अनुराग ठाकुर के आरोपों से साबित हुआ कि 2024 लोकसभा चुनाव फर्जी वोटर लिस्ट पर लड़े गए: कांग्रेस ने चुनाव रद्द करने की मांग की
कांग्रेस ने कहा कि भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर की प्रेस कॉन्फ्रेंस ने साबित कर दिया कि 2024 का लोकसभा चुनाव फर्जी वोटर लिस्ट पर लड़ा गया था। पवन खेड़ा ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी वाराणसी सीट फर्जी वोटों के सहारे जीते और चुनाव आयोग भाजपा के साथ मिलीभगत में है। कांग्रेस ने चुनाव रद्द करने, वाराणसी की इलेक्ट्रॉनिक वोटर लिस्ट सार्वजनिक करने और अनुराग ठाकुर के सबूत विपक्ष को देने की मांग की। पार्टी का कहना है कि “वोट चोर, गद्दी छोड़” का नारा अब जन आंदोलन बन गया है।

पवन खेड़ा बोले – अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी के आरोपों को साबित किया, फर्जी वोटों पर जीते पीएम मोदी
नई दिल्ली, भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर की प्रेस कॉन्फ्रेंस ने साबित कर दिया है कि 2024 का लोकसभा चुनाव फर्जी वोटर लिस्ट पर लड़ा गया था। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) मुख्यालय में कांग्रेस मीडिया एवं प्रचार विभाग के अध्यक्ष श्री पवन खेड़ा ने पत्रकार वार्ता में चुनाव आयोग (ईसीआई) और भाजपा पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए चुनाव को रद्द करने की मांग की।
अनुराग ठाकुर द्वारा उठाए गए मतदाता सूची में अनियमितताओं के आरोपों पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए श्री पवन खेड़ा ने कहा कि अनुराग ठाकुर की प्रेस कॉन्फ्रेंस ने साबित कर दिया कि पिछला लोकसभा चुनाव फर्जी वोटों पर लड़ा गया था। क्या वह चुनाव रद्द नहीं किया जाना चाहिए?" उन्होंने आगे कहा कि अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी जी के पहले के दावों को वैधता प्रदान की है। "हम जानते हैं कि प्रधानमंत्री वहां नहीं होने के लायक हैं जहां वे हैं, क्योंकि फर्जी वोटों के आधार पर उन्होंने 2024 में वाराणसी सीट मुश्किल से जीती। आधे दिन तक वे पीछे चल रहे थे, लेकिन फिर फर्जी वोटों का बूस्टर डोज मिल गया।"
खेड़ा ने चुनाव आयोग पर भाजपा के साथ सांठगांठ का आरोप लगाते हुए कहा कि जहां कांग्रेस को बैंगलोर सेंट्रल (महादेवपुरा) के एक विधानसभा क्षेत्र के लिए डेटा इकट्ठा करने में छह महीने लगे, वहीं अनुराग ठाकुर को छह लोकसभा क्षेत्रों के मशीन-रीडेबल इलेक्ट्रॉनिक डेटा छह दिनों में मिल गए। उन्होंने पूछा, "चुनाव आयोग ने राहुल गांधी जी को उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ही नोटिस भेजा, लेकिन अनुराग ठाकुर को अब तक कोई नोटिस क्यों नहीं मिला? चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार डर क्यों रहे हैं?"
कांग्रेस नेता ने मांग की कि चुनाव आयोग अनुराग ठाकुर द्वारा पेश किए गए सबूतों को विपक्ष के साथ साझा करे और वाराणसी की इलेक्ट्रॉनिक वोटर लिस्ट को सार्वजनिक करे, ताकि साबित हो सके कि प्रधानमंत्री मोदी फर्जी वोटरों के सहारे जीते। उन्होंने कहा, "वोट चोर, गद्दी छोड़ का नारा पूरे देश में गूंज रहा है और यह अब एक जन आंदोलन बन गया है। अनुराग ठाकुर द्वारा दिए गए आंकड़े अपराध के सबूत हैं। हम मांग करते हैं कि वे सबूत हमारे साथ साझा किए जाएं, ताकि हम वोट चोरी साबित कर सकें।"
खेड़ा ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि अब तक कांग्रेस को संदेह था, लेकिन अब पूर्ण विश्वास है कि यह साबित हो जाएगा। उन्होंने चुनाव आयोग से अनुराग ठाकुर को नोटिस जारी करने और उनके द्वारा पेश किए गए सबूतों को लेने की चुनौती दी।
कांग्रेस पार्टी चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है और फर्जी मतदाताओं के आधार पर हुए चुनाव को रद्द करने की मांग करती है।