ज्योतिरादित्य मेरे बेटे जैसे हैं – दिग्विजय सिंह ने खोला मंच पर साथ बैठने का राज, सियासी अटकलें तेज"

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ मंच साझा करने के सवाल पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि भले ही सिंधिया कांग्रेस छोड़कर भाजपा में चले गए हैं, लेकिन वे उनके पुत्र समान हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने कांग्रेस का मंच साझा करने की बात ग्वालियर में कही थी, न कि निजी कार्यक्रमों में मंच साझा करने की बात।

ज्योतिरादित्य मेरे बेटे जैसे हैं – दिग्विजय सिंह ने खोला मंच पर साथ बैठने का राज, सियासी अटकलें तेज"

सिंधिया को पुत्र समान बताया – दिग्विजय ने मंच पर बैठने की कसम तोड़ने के आरोप पर दी सफाई"

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का हाल ही में एक वीडियो सामने आया था, जिसमें सिंधिया, दिग्विजय सिंह को मंच पर ले जाते नजर आ रहे हैं, अब इस पूरे वीडियो पर पूर्व सीएम दिग्विजय का बयान सामने आया है।

सिंधिया को पुत्र समान बताया, मंच पर बुलाने का किया खुलासा

दिग्विजय सिंह ने स्पष्ट किया कि वह खुद मंच पर नहीं गए थे, बल्कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उन्हें मंच पर बुलाया। उन्होंने कहा, “सिंधिया मेरे लिए पुत्र समान हैं। मैंने उनके पिता माधवराव सिंधिया के साथ काम किया है।” दिग्विजय ने यह भी जोड़ा कि लोग अब कह रहे हैं कि उन्होंने मंच पर न बैठने की कसम तोड़ दी, लेकिन दरअसल वह कांग्रेस के मंच पर इसलिए नहीं बैठते क्योंकि इससे यह विवाद खड़ा हो जाता है कि कौन बैठेगा और कौन नहीं। उन्होंने कहा कि उन्हें कार्यकर्ताओं के साथ नीचे बैठना ही पसंद है।.

पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि चुनाव आयोग निष्पक्षता से अपना काम नहीं कर रहा है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि बिहार के आगामी विधानसभा चुनाव सहित अन्य राज्यों के चुनाव भी संदेह के घेरे में हैं। उन्होंने राहुल गांधी द्वारा बेंगलुरु की महादेवपुरा विधानसभा सीट पर एक लाख से अधिक फर्जी मतदाताओं के घोटाले का उल्लेख किया। उनके अनुसार, इस घोटाले से चुनाव आयोग की भूमिका संदिग्ध हो गई है।

पूर्व मुख्यमंत्री ने बिहार के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (एसआईआर) पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि एक झटके में 65 लाख मतदाताओं को मतदाता सूची से हटा दिया गया है। उन्होंने चुनाव आयोग से अपनी विश्वसनीयता साबित करने और भाजपा से इस मामले में स्पष्टीकरण देने की मांग की।

निष्पक्ष चुनाव के लिए आयोग को लोगों का विश्वास जीतना होगा

दिग्विजय सिंह ने मध्य प्रदेश के 2018 के विधानसभा चुनाव का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि तब मतदाता पुनर्निरीक्षण के दौरान 50 लाख फर्जी मतदाताओं का पता लगाया गया था। उन्होंने कहा कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए चुनाव आयोग को आम लोगों का विश्वास जीतना होगा।