दिल्ली छात्र संघ चुनाव में लहराया भगवा परचम, 4 में से 3 सीटों पर ABVP का कब्जा , आर्यन मान अध्यक्ष निर्वाचित; NSUI को झटका
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव की काउंटिंग लगभग पूरी हो गई है। एबीवीपी अध्यक्ष समेत तीन पदों पर जीत दर्ज की है। वहीं एनएसयूआई को एक पद पर जीत मिली है। पिछले साल के मुकाबले मतदान में चार प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। पिछले साल 35 प्रतिशत छात्रों ने मतदान किया था।

दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव (डूसू चुनाव 2025) के नतीजे आ गए हैं। 17 राउंड की फाइनल गिनती के बाद डूसू चुनाव में एबीवीपी ने तीन पदों पर बाजी मार ली है जबकि एक पर एनएसयूआई ने जीत दर्ज की है।
DUSU Election Result 2025 : दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव (डूसू चुनाव 2025) के नतीजे आ गए हैं। 17 राउंड की फाइनल गिनती के बाद डूसू चुनाव में एबीवीपी ने अध्यक्ष समेत तीन पदों पर बाजी मार ली है, जबकि एक पद एनएसयूआई के खाते में आया है। एबीवीपी ने अध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव का पद जीता है। उपाध्यक्ष पद पर एनएसयूआई ने बाजी मारी है।
डूसू चुनाव की मतगणना से पहले नॉर्थ कैंपस स्थित यूनिवर्सिटी के स्पोर्ट्स स्टेडियम में मतगणना केंद्र के बाहर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी। गुरुवार को बेहद कड़ी सुरक्षा में संपन्न हुए डूसू चुनाव में इस बार 39.36 प्रतिशत मतदान हुआ। रामानुजन में 63 फीसदी तो मिरांडा हाउस में 60 फीसदी विद्यार्थियों ने मतदान में हिस्सा लिया। मिरांडा हाउस, हंसराज, रामजस, किरोड़ीमल, रामानुजन सहित अन्य कॉलेजों में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने मतदान किया। वहीं, कुछ कॉलेजों में मतदान के दौरान दो गुटों में आपसी झड़प और ईवीएम खराब होने की बात भी सामने आईं।
डूसू चुनाव में पहली बार हुआ ऐसा
डीयू में पहली बार ऐसा हुआ कि कैंपस और कॉलेजों की दीवारों पर किसी तरह का पोस्टर या बैनर दिखाई नहीं दिया। दिल्ली पुलिस के अलावा अन्य सुरक्षाबलों ने पूरे कैंपस को छावनी में तब्दील कर दिया था। कैंपस लॉ सेंटर में मतदान के लिए पहली बैरिकेडिंग पर छात्रों का आईकार्ड चेक किया जा रहा था और बाद में दूसरी बैरिकेडिंग पर फिर से जांच हो रही थी। इसके बाद मतदान परिसर में छात्रों को जाने दिया जा रहा था।
डूसू चुनाव 2025 के नतीजों में ABVP का दबदबा
शुक्रवार को DUSU चुनाव के नतीजे आए. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने चार में से तीन अहम पद जीत लिए. अध्यक्ष पद पर आर्यन मान, सचिव पद पर कुणाल चौधरी और संयुक्त सचिव पद पर दीपिका झा ने जीत हासिल की. केवल उपाध्यक्ष पद NSUI के खाते में गया. मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू हुई. ABVP ने शुरुआत से बढ़त बनाई और आखिरी दौर तक उसे कायम रखा. NSUI अध्यक्ष पद पर बुरी तरह हार गई. इस जीत ने यह साफ कर दिया कि दिल्ली यूनिवर्सिटी के Gen-Z ने राहुल गांधी की सोच को नकार दिया है.
हार के बचाव में क्या बोली NSUI?
NSUI उपाध्यक्ष पद की जीत को अपनी उपलब्धि बता रही है. संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने दावा किया कि यह जीत ABVP ही नहीं बल्कि सरकार, प्रशासन और पुलिस जैसी ताकतों के खिलाफ भी है. उन्होंने ईवीएम में धांधली के आरोप लगाए और कहा कि NSUI छात्रों के मुद्दों पर हमेशा खड़ी रहेगी. लेकिन हकीकत यह है कि कांग्रेस की छात्र इकाई लगातार कमजोर हो रही है. राहुल गांधी चाहे Gen-Z को कितना भी रक्षक बताएं, लेकिन ग्राउंड पर युवा वोट कांग्रेस से दूर खिसक रहा है.