बीजेपी के पूर्व महापौर को थप्पड़ मारनेवाले पुलिसकर्मी पर बड़ी कार्रवाई, निलंबन के बाद पुलिस कर्मी पर एफआईआर दर्ज

जबलपुर में वाहन चेकिंग के दौरान हंगामा. पूर्व महापौर प्रभात साहू और पुलिसकर्मी के बीच विवाद. इस दौरान जाम लग गया.

बीजेपी के पूर्व महापौर को थप्पड़ मारनेवाले पुलिसकर्मी पर बड़ी कार्रवाई,  निलंबन के बाद पुलिस कर्मी पर एफआईआर दर्ज

मध्यप्रदेश में बीजेपी के एक बड़े नेता ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया है।

जबलपुर के बलदेव बाग चौराहे पर गुरुवार रात उस समय हंगामा हुआ जब पूर्व भाजपा महापौर प्रभात साहू का ट्रैफिक आरक्षक से जोरदार विवाद हो गया। घटना के बाद पूर्व महापौर के समर्थकों ने मौके पर ही धरना देकर सड़क जाम कर दिया। जिससे तनाव का माहौल पैदा हो गया।

वाहन चैकिंग के दौरान गुरुवार की रात भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व महापौर प्रभात साहू तथा यातायात आरक्षण के बीच हुआ हिंसक विवाद थाने तक पहुंच गया है। विभागीय कार्रवाई करते हुए यातायात आरक्षक को निलंबित कर दिया गया था। पूर्व महापौर की शिकायत पर यातायात आरक्षक के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। आरक्षक ने भी पूर्व महापौर के खिलाफ आवेदन दिया है, जिसे जांच में लिया गया है।

भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व महापौर गुरुवार की शाम अपने दोपहिया वाहन में सवार होकर बलदेव बाग चौक से निकल रहे थे। इस दौरान वाहन चेकिंग में तैनात पुलिसकर्मी कृष्ण कुमार पाल उन्हें रोककर अभ्रदता करने लगा। उन्होंने अपना परिचय देने की प्रयास किया तो पुलिस कर्मी ने उनके सिर पर वॉकी-टॉकी से हमला कर दिया। घटना की जानकारी मिलने पर सांसद आशीष दुबे, स्थानीय विधायक अभिलाष पांडे, नगर अध्यक्ष रत्नेश सोनकर, भाजपा नेता सोनू बचवानी सहित पार्टी के नेता व कार्यकर्ता बड़ी संख्या में पहुंच गए थे। इस दौरान पुलिस विभाग पर वाहन चेकिंग का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की गई थी। हंगामे की स्थिति दो घंटे तक बनी रही और इस दौरान सड़क के एक तरफ से यातायात बाधित था।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात अंजना तिवारी ने बताया कि विभागीय स्तर पर कार्रवाई करते हुए आरक्षक कृष्ण कुमार पाल को निलंबित करते हुए उसके खिलाफ जांच के निर्देश जारी किए हैं। पूर्व महापौर प्रभात साहू की शिकायत पर यातायात आरक्षक के खिलाफ लार्डगंज थाने प्रकरण दर्ज कर लिया गया है। आरक्षक की तरफ से भी पूर्व महापौर के खिलाफ लार्डगंज थाने में आवेदन दिया गया है, जिसे जांच में लिया गया है।

यातायात आरक्षक ने अपने आवेदन में आरोप लगाए हैं कि पूर्व महापौर बिना हेलमेट पहने बिना नम्बर की दो पहिया गाड़ी से आ रहे थे। वाहन चेकिंग के दौरान रोकने पर उन्होंने उसके साथ गाली-गलौज करते हुए धक्का-मुक्की की थी।

पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की

पूर्व महापौर प्रभात साहू को पुलिसकर्मी द्वारा थप्पड़ मारे जाने की खबर फैलते ही बड़ी संख्या में बीजेपी नेता और जबलपुर सांसद आशीष दुबे, बीजेपी विधायक अभिलाष पांडे, पूर्व मंत्री शरद जैन सहित कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए. गुस्साए कार्यकर्ताओं ने बलदेव बाग चौक पर जाम लगा दिया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी, जहां कई घंटों तक जाम लगा रहा. वहीं सुरक्षा को देखते हुए आसपास के सभी थाना प्रभारी को मौके पर बुलाया गया.

सिपाही की हरकत से बीजेपी नेताओं में गुस्सा

बीजेपी नेताओं का आरोप है कि पुलिसकर्मी ने न केवल अभद्रता की बल्कि एक जनप्रतिनिधि पर हाथ उठाकर लोकतांत्रिक मर्यादाओं को तोड़ा है. उनका कहना था कि पुलिस का यह रवैया अस्वीकार्य है और दोषी पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. मामला तूल पकड़ने पर पुलिस-प्रशासन भी सक्रिय हुआ. एडिशनल एसपी आयुष गुप्ता ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभालने का प्रयास किया. उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया सिपाही कृष्ण कुमार पाल की गलती सामने आई है. उसे तत्काल निलंबित कर दिया गया है और पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है.

सिपाही को हाथ नहीं उठाना था- एएसपी आयुष गुप्ता

एडिशनल एसपी आयुष गुप्ता ने कहा कि किसी भी पुलिसकर्मी को यह अधिकार नहीं है कि वह आम आदमी हो या फिर कोई जनप्रतिनिधि किसी पर हाथ उठाए या अभद्र व्यवहार करे. चाहे सामने कोई आम नागरिक हो या जनप्रतिनिधि. जांच पूरी होने के बाद दोषी पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. वहीं दूसरी ओर बीजेपी नेताओं ने चेतावनी दी है कि यदि दोषी सिपाही पर कड़ी कार्रवाई नहीं हुई तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे. वहीं, आम लोगों में यह चर्चा भी रही कि यदि गाड़ी रोकी गई थी तो उसे लेकर इतना बड़ा विवाद क्यों हुआ?