जनसुनवाई में साकार हुआ मिशन शक्ति 5.0 का संकल्प – दिव्यांग मां-बेटी का शिक्षा और आवास का सपना हुआ पूरा
उरई में जनसुनवाई के दौरान मिशन शक्ति 5.0 की भावना साकार हुई, जब दिव्यांग दंपत्ति अपनी बेटी की शिक्षा और आवास की समस्या लेकर पहुंचे। जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय व पुलिस अधीक्षक ने संवेदनशीलता दिखाते हुए तुरंत कार्रवाई कर छात्रा की पढ़ाई और परिवार के आवास की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

जनसुनवाई में दिव्यांग मां-बेटी को मिला शिक्षा व आवास का सहारा, प्रशासन ने संवेदनशीलता से किया समाधान
उरई । जनपद में मिशन शक्ति 5.0 अभियान निरंतर नारी सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन की अलख जगा रहा है। इसी क्रम में जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय की जनसुनवाई के दौरान संवेदनशीलता और मानवता का प्रेरक उदाहरण सामने आया।
उमरारखेड़ा निवासी दिव्यांग देवेंद्र प्रताप सिंह, पत्नी क्रांति देवी व उनकी पुत्री निहारिका गौतम अपनी समस्या लेकर पहुंचे। बाहर खड़ी क्षेत्राधिकारी उरई अर्चना सिंह ने दिव्यांग दंपत्ति को देखकर तुरंत सहारा दिया और उन्हें जिलाधिकारी तक पहुंचाया।
जैसे ही वे अंदर पहुंचे, जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय व पुलिस अधीक्षक डॉ० दुर्गेश कुमार ने अपनी कुर्सी छोड़कर दिव्यांग मां-बेटी को बिठाया। जिलाधिकारी ने मानवीय संवेदनशीलता का परिचय देते हुए उनकी बात ध्यान से सुनी। प्रार्थना पत्र में दंपत्ति ने बताया कि उनकी पुत्री निहारिका, जो कक्षा 10 की छात्रा है, की फीस भरने में वे असमर्थ हैं और परिवार के पास रहने के लिए आवास भी नहीं है।
इस पर जिलाधिकारी ने तत्काल जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को छात्रा की पढ़ाई सुनिश्चित करने और आवास उपलब्ध कराने के लिए संबंधित अधिकारी को निर्देशित कर शाम तक संपूर्ण कार्यवाही पूर्ण कर आवास और अन्य प्रबंधन सुनिश्चित कराने का निदेश दिया ।
यह पहल मिशन शक्ति 5.0 की भावना को जीवंत करती है, जहाँ शासन-प्रशासन सिर्फ योजनाओं तक सीमित न रहकर संवेदनशीलता के साथ जरूरतमंद महिलाओं और बालिकाओं के सपनों को पूरा करने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।