दुलारचंद मर्डर: चुनाव आयोग ने SP, SDO समेत 4 अफसरों को हटाया, एक SDPO सस्पेंड
मोकामा में दुलारचंद यादव हत्याकांड के बाद चुनाव आयोग ने सख्त कार्रवाई की है। पटना ग्रामीण एसपी विक्रम सिहाग सहित चार अधिकारियों का तबादला किया गया है, जबकि एक अधिकारी को निलंबित किया गया है। बाढ़ और मोकामा में नए एसडीओ व एसडीपीओ की तैनाती की गई है।
Bihar के मोकामा में चुनाव प्रचार के दौरान हुई दुलारचंद यादव की हत्या के मामले की जमकर मीडियाबाजी होने के बाद अब चुनाव आयोग ने इस पर बड़ा एक्शन ने लिया है। ECI ने संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की है।
बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) से पहले मोकामा में जन सुराज पार्टी समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या (Murder of Dular Chand Yadav) के मामले में भारतीय निर्वाचन आयोग (ECI) ने सख्त कार्रवाई की है. आयोग ने बाढ़ और मोकामा के तीन अधिकारियों का तत्काल तबादला कर दिया, जबकि एक अधिकारी को निलंबित करने का आदेश जारी किया है. इसके साथ ही स्थानीय एसपी का भी तबादला कर दिया गया है.
ईसीआई ने बिहार के डीजीपी विनय कुमार से कल दोपहर 12:00 बजे तक एक्शन टेकेन रिपोर्ट (कार्रवाई की रिपोर्ट) मांगी है. ईसीआई के शनिवार को जारी आदेश के अनुसार, बाढ़ के सब-डिविजनल ऑफिसर (SDO) सह 178-मोकामा विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग ऑफिसर चंदन कुमार को हटा दिया गया है. उनकी जगह आईएएस आशीष कुमार को लाया गया है, जो वर्तमान में पटना नगर निगम के अतिरिक्त नगर आयुक्त हैं.
इसी तरह, राकेश कुमार, एसडीपीओ बाढ़-1, और अभिषेक सिंह, एसडीपीओ बाढ़-2 का तबादला कर दिया गया है और उनकी जगह 2022 आरआर बैच के आनंद कुमार सिंह और आयुष श्रीवास्तव को नियुक्त किया गया है. चुनाव आयोग ने हटाए गए तीन अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही का भी निर्देश दिया है. पटना ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक (SP) ने बताया कि यह कार्रवाई दो स्टेशन हाउस अधिकारियों (SHO) – घोसवारी एसएचओ मधुसूदन कुमार और भदौर एसएचओ रवि रंजन को इसी मामले के सिलसिले में दिन में निलंबित किए जाने के बाद की गई है.
बता दें कि 30 अक्टूबर को चुनाव प्रचार के दौरान दो प्रतिद्वंद्वी गुटों के बीच हुई गोलीबारी में दुलारचंद यादव की मौत हो गई थी. पुलिस ने इस हत्याकांड में तीन एफआईआर दर्ज की हैं और दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है. हालांकि, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में दुलारचंद की मौत कार्डियोरेस्पिरेटरी फेलियर से बताई गई है. जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने इसे ‘जंगल राज’ की वापसी बताते हुए प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि यह लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमला है. आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने भी हिंसा की निंदा की और ईसीआई से त्वरित कार्रवाई की मांग की.
मोकामा लंबे समय से बिहार की राजनीति में बाहुबलियों का गढ़ रहा है, जिनमें अनंत कुमार सिंह, उनके भाई दिलीप सिंह और सूरजभान सिंह शामिल हैं. इस सीट पर 6 नवंबर को पहले चरण में मतदान होना है. जेडीयू के अनंत सिंह और राष्ट्रीय जनता दल की उम्मीदवार वीणा देवी के बीच कड़ा मुकाबला है. वीणा देवी पूर्व सांसद सूरजभान सिंह की पत्नी हैं. अनंत सिंह और सूरजभान दोनों भूमिहार समुदाय से आते हैं, जिससे राजनीतिक विरासत का सीधा टकराव पैदा हो गया है. 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा के लिए मतदान दो चरणों में 6 और 11 नवंबर को होगा. नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे.
प्रखर न्यूज़ व्यूज एक्सप्रेस