राहुल गांधी राजनीति को गंभीरता से नहीं लेते, अपने-अपने गुर्गों को पद दिलाने की होड़ के चलते कांग्रेस की स्थिति बद से बदतर हुई : मंत्री सारंग

मध्यप्रदेश के मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी राजनीति को गंभीरता से नहीं लेते, जिससे कांग्रेस की हालत बदतर हो गई है।

राहुल गांधी राजनीति को गंभीरता से नहीं लेते, अपने-अपने गुर्गों को पद दिलाने की होड़ के चलते कांग्रेस की स्थिति बद से बदतर हुई : मंत्री सारंग

राहुल गांधी राजनीति को गंभीरता से नहीं लेते, कांग्रेस की हालत गुटबाजी और अनुशासनहीनता से बदतर हुई — मंत्री विश्वास सारंग

भोपाल। मध्यप्रदेश के पचमढ़ी में चल रहे कांग्रेस के जिलाध्यक्षों के प्रशिक्षण शिविर को लेकर प्रदेश के सहकारिता और खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने राहुल गांधी और कांग्रेस नेतृत्व पर तीखा हमला बोला है। मंत्री सारंग ने कहा कि कांग्रेस अब प्रशिक्षण के मामले में भी बीजेपी की नकल करने लगी है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “नकल के लिए अकल की जरूरत होती है।”

गंगोत्री की शुद्धता से गंगा की शुद्धता होती है : मंत्री सारंग

मंत्री सारंग ने कहा कि जब कांग्रेस खुद अनुशासनहीनता से जूझ रही है, तब वह दूसरों को अनुशासन का पाठ नहीं पढ़ा सकती। “गंगोत्री की शुद्धता से गंगा की शुद्धता होती है। सबसे पहले राहुल गांधी स्वयं अपने जीवन में अनुशासन उतारें। राहुल गांधी और कांग्रेस के बड़े नेता स्वयं अनुशासित हों, तभी वे दूसरों को अनुशासन सिखा सकते हैं।”

राहुल गांधी ने खुद मान लिया कि कांग्रेस में गुटबाजी है : मंत्री सारंग

विश्वास सारंग ने कहा कि राहुल गांधी ने अपने ही जिलाध्यक्षों के सामने कांग्रेस की अंदरूनी गुटबाजी स्वीकार कर ली है। उन्होंने कहा, “हम तो पहले से कहते आए हैं कि कांग्रेस गुटों और गिरोहों में बंटी हुई है। राहुल गांधी ने जीतू पटवारी और उमंग सिंघार को फटकार लगाई है, लेकिन उनकी नजरें दिग्विजय सिंह पर भी थीं।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस की बद से बदतर स्थिति इसलिए हुई है क्योंकि नेताओं ने अपने-अपने “गुर्गों” को पद दिलाने की होड़ मचा रखी है।

कांग्रेस का यह प्रशिक्षण पूरी तरह ढकोसला है : मंत्री सारंग

सारंग ने कांग्रेस के पचमढ़ी प्रशिक्षण शिविर को “ढकोसला” बताया और राहुल गांधी पर राजनीति को हल्के में लेने का आरोप लगाया। “राहुल गांधी तेजस्वी यादव के साथ गलभइया करते हुए दावा करते हैं कि बिहार में सरकार बनाएंगे, लेकिन चुनाव के बीच ही जंगल सफारी का मजा ले रहे हैं।” उन्होंने कहा, “राहुल गांधी कहते हैं कि चुनाव आयोग निष्पक्ष नहीं है, लेकिन असल में वे खुद राजनीति को गंभीरता से नहीं लेते।”

राहुल गांधी स्क्रिप्ट भाषण करते हैं, राजनीति को मजाक बना दिया : मंत्री सारंग

विश्वास सारंग ने कहा कि राहुल गांधी का पूरा राजनीतिक व्यवहार स्क्रिप्टेड और दिखावटी है। “राहुल गांधी स्क्रिप्ट भाषण और स्क्रिप्ट प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं। मस्करी और मजेदारी से राजनीति करते हैं।” उन्होंने आगे कहा, “देश में जब राजनीतिक माहौल गर्म होता है, तो राहुल गांधी कभी विदेश यात्रा पर निकल जाते हैं, तो कभी जंगल सफारी पर। वे राजनीति को सीरियसली नहीं लेते और अपनी नाकामी छिपाने संवैधानिक संस्थाओं पर आरोप लगाते हैं।”

नेहरू वोट चोरी कर प्रधानमंत्री बने थे : मंत्री सारंग

सारंग ने ऐतिहासिक टिप्पणी करते हुए कहा, “राहुल गांधी बिना तथ्यों के वोट चोरी की बातें करते हैं। इस देश में अगर वोट चोरी हुई है, तो वो केवल नेहरू परिवार ने की है। जवाहरलाल नेहरू पीछे के दरवाजे से प्रधानमंत्री बने थे।” उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को अब समझना चाहिए कि, “राजनीति मस्करेपन से नहीं, जिम्मेदारी से होती है।”