबसे पहले प्रशासन को सूचित कर समस्या हल न होने पर आंदोलन की राह पकड़ें।दूसरे दिन तुलाई बंद रहने से किसान सभा के भोजराज पटेल सहित पीड़ित किसान पुलिस चौकी पहुंचकर खरीदी शुरू नहीं होने की स्थिति में पुनः आंदोलन की राह पकड़ने का ज्ञापन दिया ।

किसानों को सलाह दी गई कि बगैर प्रशासन को पूर्व अवगत कराए कोई आंदोलन न किया जाए क्योंकि कार्पोरेट पूंजीपतियों की सरकार है, किसानों का दमन करने में पीछे नहीं हटेगी। प्रशासन की पहल पर विवादित खरीदी केंद्र आनंद वेयर हाउस पर प्रशासनिक टीम आई और पुनः खरीदी शुरू हुई।

किसानों की दुर्दशा,अन्याय अत्याचार के खिलाफ किए गए संघर्ष में मिली जीत पर सभी का क्रान्तिकारी अभिवादन करती है।

मध्य प्रदेश किसान सभा शासन प्रशासन से मांग करती है नूर वेयर हाउस में किसान के साथ मारपीट करने बालों को गिरफ्तार किया जाय, केंद्रों पर किसानों को ठहरने , पेयजल जैसी निर्धारित व्यवस्थाएं तत्काल की जावे, खरीदी केंद्रों पर पुलिस प्रशासन की गश्त की जावे जिससे विवाद एवं चोरी होने जैसी अव्यवस्था को रोकी जा सके,केंद्रों में तोल कांटों की संख्या बढ़ाई जाए, नए खरीदी केंद्र खोले जाएं, स्लॉट बुक करने में आ रही समस्या को सरल बनाया जाय, पंजीयन करा चुके सभी किसानों के स्लॉट बुक कर सभी की मूंग खरीदी की जावे, तय डेट में खरीदी न होने की स्थिति में स्लॉट बुक करने एवं खरीदी की डेट बढ़ाई जाए,प्रशासन या प्रबंधकों द्वारा किसानों के साथ अभद्र व्यवहार न किया जाए, पर्ची या बिल तत्काल किसानों को प्रदाय किया जाए, किसानों को नियम अनुसार समय सीमा के अंदर भुगतान किया जाय।

शासन प्रशासन को मध्य प्रदेश किसान सभा चेतावनी देती है बेवजह किसानों को परेशान करने से बाज आएं अन्यथा किसान सभा के कार्यकर्ता जहां भी हैं किसानों के साथ आंदोलन करने बाध्य होंगे जिसकी जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी