CM मोहन यादव ने की घोषणा,खत्म हुआ 40 साल का इंतजार, अस्तित्व में आएगा ओंकारेश्वर सेंचुरी , बोले- विकास, सुशासन और संस्कृति का संगम है राज्य

सीएम ने कहा कि जब 1956 में चार राज्यों को जोड़कर बनाया गया तो शरीर की रचना की तरह इसका निर्माण हुआ सच में हमारा मध्य प्रदेश देश का दिल है और आज मध्यप्रदेश 70वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है, जिस प्रकार प्रदेश ने विकास, संस्कृति और सेवा की अद्भुत यात्रा तय की है, वह पूरे भारत के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी है।

CM मोहन यादव ने की घोषणा,खत्म हुआ 40 साल का इंतजार, अस्तित्व में आएगा ओंकारेश्वर सेंचुरी , बोले- विकास, सुशासन और संस्कृति का संगम है राज्य

राजधानी भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में आयोजित भव्य समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अभ्युदय मध्यप्रदेश प्रदर्शनी” का शुभारंभ किया

मध्यप्रदेश ने शनिवार को अपने 70वें स्थापना दिवस पर नए संकल्पों और बड़े विज़न के साथ इतिहास रच दिया है। राजधानी भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में आयोजित भव्य समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने “अभ्युदय मध्यप्रदेश प्रदर्शनी” का शुभारंभ किया और विभिन्न विभागों की विकास झलकियों का अवलोकन किया।

ई-सेवा नागरिक एप लॉन्च

स्थापना दिवस के दूसरे सत्र में रवींद्र भवन में आयोजित कार्यक्रम में सीएम मोहन यादव ने राज्य के भविष्य की रूपरेखा पेश करते हुए ‘विजन डॉक्यूमेंट 2047’ का विमोचन किया। इसके साथ ही उन्होंने नागरिक सुविधाओं को और आसान बनाने के लिए ‘ई-सेवा नागरिक एप’ की शुरुआत की। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू, कई जनप्रतिनिधि और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

मध्य प्रदेश में आयेगा गेंडा, जंगली भैंसा, किंग कोबरा  

मुख्यमंत्री ने कहा हमारी सरकार वन्यजीव संपदा को पुनर्जीवित करने की प्लानिंग कर रही है, हमने असम के मुख्यमंत्री से बात की है जल्दी ही हमें जंगली भैंसा मिलेगा, किंग कोबरा हम लाने वाले हैं असम से गेंडा भी लेकर आएंगे, उन्होंने कहा अभ्यारण्य के साथ जू भी स्थापित कर रहे हैं हमारे यहाँ जंगल में लाइव टाइगर देखे जाते हैं इसका आनंद और रोमांच अलग ही है।

पर्यटन सेवा योजना के तहत तीन एमओयू साइन

इस अवसर पर ‘पीएम श्री पर्यटन सेवा योजना’ के तहत तीन अहम एमओयू (MoUs) पर हस्ताक्षर भी किए गए। इन समझौतों से राज्य में धार्मिक, प्राकृतिक और वन्यजीव पर्यटन को नई दिशा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।

ओंकारेश्वर वन्यप्राणी अभयारण्य को मिली मंजूरी

स्थापना दिवस समारोह के दौरान सीएम मोहन यादव ने एक ऐतिहासिक घोषणा करते हुए बताया कि खंडवा और देवास जिलों को मिलाकर ‘ओंकारेश्वर वन्यप्राणी अभयारण्य’ बनाया जाएगा।

यह अभयारण्य 611 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला होगा और डूब क्षेत्र को इससे बाहर रखा गया है। मुख्यमंत्री ने कहा, “जल्द ही हम असम से जंगली भैंसा और गेंडे मध्यप्रदेश लाने की योजना पर काम करेंगे।” यह घोषणा राज्य के वन्यजीव संरक्षण के लिए एक बड़ा कदम मानी जा रही है।

39 साल बाद पूरी हुई उम्मीद

जानकारी के मुताबिक, इंदिरा सागर बांध के निर्माण की स्वीकृति के करीब 39 साल बाद ओंकारेश्वर अभयारण्य की उम्मीद साकार हुई है। खंडवा और देवास के जंगलों को मिलाकर तैयार यह क्षेत्र अब मध्यप्रदेश की पर्यावरणीय पहचान को और मजबूत करेगा।

अभ्युदय मध्यप्रदेश

1 से 3 नवंबर तक चलने वाला राज्योत्सव “अभ्युदय मध्यप्रदेश” इस बार पूरी तरह नए कलेवर में मनाया जा रहा है। तीन दिनों तक भोपाल का आसमान, धरती और मंच रंग, रोशनी और संगीत से झूमता रहेगा।

स्थापना दिवस के मौके पर पर्यटन हेलिकॉप्टर सेवा की शुरुआत भी की जा रही है, जो राज्य के धार्मिक और प्राकृतिक पर्यटन स्थलों को हवाई मार्ग से जोड़ने का काम करेगी।

रात को लोकप्रिय गायक जुबिन नौटियाल अपने सुपरहिट गीत ‘रातां लम्बियां’, ‘हमनवां मेरे’, और ‘तारों के शहर’ से भोपाल की शाम को संगीत और रोमांच से भर देंगे।