सीएम हाउस में बीजेपी की हाई लेवल मीटिंग :सत्ता-संगठन में समन्वय के लिए 9 नेताओं के बीच चर्चा, एक दिशा में काम करने की दी हिदायत"
सीएम हाउस में हुई बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, दोनों डिप्टी सीएम, कैलाश विजयवर्गीय आदि रहे मौजूद.

एमपी में अफसरों और नेताओं बीच आपसी खींचतान की खबरें लगातार आ रही हैं। इसी बीच सत्ता और संगठन में समन्वय बनाने के लिए शनिवार को सीएम हाउस में बैठक हुई।
भोपाल: दिल्ली में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की केन्द्रीय मंत्री अमित शाह से हुई मुलाकात के ऐन बाद मुख्यमंत्री निवास में आज हाईलेवल मीटिंग बुलाई गई. जानकारी के मुताबिक पार्टी के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश की मौजूदगी में सरकार और संगठन में समन्वय के मद्देनजर ये बैठक बुलाई थी. माना जा रहा है कि मोहन सरकार में लंबे समय से लंबित निगम मंडलों में नियुक्तियों और प्रदेश की नई कार्यकारिणी को लेकर भी बैठक में चर्चा हुई है.
सत्ता और संगठन की पटरी बिठाने अब इस तरह की बैठकें नियमित तौर पर होंगी. इस बैठक में जो चुनिंदा चेहरे शामिल थे उसे मध्य प्रदेश में पार्टी की पॉवर टीम कहा जा सकता है. बताया जाता है कि अब सत्ता संगठन से जुड़े फैसलों में इस पॉवर टोली की भूमिका रहेगी
सरकार और संगठन के बीच तालमेल पर चर्चा बैठक में बीजेपी के संगठन और सत्ता के बीच तालमेल को लेकर चर्चा हुई है। बता दें कि कुछ महीनों से कई जिलों से बीजेपी विधायकों, और प्रशासनिक अफसरों के बीच खींचतान के मामले सामने आए थे। खाद संकट को लेकर भिंड कलेक्टर और विधायक नरेन्द्र सिंह कुशवाह का विवाद हाल ही में सबसे ज्यादा चर्चा में रहा। ऐसे तमाम मामलों को रोकने और सत्ता-संगठन में तालमेल बनाने पर चर्चा हुई है। बैठक में कहा गया है कि सबको एक ही दिशा में प्रगतिशील रहने की जरूरत है।
इन मुद्दों पर भी हुई चर्चा 22 सितंबर से जीएसटी की घटी हुई दरें लागू हो रहीं हैं। आम लोगों के बीच इसका प्रचार-प्रसार किया जाए। सभी मंत्री विधायक और पार्टी के कार्यकर्ता इस बारे में जनता को जागरूक करें। दशहरे पर शस्त्र पूजन को भव्यता से मनाया जाए।
ऐसी बैठकें लगातार होंगी बीजेपी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि जिलों में तालमेल के लिए मुख्यमंत्री निवास में एक महीने पहले जिले के प्रभारी मंत्री और प्रमुख नेताओं की बैठकें कराई गई थीं। प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल की पहल पर सत्ता और संगठन में समन्वय के लिए ऐसी बैठकें लगातार होती रहेंगी। ताकि कॉर्डिनेशन बना रहे।